आज वक्त यह है कि प्रचीन समय की गंदगी फैलाने वाला ब्लाग आज, प्रतिबन्ध की मॉंग कर स्वच्छता अभियान छेड़ रहा है। यह एक हस्यास्पद बात लग रही है। ऐसे लोगों द्वारा प्रतिबन्ध की मॉंग करना, शीशे को समाने रख कर थूकने के समान है, थूकते समय कुछ लोग यह भूल जाते है कि जिस शीशे के सामने रख कर थूक रहे है, सामने उनका चेहरा ही है।
भड़ास की 200+ भड़ासियों की संख्या देखकर कई को अपने समूहिक ब्लागिंग के मठ उजडने का खतरा मठाधीशों को नजर आ रहा है। मै कभी भी भड़ास की भाषा का समर्थक नही रहा हूँ, किन्तु भड़ास पर किसी प्रतिबन्ध की मॉंग करने का विरोध करूँगा। मै भाषा भाषा के आधार पर प्रतिबन्ध लगाया जा सकता है तो मॉंग करने वालों पर पहले लगना चाहिऐ।
भड़ास पर प्रतिबन्ध की मॉंग, निश्चित रूप से गलत कदम है, क्योकि जो खुद की नंगे हो उन्हे दूसरों को नंगा करने की नही करनी चाहिऐ। मै सदासर्वदा भड़ास की भाषा का विरोध करता हूँ, और यही कारण है कि उस ब्लाग पर बहुत कम जाता हूँ।
मेरे भड़ास के प्रतिबन्ध की मॉंग का विरोध को कतई भड़ास की भाषा का समर्थन नही है, भड़ास की भाषा का मै विरोधी रहा हूँ जब तक भाषा नही बदलती है विरोधी रहूँगा।
शेष फिर .......
भड़ास की 200+ भड़ासियों की संख्या देखकर कई को अपने समूहिक ब्लागिंग के मठ उजडने का खतरा मठाधीशों को नजर आ रहा है। मै कभी भी भड़ास की भाषा का समर्थक नही रहा हूँ, किन्तु भड़ास पर किसी प्रतिबन्ध की मॉंग करने का विरोध करूँगा। मै भाषा भाषा के आधार पर प्रतिबन्ध लगाया जा सकता है तो मॉंग करने वालों पर पहले लगना चाहिऐ।
भड़ास पर प्रतिबन्ध की मॉंग, निश्चित रूप से गलत कदम है, क्योकि जो खुद की नंगे हो उन्हे दूसरों को नंगा करने की नही करनी चाहिऐ। मै सदासर्वदा भड़ास की भाषा का विरोध करता हूँ, और यही कारण है कि उस ब्लाग पर बहुत कम जाता हूँ।
मेरे भड़ास के प्रतिबन्ध की मॉंग का विरोध को कतई भड़ास की भाषा का समर्थन नही है, भड़ास की भाषा का मै विरोधी रहा हूँ जब तक भाषा नही बदलती है विरोधी रहूँगा।
शेष फिर .......
भाषा से तात्पर्य -- अश्लील भाषा से है
जय विरोध!!
जवाब देंहटाएं