अमिताभ-रेखा की अन्तिम फिल्म सिलसिला को कौन भूल सकता है, इस फिल्म के सभी गाने सदाबहार थे किन्तु देखा एक ख्वाब तो ये सिलसिले हुए गाना आज भी युवाओ के साथ-साथ प्रौढ़ो को भी मद्मस्त कर देता है, तो अमिताभ की आवाज़ में गाया गया रंग बरसे भींगे चुनरवाली गाना होली के पर्व पर सर्वाधिक पंसद किये जाने वाले गीतो में से एक होना है। अमिताभ और रेखा के बीच यह अन्तिम फिल्म थी। इस फिल्म की कहानी ने अमिताभ और रेखा के प्रेम को ऐसी हवा दी कि दोनो ने अपने चाहने वालो को ऐसा अभिशाप दिया कि आज भी उनके चाहने वाले इस सदमे से बाहर नही निकल पाये, वह था फिर दोबारा एक साथ काम न करने का।
कहा जा रहा है कि रेखा अपनी मांग में अमिताभ के नाम का सिंदूर लगाती हैं। यह कहना है 'बिग बॉस' के कंटेस्टेंट पुनीत इस्सर की पत्नी दीपाली इस्सर का। दीपाली ने हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा कि बॉलिवुड की सुपरस्टार रेखा अमिताभ बच्चन के नाम का सिंदूर लगाती हैं। वैसे बॉलिवुड में इस बात को लेकर चर्चा तो काफी पुरानी है, लेकिन इस तरह खुलकर बात करने की हिम्मत किसी ने नहीं की। लोगों ने इससे पहले भी यह जानने की कोशिश जरूर की है कि रेखा आखिर सिंदूर क्यों लगाती हैं? ...और आखिरकार यह मान लिया गया कि शायद इसलिए कि यह रेखा का स्टाइल स्टेटमेंट है और उनकी पर्सनैलिटी पर यह सूट होता है।
'बिग बॉस 8' के दौरान 'बिग बॉस' के घर अपनी फिल्म का प्रमोशन करने पहुंचीं रेखा ने पुनीत इस्सर से बातें नहीं की थीं और उन्हें इग्नोर करने की कोशिश करती दिखीं थीं। दरअसल फिल्म 'कुली' की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन को चोटें आईं थीं। कहा जाता है कि इस सीन में पुनीत इस्सर को अमिताभ बच्चन पर हमला करना था, जिस दौरान बिग बी को चोटें आईं और इसके लिए रेखा आज भी पुनीत को दोषी मानती हैं।
दरार
आज भी इन दोनो की भूमिकाओं वाली फिल्मो को देखने के लिये हर फिल्म प्रेमी इंतजार कर रहा है। चाहे वह फिल्म अलादीन मे रेखा की भूमिका की जो अफवाह साबित हुई और चाहे वाल्ट डिजनी की फिल्म 'मर्म योगी' में रेखा और अमिताभ को लेने की बात हो रही है, अब यह कितना सही है यह वक्त ही बतायेगा। इच्छा तो आपकी भी होगी कि एक बार फिर से अमिताभ और रेखा एक साथ हो, इच्छा तो मेरी भी है पर क्या यह पूरी होगी ?
रेखा और अमिताभ हिन्दी सिनेमा के दो ऐसे नाम हैं जिन्हें आज भी लोग एक साथ अभिनय करते हुए देखना चाहते हैं। एक-दूसरे से प्यार करने के कारण दोनों हमेशा सुर्खियों में बने रहे।
70 के दशक में अमिताभ और रेखा की जोड़ी परदे पर हिट थी। दोनों में गजब केमिस्ट्री के कारण इनके अफेयर की चर्चा हर ओर होने लगी थी।
कहते हैं सच्चा प्यार आपकी जिंदगी बना देता है, शायद रेखा की जिंदगी में भी कुछ ऐसा ही हुआ। फिल्म 'सिलसिला' रेखा और अमिताभ के प्यार और दर्द की कहानी बयान करती है।
अस्सी दशक की यह मशहूर जोड़ी अगर एक बार फिर पर्दे पर आ जाए तो बॉलीवुड में धूम मच जाएगी। यह मशहूर जोड़ी अगर एक बार फिर पर्दे पर आ जाए तो बॉलीवुड में धूम मच जाएगी।
रेखा ने बहुत सी शानदार फिल्मों में काम किया लेकिन जिन फिल्मों में रेखा का जादू सर चढ़ कर बोला वह थीं उमराव जान, खूबसूरत, सिलसिला, मुकद्दर का सिकंदर, खूब भरी मांग, खिलाड़ियों का खिलाड़ी।
साल 1981 की फिल्म सिलसिला ने बॉलीवुड में एक अनोखे प्यार का सिलसिला छेड़ दिया। रेखा और अमिताभ दोनों की प्रेम कहानी पीढि़यों तक एक खामोश प्यार की मिसाल बन गई। वैसे अमिताभ ने एक अच्छे पति का फर्ज निभाया और अपने अधूरे प्यार को भूला दिया। लेकिन आज भी दोनों एक-दूसरे की सलामती के लिए चुपके से दुआ मांगते हैं।
अमिताभ बच्चन और रेखा की सुपरहिट फिल्मे दो अनजाने (1976)
अमिताभ बच्चन और रेखा ने पहली बार 'दो अनजाने' फिल्म में एकसाथ काम किया था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी रही थी। इसमें अमिताभ-रेखा पति-पत्नी की भूमिका में थे। अमिताभ एक लविंग हस्बैंड के रोल में थे, तो रेखा का किरदार एक ऐसी पत्नी का था, जो करियर और पैसों की खातिर अपने पति और बच्चे को छोड़कर चली जाती है।
मुकद्दर का सिकंदर (1978)
अमिताभ और रेखा की दूसरी ब्लॉकबस्टर फिल्म थी मुकद्दर का सिंकदर। फिल्म शोले और बॉबी के बाद 70 के दशक की तीसरी सबसे बड़ी हिट थी।
सुहाग (1979)
दोनों की एक और बॉक्स ऑफिस हिट। बिग बी और रेखा की यह फिल्म 1979 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी। फिल्म में एक शराबी की भूमिका में अमिताभ और तवायफ की भूमिका में रेखा थीं। इन दोनों की रोमांटिक जोड़ी ने दर्शकों को खूब लुभाया।
अमिताभ बच्चन और रेखा की सुपरहिट फिल्मे दो अनजाने (1976)
अमिताभ बच्चन और रेखा ने पहली बार 'दो अनजाने' फिल्म में एकसाथ काम किया था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छी रही थी। इसमें अमिताभ-रेखा पति-पत्नी की भूमिका में थे। अमिताभ एक लविंग हस्बैंड के रोल में थे, तो रेखा का किरदार एक ऐसी पत्नी का था, जो करियर और पैसों की खातिर अपने पति और बच्चे को छोड़कर चली जाती है।
मुकद्दर का सिकंदर (1978)
अमिताभ और रेखा की दूसरी ब्लॉकबस्टर फिल्म थी मुकद्दर का सिंकदर। फिल्म शोले और बॉबी के बाद 70 के दशक की तीसरी सबसे बड़ी हिट थी।
सुहाग (1979)
दोनों की एक और बॉक्स ऑफिस हिट। बिग बी और रेखा की यह फिल्म 1979 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म थी। फिल्म में एक शराबी की भूमिका में अमिताभ और तवायफ की भूमिका में रेखा थीं। इन दोनों की रोमांटिक जोड़ी ने दर्शकों को खूब लुभाया।
मिस्टर नटवरलाल (1979)
1979 में ही दोनों की एक और फिल्म मिस्टर नटवरलाल आई। यह फिल्म ऐक्शन-कॉमेडी थी।
1979 में ही दोनों की एक और फिल्म मिस्टर नटवरलाल आई। यह फिल्म ऐक्शन-कॉमेडी थी।
सिलसिला (1981)
हिंदी फिल्मों के चाहने वालों को इस फिल्म के बारे में बताने की कोई जरूरत नहीं है। फैन्स जानते हैं कि 'सिलसिला' को अमिताभ और रेखा की लव स्टोरी के लिए आज भी याद किया जाता है। फिल्म में अमिताभ की 'लव लाइफ' रेखा और 'लाइफ लाइन' यानी जया दोनों थीं। रेखा के साथ जब-जब अमिताभ के रोमांस की चर्चा होती है तो इस फिल्म का नाम जरूर लिया जाता है।
अमिताभ बच्चन की नायिकाएँ जिनके अभिनय को काफी सराहा गया
अमिताभ-जया बच्चन
कई लोगों को मानना है कि जया बच्चन के साथ अमिताभ ने अपने जीवन की श्रेष्ठ फिल्में की हैं। साथ काम करते हुए दोनों में रोमांस हुआ और जया बच्चन रील लाइफ से निकलकर रियल लाइफ में भी अमिताभ की नायिका बनी। बंसी बिरजू, शोले, मिली, अभिमान, चुपके-चुपके, सिलसिला, जंजीर, एक नजर और कभी खुशी कभी गम जैसी यादगार फिल्में दोनों ने दी। जया बच्चन उन चुनिंदा नायिकाओं में से एक हैं, जिन्हें अमिताभ के रहते हुए भी जोरदार भूमिका निभाने को मिली।‘सिलसिला’ में रेखा और जया दोनों अमिताभ की नायिकाएँ थीं।
अमिताभ-राखी
राखी अमिताभ की नायिका भी बनी और बाद में माँ भी। दोनों की साथ की गई फिल्मों को ज्यादा सफलता तो नहीं मिली, लेकिन उनकी जोड़ी को खासा सराहा गया। दोनों का रोमांस परदे पर खामोशी के साथ पेश किया गया। बेमिसाल, त्रिशूल, कभी-कभी, काला पत्थर, बरसात की एक रात, कस्मे-वादे और जुर्माना में दोनों साथ नजर आएँ। ‘शक्ति’ में राखी ने अमिताभ की माँ की भूमिका अदा की थी।
अमिताभ-परवीन बॉबी
ग्लैमरस परवीन बॉबी 8 फिल्मों में अमिताभ की नायिका बनीं और दोनों की जोड़ी को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया। दीवार, खुद्दार, शान, दो और दो पाँच, महान, मजबूर, कालिया और अमर अकबर एंथोनी में दोनों साथ दिखाई दिए। इनमें से पाँच फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रहीं। बाद में परवीन बॉबी बीमार हो गई और दोनों की जोड़ी टूट गई। अपने जीवन के आखिरी दिनों में परवीन ने अमिताभ पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, परंतु बिग-बी ने परवीन की मानसिक स्थिति को देख चुप रहना ही बेहतर समझा।
अमिताभ-ज़ीनत अमान
परवीन की तरह ज़ीनत अमान को अमिताभ की फिल्मों में ग्लैमर बढ़ाने के लिए लिया जाता था, क्योंकि अमिताभ की फिल्मों में नायिकाओं को करने को कुछ खास नहीं रहता था। द ग्रेट गैम्बलर, डॉन, लावारिस, दोस्ताना, पुकार और महान में दोनों साथ दिखाई दिए।
अमिताभ-जयाप्रदा
जया नाम की नायिका के साथ अमिताभ की जोड़ी दूसरी बार जमी। परवीन बॉबी, जीनत अमान और राखी जैसी नायिकाओं का जादू ढल गया तो जयाप्रदा ने अमिताभ के साथ जोड़ी जमाई। शराबी, गंगा जमुना सरस्वती, आखिरी रास्ता, जादूगर, इंद्रजीत और आज का अर्जुन में अमिताभ और जयाप्रदा साथ नजर आएँ। इनमें से तीन फिल्में सुपरहिट हुईं और तीन सुपरफ्लॉप।
अमिताभ-हेमा मालिनी
सत्ते पे सत्ता, देश प्रेमी, नास्तिक, नसीब, बाबुल और बागबाग में स्वप्न सुंदरी हेमा मालिनी अमिताभ की नायिका बनीं। जिसमें से तीन फिल्म सफल रही। हेमा मालिनी ने अमिताभ के बजाय धर्मेन्द्र को ज्यादा प्राथमिकता दी, इसलिए दोनों ने कम फिल्मों में साथ काम किया। हेमा मालि नी ‘गहरी चाल’ में की अमिताभ की बहन बनी थीं।
'बिग बी के साथ शाम बिताने के लिए फिल्म शेड्यूल बदलवाना चाहती थीं रेखा'
बॉलीवुड एक्टर रंजीत उर्फ गोपाल बेदी ने एक्ट्रेस रेखा के बारे में नया खुलासा किया है। एक लीडिंग मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि कैसे अमिताभ बच्चन के साथ शाम गुजारने के लिए वे अपनी फिल्म के शेड्यूल को चेंज कराना चाहती थीं। रंजीत के अनुसार, वे रेखा, धर्मेंद्र और जया प्रदा को अपनी फिल्म 'कारनामा' के लिए साइन कर चुके थे, लेकिन रेखा ने साइनिंग अमाउंट लौटाकर फिल्म छोड़ दी। वे कहते हैं, "फिल्म का पूरा फर्स्ट शेड्यूल शाम को शिफ्ट कर दिया था। एक दिन रेखा का कॉल आया और उन्होंने मुझसे शेड्यूल सुबह करने की गुजारिश की, क्योंकि उन्हें अमिताभ के साथ शाम बितानी थी। मैंने फिल्म डिले कर दी और धर्मेंद्र अपने अन्य कमिटमेंट्स को पूरा करने में लग गए। धर्मेंद्र ने मुझे रेखा की जगह अनिता राज का नाम सुझाया था। बाद में मैंने 'कारनामा' फराह, किमी काटकर और विनोद खन्ना के साथ बनाई। 1990 में जब यह फिल्म रिलीज हुई तो इसने एवरेज बिजनेस किया।" बता दें कि उस दौर में बिग बी और रेखा की अफेयर ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। हालांकि, उनका यह प्यार शादी की दहलीज तक नहीं पहुंच सका।
'किसिंग' सीन की वजह से चर्चा में आईं थी रेखा, मांग में सिंदूर भरकर कर दिया था सबको हैरान
आज बॉलीवुड की खूबसूरत और सदाबाहर अभिनेत्री रेखा-अमिताभ के प्यार का ऐलान तो नहीं हुआ मगर ये प्रमे कहानी जमाने भर में सुर्खियों में रही है। इस इश्क की ना जाने कितनी कहानियां हवाओं में तैरती रहीं। ये मोहब्बत का वो सिलसिला है जिसका जादू गुजरता वक्त भी कम नहीं कर सका. अमिताभ बच्चन रेखा और मोहबब्त का वो सिलसिला 25 साल पहले शुरू हुआ था। इनकी बेपनाह मोहब्बत, इनकी उलझने और आखिरकार समाज के बंधनों के सामने समझौता करती फिल्मी किरदारों को देखकर लगा कि ये सिर्फ फिल्म की कहानी नहीं बल्कि दिल से निकली एक आवाज है।
क्या वाकई में अमिताभ रेखा की लव स्टोरी वाकई में थी? कोई कहता है कि ये मोहब्बत की दास्तान हकीकत नहीं थी तो कुछ लोगों के पास इस प्रेम कहानी के दिलचस्प किस्से हैं। पहली बार ये दोनों 'दो अनजाने' में नजर आए थो जो 1976 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म की शूटिंग के वक्त ये दोनों एक दूसरे से अनजाने थे। रेखा से मुलाकात से पहले 1973 में अमिताभ-जया से शादी कर चुके थे। अमिताभ उस समय स्टार बन चुके थे तब तक ना तो रेखा डिमांड में थी और ना ही लोग उनके दिवाने थे।रेखा खबरों में रहती थीं लेकिन गलत वजह से रेखा विश्वजीत के साथ किसिंग सीन की वजह से चर्चा में रहीं। इसकी तस्वीरें मैगजीन के कवर पेज पर छपी थीं। इसके अलावा रेखा का नाम किरण कुमार के साथ भी जुड़ा. 1973 में खबर आई कि रेखा ने विनोद मेहरा से शादी कर ली। ये बात उन्होंने कभी कबूली नहीं बाद में इनका तलाक भी हुआ। इसके बाद 'दो अनजाने' के सेट पर अमिताभ की एंट्री हुई। इसके बाद रेखा के लिए सब कुछ बदल गया। रेखा बदलने लगीं। अमिताभ की शख्सियत उनके काम को देखकर.रेखा काम को संजीदगी से लेने लगीं। अमिताभ ने उन पर जादू सा कर दिया था।
घूम फिर कर ही सही लेकिन दिल की बात जुबां पर आ ही गई। एक इंटरव्यू में रेखा ने खुद बताया, 'मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा, काम को लेकर मेरा नजरिया ही बदल गया. अब फिल्म का सेट मेरे लिए खेल का मैदान नहीं रहा। ये बदलाव अविश्वसनीय था। कई बार तो बैठकर सोचती थी कि क्या ये सच में हो रहा है. उस लड़की को पता ही नहीं था कि पेशेवर होना क्या होता था।' ये फिल्म कामयाब रही और फिल्म इंडस्ट्री को एक सुपरहिट जोड़ी मिल गई. इसके बाद कभी फिल्म के सेट पर तो कभी बाद में बातें और मुलाकातें होने लगीं। इसके बाद 1977-79 तक 'मुकद्दर का सिकंदर', गंगा की सौगंध और मिसटर नटवर लाल की कामयाबी ने इनकी जोड़ी का डंका बजा दिया। रील लाइफ की ये खूबसूरत केमिस्ट्री अब रियल लाइफ में नजर आने लगी थी ऋषि कपूर और नीतू की शादी में पहुंची रेखा को अचानक मांग में सिंदूर भरे देखकर लोग हैरान हो गए. चुपके-चुपके लोग ये भी बातें करने लगे कि क्या अमिताभ और रेखा ने शादी कर ली। उस रात की तस्वीरें कई मैगजीन्स में छपीं। लेकिन इन सवालों के जवाब में रेखा ने कभी कुछ खुलकर नहीं कहा और ये राज-राज ही रह गया।
हिंदी फिल्मों के चाहने वालों को इस फिल्म के बारे में बताने की कोई जरूरत नहीं है। फैन्स जानते हैं कि 'सिलसिला' को अमिताभ और रेखा की लव स्टोरी के लिए आज भी याद किया जाता है। फिल्म में अमिताभ की 'लव लाइफ' रेखा और 'लाइफ लाइन' यानी जया दोनों थीं। रेखा के साथ जब-जब अमिताभ के रोमांस की चर्चा होती है तो इस फिल्म का नाम जरूर लिया जाता है।
अमिताभ बच्चन की नायिकाएँ जिनके अभिनय को काफी सराहा गया
अमिताभ-जया बच्चन
कई लोगों को मानना है कि जया बच्चन के साथ अमिताभ ने अपने जीवन की श्रेष्ठ फिल्में की हैं। साथ काम करते हुए दोनों में रोमांस हुआ और जया बच्चन रील लाइफ से निकलकर रियल लाइफ में भी अमिताभ की नायिका बनी। बंसी बिरजू, शोले, मिली, अभिमान, चुपके-चुपके, सिलसिला, जंजीर, एक नजर और कभी खुशी कभी गम जैसी यादगार फिल्में दोनों ने दी। जया बच्चन उन चुनिंदा नायिकाओं में से एक हैं, जिन्हें अमिताभ के रहते हुए भी जोरदार भूमिका निभाने को मिली।‘सिलसिला’ में रेखा और जया दोनों अमिताभ की नायिकाएँ थीं।
अमिताभ-राखी
राखी अमिताभ की नायिका भी बनी और बाद में माँ भी। दोनों की साथ की गई फिल्मों को ज्यादा सफलता तो नहीं मिली, लेकिन उनकी जोड़ी को खासा सराहा गया। दोनों का रोमांस परदे पर खामोशी के साथ पेश किया गया। बेमिसाल, त्रिशूल, कभी-कभी, काला पत्थर, बरसात की एक रात, कस्मे-वादे और जुर्माना में दोनों साथ नजर आएँ। ‘शक्ति’ में राखी ने अमिताभ की माँ की भूमिका अदा की थी।
अमिताभ-परवीन बॉबी
ग्लैमरस परवीन बॉबी 8 फिल्मों में अमिताभ की नायिका बनीं और दोनों की जोड़ी को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया। दीवार, खुद्दार, शान, दो और दो पाँच, महान, मजबूर, कालिया और अमर अकबर एंथोनी में दोनों साथ दिखाई दिए। इनमें से पाँच फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रहीं। बाद में परवीन बॉबी बीमार हो गई और दोनों की जोड़ी टूट गई। अपने जीवन के आखिरी दिनों में परवीन ने अमिताभ पर कई गंभीर आरोप लगाए थे, परंतु बिग-बी ने परवीन की मानसिक स्थिति को देख चुप रहना ही बेहतर समझा।
अमिताभ-ज़ीनत अमान
परवीन की तरह ज़ीनत अमान को अमिताभ की फिल्मों में ग्लैमर बढ़ाने के लिए लिया जाता था, क्योंकि अमिताभ की फिल्मों में नायिकाओं को करने को कुछ खास नहीं रहता था। द ग्रेट गैम्बलर, डॉन, लावारिस, दोस्ताना, पुकार और महान में दोनों साथ दिखाई दिए।
अमिताभ-जयाप्रदा
जया नाम की नायिका के साथ अमिताभ की जोड़ी दूसरी बार जमी। परवीन बॉबी, जीनत अमान और राखी जैसी नायिकाओं का जादू ढल गया तो जयाप्रदा ने अमिताभ के साथ जोड़ी जमाई। शराबी, गंगा जमुना सरस्वती, आखिरी रास्ता, जादूगर, इंद्रजीत और आज का अर्जुन में अमिताभ और जयाप्रदा साथ नजर आएँ। इनमें से तीन फिल्में सुपरहिट हुईं और तीन सुपरफ्लॉप।
अमिताभ-हेमा मालिनी
सत्ते पे सत्ता, देश प्रेमी, नास्तिक, नसीब, बाबुल और बागबाग में स्वप्न सुंदरी हेमा मालिनी अमिताभ की नायिका बनीं। जिसमें से तीन फिल्म सफल रही। हेमा मालिनी ने अमिताभ के बजाय धर्मेन्द्र को ज्यादा प्राथमिकता दी, इसलिए दोनों ने कम फिल्मों में साथ काम किया। हेमा मालि नी ‘गहरी चाल’ में की अमिताभ की बहन बनी थीं।
'बिग बी के साथ शाम बिताने के लिए फिल्म शेड्यूल बदलवाना चाहती थीं रेखा'
बॉलीवुड एक्टर रंजीत उर्फ गोपाल बेदी ने एक्ट्रेस रेखा के बारे में नया खुलासा किया है। एक लीडिंग मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि कैसे अमिताभ बच्चन के साथ शाम गुजारने के लिए वे अपनी फिल्म के शेड्यूल को चेंज कराना चाहती थीं। रंजीत के अनुसार, वे रेखा, धर्मेंद्र और जया प्रदा को अपनी फिल्म 'कारनामा' के लिए साइन कर चुके थे, लेकिन रेखा ने साइनिंग अमाउंट लौटाकर फिल्म छोड़ दी। वे कहते हैं, "फिल्म का पूरा फर्स्ट शेड्यूल शाम को शिफ्ट कर दिया था। एक दिन रेखा का कॉल आया और उन्होंने मुझसे शेड्यूल सुबह करने की गुजारिश की, क्योंकि उन्हें अमिताभ के साथ शाम बितानी थी। मैंने फिल्म डिले कर दी और धर्मेंद्र अपने अन्य कमिटमेंट्स को पूरा करने में लग गए। धर्मेंद्र ने मुझे रेखा की जगह अनिता राज का नाम सुझाया था। बाद में मैंने 'कारनामा' फराह, किमी काटकर और विनोद खन्ना के साथ बनाई। 1990 में जब यह फिल्म रिलीज हुई तो इसने एवरेज बिजनेस किया।" बता दें कि उस दौर में बिग बी और रेखा की अफेयर ने खूब सुर्खियां बटोरी थीं। हालांकि, उनका यह प्यार शादी की दहलीज तक नहीं पहुंच सका।
'किसिंग' सीन की वजह से चर्चा में आईं थी रेखा, मांग में सिंदूर भरकर कर दिया था सबको हैरान
आज बॉलीवुड की खूबसूरत और सदाबाहर अभिनेत्री रेखा-अमिताभ के प्यार का ऐलान तो नहीं हुआ मगर ये प्रमे कहानी जमाने भर में सुर्खियों में रही है। इस इश्क की ना जाने कितनी कहानियां हवाओं में तैरती रहीं। ये मोहब्बत का वो सिलसिला है जिसका जादू गुजरता वक्त भी कम नहीं कर सका. अमिताभ बच्चन रेखा और मोहबब्त का वो सिलसिला 25 साल पहले शुरू हुआ था। इनकी बेपनाह मोहब्बत, इनकी उलझने और आखिरकार समाज के बंधनों के सामने समझौता करती फिल्मी किरदारों को देखकर लगा कि ये सिर्फ फिल्म की कहानी नहीं बल्कि दिल से निकली एक आवाज है।
क्या वाकई में अमिताभ रेखा की लव स्टोरी वाकई में थी? कोई कहता है कि ये मोहब्बत की दास्तान हकीकत नहीं थी तो कुछ लोगों के पास इस प्रेम कहानी के दिलचस्प किस्से हैं। पहली बार ये दोनों 'दो अनजाने' में नजर आए थो जो 1976 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म की शूटिंग के वक्त ये दोनों एक दूसरे से अनजाने थे। रेखा से मुलाकात से पहले 1973 में अमिताभ-जया से शादी कर चुके थे। अमिताभ उस समय स्टार बन चुके थे तब तक ना तो रेखा डिमांड में थी और ना ही लोग उनके दिवाने थे।रेखा खबरों में रहती थीं लेकिन गलत वजह से रेखा विश्वजीत के साथ किसिंग सीन की वजह से चर्चा में रहीं। इसकी तस्वीरें मैगजीन के कवर पेज पर छपी थीं। इसके अलावा रेखा का नाम किरण कुमार के साथ भी जुड़ा. 1973 में खबर आई कि रेखा ने विनोद मेहरा से शादी कर ली। ये बात उन्होंने कभी कबूली नहीं बाद में इनका तलाक भी हुआ। इसके बाद 'दो अनजाने' के सेट पर अमिताभ की एंट्री हुई। इसके बाद रेखा के लिए सब कुछ बदल गया। रेखा बदलने लगीं। अमिताभ की शख्सियत उनके काम को देखकर.रेखा काम को संजीदगी से लेने लगीं। अमिताभ ने उन पर जादू सा कर दिया था।
घूम फिर कर ही सही लेकिन दिल की बात जुबां पर आ ही गई। एक इंटरव्यू में रेखा ने खुद बताया, 'मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा, काम को लेकर मेरा नजरिया ही बदल गया. अब फिल्म का सेट मेरे लिए खेल का मैदान नहीं रहा। ये बदलाव अविश्वसनीय था। कई बार तो बैठकर सोचती थी कि क्या ये सच में हो रहा है. उस लड़की को पता ही नहीं था कि पेशेवर होना क्या होता था।' ये फिल्म कामयाब रही और फिल्म इंडस्ट्री को एक सुपरहिट जोड़ी मिल गई. इसके बाद कभी फिल्म के सेट पर तो कभी बाद में बातें और मुलाकातें होने लगीं। इसके बाद 1977-79 तक 'मुकद्दर का सिकंदर', गंगा की सौगंध और मिसटर नटवर लाल की कामयाबी ने इनकी जोड़ी का डंका बजा दिया। रील लाइफ की ये खूबसूरत केमिस्ट्री अब रियल लाइफ में नजर आने लगी थी ऋषि कपूर और नीतू की शादी में पहुंची रेखा को अचानक मांग में सिंदूर भरे देखकर लोग हैरान हो गए. चुपके-चुपके लोग ये भी बातें करने लगे कि क्या अमिताभ और रेखा ने शादी कर ली। उस रात की तस्वीरें कई मैगजीन्स में छपीं। लेकिन इन सवालों के जवाब में रेखा ने कभी कुछ खुलकर नहीं कहा और ये राज-राज ही रह गया।
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6 टिप्पणियां:
देखते है कब तक आ पाती है यह धमाकेदार जोड़ी सिनेमा स्क्रीन पर...
भैय्या अब ये दोनों ऊपर जाकर ही साथ होंगे हा हा हा ..देखते है कब तक आ पाती है...
प्रमेन्द्र भाई सुना है नि:ब्द पार्ट टू बन रही है ...सच है क्या
इच्छा तो मेरी भी है.. :)
क्यों आपसे जया बच्चन जी की खुशियां देखी नहीं जा रही हैं क्या...
जय हिंद...
ab sath aakar karenge bhi kya ???
jo hona tha..vo to jawani me hi ho gaya ....
ab to junior ki bari hai...
srry 4 tht comment...jst kidding
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