एक सार्वजनिक पत्र {TRSM} Is New World के नाम



मित्र {TRSM} Is New World आपका हार्दिक स्वागत है, आपके कुछ कमेन्‍ट्स महाशक्ति ब्लॉग के कुछ लेख (अल्लाह की शक्ति का अतिक्रमण करता भारतीय संविधान, कठमुल्लों फतवा जारी करो) तथा लेखों पर देखे, आपका सम्‍पर्क सूत्र खोजने का प्रयास किया किन्तु कोई सूत्र नहीं मिला। मेरा ईमेल pramendraps(at)gmai.com है। आप इस पर मुझ पर सम्पर्क कर सकते है मै आपके मेल का त्वरित उत्तर दूंगा, अगर आप अपना दूरभाष नम्‍बर हो तो प्रदान करें।


आपका अपना
प्रमेन्द्र प्रताप सिंह


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2 टिप्‍पणियां:

{TRSM} Is New World ने कहा…

मुझे अत्यधिक खुशी हुई की आप ने ''धोखा - इन्‍टरनेट का बंदा हिन्‍दू से मुसलमान हो गया'' लिखने के बाद भी मुझ पर विश्वास किया मैं आप का शुक्रगुजार हु की आप ने मुझे उतर दिया . आप के जिस लेक ने मुझे सब से जायदा पर्भवित किया है वो ''इस्‍लाम का संदेश आतंक मचाओ हूर मिलेगी और मुस्लिम सेक्यूलर और हिन्दू सम्प्रदायिक क्यो ?'' पढ़े है आपने इनमे जो बाते लिखी है वो अल्लहा , इस्‍लाम और कुरान की हकीकत पूरी दुनिया के आगे बया करती है और मुझे उम्मीद है की दुनिया समझेगी के ''अल्लहा , इस्‍लाम और कुरान '' ये तीनो ही काफी है दुनिया को बर्बाद करने के लिए इसलिए जितनी जल्दी हो सके इन्हें जड़ से मिटा दो और दुनिया जानती है के इन तीनो की जड़ कहा पर है...
मैं आप को बता दू की आप की बातो से लगता है की मेरे दिल की बातो को बाया करने वाला कोई दूत मुझे मिल गया हो. जैसे ही मुझे वक्त लगे गा मैं आप से बात करू गा ...जय हिंद
{TRSM}Is New World & New Imagination

Pramendra Pratap Singh ने कहा…

मित्र जितनी खुशी आपको है उनती ही मुझे भी है कि एक से भले दो होते है किन्‍तु अब एक और एक ग्‍यारह की शक्ति काम करेगी।

जहाँ तक लेख ''धोखा - इन्‍टरनेट का बंदा हिन्‍दू से मुसलमान हो गया'' के बाद आप पर विश्वास करने की है तो अगर आप सत्‍य है तो विश्वास करूँगा, अगर आप मुस्लिम हो तो स्‍पष्‍ट होना चाहिये किन्‍तु कोई विद्वेष पूर्वक धोखेबाजी करता है तो जरूर कष्‍ट पहुँचता है, मुझे आपके मुस्लिम होने से कोई परेशानी नही है किन्‍तु दिक्कत इस बात से है कि आप झूठ न बोलो।

मित्र आप और मुझमे कोई अंतर नही है, जो शक्ति मुझमे है वही आपमे भी है बस हम उसका प्रयोग अलग अलग तरीके से कर रहे है, जरूरी है कि यह शक्ति एकत्रित कर काम किया जाये।

भारत माता की जय
जय हिन्‍द