आखिरकार मेरी जिद्द काम कर गई और अरुण जी ने मेरी बात मान ली और इसी के साथ चित्रकारी में अरुण अरोड़ा जी पुन: पदार्पण कर रहे है। मेरी पुरानी पोस्ट के बाद अरुण जी ने मुझे फोन किया, और लंबी बातचीत हुई। मेरी और उनके बीच यह बातचीत उनके चिट्ठकारी छोड़ने के बाद पहली बातचीत थी। मेरे निवेदन पर वह चिट्ठाकारी मे पुन: आ रहे है और अपना नियमित लेखन महाशक्ति पर करेंगे, उन्होंने मेरे से वादा किया है कि एक दो दिन में समय निकाल कर पोस्ट करेंगे।
सिर्फ मै ही नही ब्लॉग जगत मे ऐसे बहुत से उनके प्रसंशक और पाठक है जो उनकी वापसी का इंतजार कर रहे थे, इसका अनुमान मेरी उनको याद की गई पोस्ट पर टिप्पणी से पता चलता है। वह अच्छे ब्लॉगर के साथ-साथ व्यावहारिक व्यक्ति भी जिसके कारण वो सभी के चहेते है। उनकी वापसी से मुझे खुशी है और इससे ज्यादा यह कि उन्होंने महाशक्ति को अपना पटल चुना है।
मैंने उन्हें महाशक्ति पर आमंत्रित होने का निवेदन किया था जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है, जिससे तो स्पष्ट है उनकी वापसी ने उन लोगों के मुँह पर तमाचा है जो मेरी पंगेबाज पर पिछली पोस्ट पर मेरे निवेदन को मजाक उड़ाया था। जबकि अब पंगेबाज का चिट्ठकारी मे वापसी हो चुकी है। उनको नयी पारी की शुरूवात की बहुत बधाई।
शेष फिर...... जय श्रीराम
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27 टिप्पणियां:
स्वागतम्
22 मई का इंतज़ार हमें भी है, एक असमंजस तो खतम हुआ मेरा :-)
अरे वाह,
रूबरू पढ़ेंगे पंगेबाज को।
श्रेय आपको भी जाता है, बधाई।
स्वागतम स्वागतम... महाशक्ति ने घोषणा की है तो खबर विश्वासनीय बन जाती है।
स्वागत है ।
स्वागत है जी..बड़ा सुखद लगा.
सुस्वागतम
बड़ी देर की मेहरबाँ आते-आते… तेरी राहों में खड़े हैं दिल थाम के… :) :)
welcome back ...
मन आनंद छायो।
सुस्वागतम !
प्रमेन्द्र और अरुणजी को हार्दिक बधाई । सप्रेम,
स्वागत है जी..बड़ा सुखद लगा
आज अरसे बाद पंगेबाज जी से बात हुई.. उन्ही से आपके इस पोस्ट का पता चला.. मन प्रसन्न हुआ.. :)
जब जब भी अरुण जी से मैं ने ब्लागीरी में वापस लौटने को कहा, उन्हों ने हमेशा इन्कार किया। पर मुझे विश्वास था, वे लोटेंगे। विश्वास सच साबित हुआ।
पर आप की पोस्टें खुलने में परेशानी क्यों कर रही हैं। हर बार रन टाइम एरर आ रही है। अरुण जी के पत्र वाली पोस्ट पर भी यही हो रहा है।
स्वागत है
स्वागत है, पर आप बड़े ’वो’ निकले ।
निट्ठल्ले की याचना को ठुकरा दिया...
और महाशक्ति का अनुरोध मान गये
ठीक है.. ठीक है.. प्रेमेन्द्र महाशक्ति जो हैं !
sham me hi chat par arun ji ne bataya ki ve kal ek post likhne ja rahe hain mahashakti blog par, mann khush ho gaya, aapke prayas ko dhanywad aur badhai, kal padhta hu aakar.
lekin us se pahle kuchh baat, blog ka black background hataiye, logo ko padhne me dikkat hoti hai i dont know ki mujhse pahle kisi ne ye baat aapko kahi ya nahi.
shesh shubh bandhu
चलिए वापसी का जश्न कुछ धमाकेदार लिखकर मनाएं। जल्द की धमाकेदार पोस्ट लिखें
असली मीनाकुमारी की रचनाएं अवश्य बांचे
फिल्म अभिनेत्री मीनाकुमारी बहुत अच्छा लिखती थी. कभी आपको वक्त लगे तो असली मीनाकुमारी की शायरी अवश्य बांचे. इधर इन दिनों जो कचरा परोसा जा रहा है उससे थोड़ी राहत मिलगी. मीनाकुमारी की शायरी नामक किताब को गुलजार ने संपादित किया है और इसके कई संस्करण निकल चुके हैं.
आपको और अरूण जी,दोनो को बहुत बहुत बधाई
इंतजार है....
मैंने भी बहुत सुना है पंगेबाज का नाम। स्वागत है।
aa jao bhai yahan bhi panga lene ko taiyar bethe hain "khushaamdeed" -dr khan udaipur
हार्दिक स्वागत है, इंतजार कर रहे हैं.
रामराम.
Hamaare taraf se bhee welcome hai jee |
पंगेबाज का जाना हमारे लिये बहुत दुखद था। एक बार इस मसले पर उनसे लम्बी बात भी हुयी। आप उन्हें वापस लाने में सफल हुये, यह जानकर बहुत खुशी और हैरानी हुयी।
स्वागतम्
Janamdin ki bhi haardik shubhkamnayne
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