इलाहाबाद में आयोजित होने वाली पहली बहुपक्षीय चिट्ठाकार मिलना कार्यक्रम दूसरी बार टलने की सम्भावनाओं के मध्य अन्तोगत्वा आयोजित हो ही गई। कई दिनों पूर्व में श्रीराम चन्द्र मिश्र जी ने इलाहाबाद के सभी चिट्ठाकारों से मिलने का कार्यक्रम रखना चाह रहे थे। मै तो यह कार्यक्रम होली के मध्य अथवा बाद ही रखने का इच्छुक था किन्तु कार्यक्रम नही बन सका। मेरी कार्यक्रम 10 के बाद रखने की योजना बनी किन्तु इसके लिये मै तैयार नही था क्योकि मेरी विधि की परीक्षा की तारीख घोषित हो चुकी थी। पर जल्द ही वह तारीख स्थगित होने के बाद फिर आयोजन की आशा जगी। और कार्यक्रम बन ही गया।
सभी की राय जानकर पहली तिथि 12/4 फिर रामचन्द्र जी ने इसे बदलावाकर 13/4 की तेज दुपहरिया में कर दिया। मुझे इतनी तेज धूप में आयोजन का कोई औचित्य नही समझ नही आ रहा था किन्तु मेहमानों के बात सिरोधर्य कर आयोजक का कर्तव्य था। 13 की सुबह मैने चुंतन जी फोन लगया, किन्तु उन्होने अपनी धर्मपत्नी की गम्भीर बीमारी को बताया तो मन काफी दुखित हुआ और बस मन से यही निकला कि आप अपनी पत्नी की सेवा में लगे रहे ओर ईश्वर जल्दी उन्हे ठीक करें। उक्त बात फिर रामचन्द्र जी को बताई तो उन्होने बताया कि ज्ञान जी इसी कारण ज्ञान जी भी नही आ पायेगें। अन्त में कार्यक्रम को स्थगित कर फिर 14 की बात समाने आ गई कि 14 को हर्षवर्धन जी आ रहे है उन्हे भी शामिल कर लेते है। पर मै इस स्थिति में नही था क्योकि मेरे पास समय का आभाव था ही साथ साथ मैने अपने महाशक्ति समूह को पहले से बुला लिया था। मेरा यही उत्तर था कि मैने हर्ष जी को मेल कर दिया है कि उनके आने पर उनसे मिलने का कार्यक्रम पुन: तय हो जायेगा किन्तु बार बार कार्यक्रम रद्द करना ठीक नही है। और फिर 11 बजे मिलने का कार्यक्रम तय हो गया।
जो भी पूर्व की योजना थी उसके अनुसार ताराचन्द्र जी 11.10 बजे तक आ चुके थे। और उसके बाद करीब 11.20 पर रामचन्द्र जी का भी आगमन हो गया। जब फिर पेशे से अधिवक्ता श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह और मानवेन्द्र भी हाजिर हो गये। उसके बाद करीब 12.30 पर राजकुमार और शिव भी उपस्थित हए। इस प्रकार महाशक्ति समूह के आधा दर्जन ब्लागर और रामचन्द्र मिश्र जी के मध्य विभिन्न विषयों पर काफी गरमारम वार्तालाप का आयोजन हुआ। कई प्रश्नों का आदान प्रदान हुआ।
रामचन्द्र जी ने सबको अपने अपने व्यक्तिगत ब्लागर पर लिखने को सलाह दिया किन्तु तारा चन्द्र जी ने प्रतिउत्तर में कहा कि हम एक है और महाशक्ति समूह में लिखने को तत्पर है। हमारा अपना ब्लाग भी है किन्तु महाशक्ति समूह के साथ खुश है। काफी वरिष्ठ ब्लागरों की चर्चा भी आयोजित हुई। हिन्दी ब्लागगिंग के भविष्य और महाशक्ति के अगले कार्यक्रम पर भी चर्चा हई। ताराचन्द्र जी ने बताया कि हम केवल ब्लागिंग ही नही समाज के अन्य सरोकारों से जुड़े हुऐ है चिट्ठकारी तो एक माध्यम है और उसे महाशक्ति की ओर से प्रमेन्द्र सम्हाल रहे है। साथ ही साथ विभिन्न प्रकार के आयोजनों के जरिये महाशक्ति स्थानीय मीडिया की सुर्खियों में रहती है।
अन्त में इस ब्लागर मीट के आयोजन के तीन घोषणाएँ गई। प्रथम यह कि हमारें राजकुमार अब नौकारी पेशा व्यक्ति हो गये है अर्थात उन्हे भारतीय रेलवे में जगह मिल गई है। कुछ दिनों से वे ज्वाईनिग के चक्कर लगा रहे है, कुछ आवाश्यक कागजों के लिये उनका इलाहाबाद मात्र 12 घन्टे के लिये इलाहबाद आना हुआ था और इसी 12 घन्टे में मेरे विशेष अनुरोध पर करीब 3 अमूल्य घन्टे हमारे साथ रहे। राजकुमार का नौकरी में आना हमारी युवा मंडली के लिये विशेष गौरव की बात है। यह इसलिये भी यह हमें एहसास दिलाता है कि अब महाशक्ति स्थायित्व की ओर बढ़ रही है। दूसरी घोषणा महाशक्ति के तकनीकि विशेषज्ञ श्री मानवेन्द्र प्रताप सिंह जी ने कि वह यह कि हमें गूगल की तरफ से आवाश्यक पिन मिल गया है। यह पिन हमारे लिये सिर दर्द बना हुआ था यह एक ऐसी हड्डी थी जो न निगला जा सकता था न उगला। इस पिन प्राप्ति के बाद अब हमारे 234 अमेरिकी डालर (13 अप्रेल तक) प्राप्त होने की काफी आशा हो गई है। चलते चलते मिश्र जी को अपने आवास का अवलोकन करवाया। उसी अवलोकर के दौरान उन्होने अपने कैमरे में '' 45 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान पर ब्लागरमीट आयोजन का सक्ष्य दर्ज किया। :) तीसरी घोषणा स्वयं राम चन्द्र मिश्र ने की कि जो अभी कॉल आया था वह लड़की वालों का था और मेरी शादी के लिये कार्यक्रम तय कर रहे है। तीनों घोषणा में सबसे ज्यादा ताली रामचन्द्र जी की इस घोषणा ने बटोरी। :) तो क्या आप बरात के लिये तैयार है?
कहने को बहुत कुछ है किन्तु कहने का समय नही है जल्द ही फिर आपके सम्मुख उपस्थित रहूँगा।
जय श्रीराम
चित्र यहॉं है - 45 डिग्री सेल्सियस तापमान के मध्य चित्र में इलाहाबाद ब्लागर मीट सौजन्य से श्री रामचन्द्र मिश्र
प्रमेंद्र
जवाब देंहटाएंमैं सफर में था अभी मेल देखी। अच्छा है, कई खुशखबरियां आ गई हैं। अगले मिलन में तापमान पर कुछ काबू होगा क्योंकि, डॉलर की रकम जाएगी। मैं 15, 18 और 20 को शहर में नहीं हूं। बीच में किसी दिन मिलने का कार्यक्रम सबका बने तो, मजा आ जाए।
और, राजकुमारजी जी नौकरी मिलने की बधाई
जवाब देंहटाएंराज कुमार को नौकरी मिलने की बधाई और प्रमेन्द्र को हुई असुविधा के लिये क्षमा प्रार्थी हूँ।
जवाब देंहटाएंहर्षवर्धन जी आप जब भी आइये मिलने का कार्यक्रम तय है, बशर्ते आपको घर पर आना होगा :)
जवाब देंहटाएंराम चन्द्र मिश्र भइया, व्यकरण जन्य गलती के कारण दोष आप पर आ गया इस कारण आपसे क्षमा चाहूँगा। मेरे कहने का तात्पर्य दूसरा था किन्तु जल्दबाजी में अर्थ कुछ दूसरा निकल आया।
बहुत अच्छा । लेकिन अब जल्दी से बारात में जाने के बारे में भी बतला दीजिये। अगला ब्लोगर मीट वहीं करेंगे।
जवाब देंहटाएंवाह!!! तीनों ख़बरें ज़ोरदार हैं। इनमें भी तीसरी यानी कि शादी वाली सबसे ज़्यादा। हम तो तैयार हैं, बस निमंत्रण-पत्र का इंतज़ार है। :)
जवाब देंहटाएंअरे प्रमेन्द्र, क्या धांसू खबरें दिए हो!! पहले तो गूगल बाबा से मिलने वाली पहली रक़म के लिए बधाई, आगे भी इसी तरह गूगल बाबा से डॉलर बटोरते रहो। लेकिन सस्ते में नहीं छूटोगे, पार्टी वगैरह बनती है भई इस बात पर तो!!
जवाब देंहटाएंऔर मिश्रा जी के लगन की भी बात बता दिए, ऊ हमका नहीं बताए हैं इसलिए धरते हैं उनको अभी, चैट पर अवतरित हुए हैं!! ;)