रोज की तरह आज भी टहलने के लिये प्रात: 5 बजे निकला था, तभी एक पुलिसिया जीप दनदनाती हुई हूटर के साथ तेज रफ्तार से दस्तक देती है। और जो भी दुकानें खुली या खुल रही थी उसे बंद करवा रही थी। मेरे साथ जो अन्य लोग भी टहल रहे थे उनके मन भी अप्रिय घटना की आशंका हो रही थी। सभी के दिल में डर समा गया था कि आखिर हो क्या रहा था। जो लोग अपने काम से जा रहे थे पुलिस के इस व्यवहार से घर वापस जाने लगे थे। लोगों को यह आशंका हो गई थी कि शहर में कुछ अप्रिय हुआ है। और अब कर्फ्यू भी लग गया है।
मेरे संज्ञान में इतना है कि कल रात्रि करीब 11 बजे घर पर फोन आता है कि कहीं कुछ धार्मिक पुस्तकें फाड़ व जला दी गई है। (इस बात में कितनी सच्चाई है पता नहीं) जिससे कुछ लोगों के समूह ने करेली थाना क्षेत्र में गोलीबारी की। सुबह की घटना को देख कर लग रहा था कि जो कुछ रात्रि की खबर थी वह सही थी। मै निश्चित तौर पर इस घटना पर नज़र रखे हुए भी और जैसा कुछ भी घटित होगा मै आपके सामने रखूँगा।
जनजीवन को अस्त व्यस्त करने वाले अजारक तत्वो के प्रति कोई रहमदीली न रखते हुए सजा होनी चाहिए, बिना भेदभाव.
जवाब देंहटाएंमामला क्या था, बताएं. टीवी पर कुछ दिखा रहे है, मगर सनसनी किसे देखनी है?
ह्म्म्।
जवाब देंहटाएंऐसा क्या हो गया भाई, विस्तार से जानकारी की प्रतीक्षा रहेगी
आगे की जानकारी का इन्तजार है. टीवी तो कुछ खास दिखा नहीं रहा.
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