हर वर्ष की भातिं इस बार भी हम लोगों ने महाशक्ति का स्थापना दिवस 5 नवम्बर को मनया। इस मौके पर हमारे सभी साथी उपस्थित थे। यह हमारे लिये एक अनुपम दिन होता है, कि 8 साल पुराने साथी एक फिर से साथ साथ होते है।
कार्यक्रम की शुरूवात ताराचन्द्र के द्वारा लाये गये पुष्प से सभी ने माता सरस्वती के चरणों में पुष्प अर्पण करके हुआ। राजकुमार ने पुरानी यादों को तरोताजा किया। तो कामता प्रसाद भी अपने महाशक्ति से जुड़ाव के सम्बन्ध में बाते बाताई। अभिषेक शर्मा ने दिल्ली से फोन पर ही सभी को बधाईयॉं दी। अन्य आमत्रित साथियों ने भी अपनी बात रखी।
अन्त में मैने भी बातें रखी और महाशक्ति समूह विषय मुद्दे को चर्चा के लिये रखा, महाशक्ति के नये सामूहिक ब्लाग महाशक्ति समूह का सभी ने करतल घ्वनि से स्वागत किया। इस ब्लाग की बात सुनते ही कवि जा़लिम जी ने भी अपने को इस समूह में शामिल करने की बात कही और उन्हे भी तत्काल निमत्रण दे दिया गया।
महाशक्ति समूह में शामिल सभी सदस्यों को विशेष धन्यवाद दिया गया कि वे हमारे मनोरथ कार्य के सहभागी बनें। कार्यक्रम का अन्त भारत-पाक मैच के साथ चाय और समोसे से किया गया। :)
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5 टिप्पणियां:
वंदेमातरम,बहुत बधाई,रसगुल्ले होते तो और ठीक रहता
प्रमेंद्र
बढ़िया है। लगे रहो।
हमारी बधाई भी टिका लो.
बधाई का पात्र तो महाशक्ति समूह वास्तव मे है. सब से अच्छी बात येभी है आप सब साथ है.
दिवाली कि ढेरों सारी बधाई और शुभ कामना !
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