झड़ते बालों से बचने के लिए घरेलू नुस्खे और उपचार

आज के प्रदूषण भरे वातावरण में बालों के झड़ने की समस्या आम हो गई है। इस समस्या से सौ लोगों में से नब्बे लोग ग्रस्त हैं। 50 से 100 बाल तो रोज़ ही झड़ते हैं मगर जब यह संख्या बढ़ जाती है तब चिंता करने की जरूरत होती है। त्वचा विशेषज्ञ के अनुसार बालों का पतला होना और गंजेपन के लक्षण को एलोपेशीया कहते हैं। बहुत लोगों को तीस के उम्र में ही बालों के झड़ने की समस्या शुरू हो जाती है। इस समस्या के वैसे तो बहुत कारण होते हैं जैसे, शरीर में हार्मोनल बदलाव, तनाव या खराब जीवनशैली आदि। बालों के झड़ने की समस्या का कारण खोजना तो जरूरी होता है मगर उससे पहले कुछ घरेलु उपचारों की सहायता से आप बालों का झड़ना कम कर सकते हैं-
  • झड़ते बालों से बचने के लिए रात में मेथी के बीजों को पानी में भिगो देना चाहिए। सुबह उठने पर इन्हे पीसकर लेप जैसा बना लेना चाहिए और फिर इस लेप को बालों पर लगाना चाहिए। ऐसा कुछ दिनों तक करने से रोगी के बाल झड़ना रुक जाते हैं।
  • बाल झड़ने बेर के पत्तों को पीसकर इसमें नींबू का रस मिलाकर सिर पर लगाने से बाल दोबारा उगने लगते हैं।
  • ताजा धनिये का रस या गाजर का रस बालों की जड़ों में लगाने से रोगी व्यक्ति के बाल झड़ने बंद हो जाते हैं।
  • सिर में जिस जगह से बाल झड़ गये हैं उस जगह पर प्याज का रस लगाने से बाल दोबारा उग आते हैं।
  • खोपरे (नारियल) के तेल को मुलेठी, ब्राह्मी, मेहंदी के पत्ते डालकर उबालें और ठंडा होने के बाद बोतल में भरकर रखें और नियमित रूप से बालों की मालिश करें। इससे बाल घने, काले, चमकीले तो होंगे ही साथ ही दिमाग को भी पोषण मिलेगा।
  • बाल झड़ते हैं तो गरम जैतून के तेल में एक चम्मच शहद और एक चम्मच दालचीनी पाउडर का पेस्ट बनाएं। नहाने से पहले इस पेस्ट को सिर पर लगा लें। 15 मिनट बाद बाल गर्म पानी से सिर को धोएं। ऐसा करने पर कुछ ही दिनों बालों के झड़ने की समस्या दूर हो जाएगी।
  • दालचीनी और शहद के मिश्रण काफी कारगर रहता है। आयुर्वेद के अनुसार इनके मिश्रण से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। त्वचा और शरीर को चमकदार और स्वस्थ बनाए रखने के लिए इनका उपयोग करना चाहिए।
  • गाजर को पीसकर लेप बना लें। फिर इस लेप को सिर पर लगाये और दो घंटे के बाद धो दें। ऐसा प्रतिदिन करने से बाल झड़ने बंद हो जाते हैं।गंजेपन को दूर करने के लिए रात को सोते समय नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर सिर की मालिश करनी चाहिए।
  • आंवला, ब्राह्मी तथा भृंगराज को एकसाथ मिलाकर पीस लें। फिर इस मिश्रण को लोहे की कड़ाही में फूलने के लिए रखना चाहिए और सुबह के समय में इसको मसल कर लेप बना लेना चाहिए। इसके बाद इस लेप को 15 मिनट तक बालों में लगाएं। ऐसा सप्ताह में दो बार करने से बाल झड़ना रुक जाते हैं तथा बाल कुदरती काले हो जाते हैं।
  • मेंहदी बालों को रंग करने का प्राकृतिक पदार्थ है। यह बालों को मज़बूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। मेंहदी को जब सरसों के तेल के साथ मिलाया जाता है तब यह और अच्छी तरह से काम करती है। एक बर्तन में 250 मिलीलीटर सरसों का तेल लें और उसमें लगभग 60ग्राम सूखा और धुला हुआ मेंहदी का पत्ता डालकर उबालें। मिश्रण को तब तक उबालें जब तक कि पत्ता पूरी तरह से जल न जाय। उसके बाद सूती के कपड़े में मिश्रण को छान लें।फिर उसको ठंडा करके हवाबंद जार में रख दें। मिश्रण को नियमित रूप से बालों में लगाने से अच्छा परिणाम मिलेगा।
  • केरल में बालों को घना करने के लिए नारियल तेल और जपाकुसुम का इस्तेमाल किया जाता है। जपाकुसुम बालों को नवजीवन प्रदान करता है, रूसी के समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है। यहाँ तक कि जपाकुसुम के नियमित इस्तेमाल से बालों का झड़ना कम होता है। ज़रूरत के अनुसार जपाकुसुम के फूल लें और उनको पीसकर तिल के तेल या नारियल के तेल में डालकर पेस्ट बना लें। फिर उसको सिर और बालों पर लगाकर कुछ घंटों के लिए छोड़ दें और सूखने के बाद ठंडा पानी और माइल्ड शैंपू से धो लें।
  • रात को तांबे के बर्तन में पानी भरकर रखें। सुबह के समय उठते ही इस पानी को पी लें। इसके साथ ही आधा चम्मच आंवले के चूर्ण का सेवन भी करें। इससे कुछ ही समय में बालों के झड़ने का रोग ठीक हो जाता है।
  • गुड़हल के फूल तथा पुदीने की पत्तियों को एक साथ पीसकर थोड़े से पानी में मिलाकर लेप बना लें। इस लेप को सप्ताह में कम से कम दो बार आधे घंटे के लिए बालों पर लगाना चाहिए। ऐसा करने से बाल झड़ना रुक जाते हैं तथा बाल सफेद भी नहीं होते हैं।
  • लगभग 80 ग्राम चुकंदर के पत्तों के रस को सरसों के 150 ग्राम तेल में मिलाकर आग पर पकाएं। जब पत्तों का रस सूख जाए तो इसे आग पर से उतार लें और ठंडा करके छानकर बोतल में भर लें। इस तेल से प्रतिदिन सिर की मालिश करने से बाल झड़ने रुक जाते हैं तथा बाल समय से पहले सफेद भी नहीं होते हैं।
  • लौंजी को पीसकर पानी में मिला लें। इस पानी से सिर को कुछ दिनों तक धोने से बाल झड़ना बंद हो जाते हैं तथा बाल घने भी होना शुरू हो जाते हैं। नीम की पत्तियों और आंवले के चूर्ण को पानी में डालकर उबाल लें और सप्ताह में कम से कम एक बार इस पानी से सिर को धोएं। ऐसा करने से कुछ ही समय में बाल झड़ना बंद हो जाता है।
  • प्याज और लहसुन में सल्फर होता है जो कोलेजन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। ये बालों को उगाने में मदद करते हैं। इसलिए बालों के संबंधित औषधि में इनका इस्तेमाल किया जाता है। जरूरत के अनुसार प्याज को बारीक काट लें। फिर उसको निचोड़ कर रस निकाल लें। उस रस को सिर पर लगातार पंद्रह-बीस मिनटों के लिए छोड़ दें। उसके बाद माइल्ड शैंपू से धो लें। लहसुन के कुछ फांकों को पीस लें और उनको ज़रूरत के अनुसार नारियल के तेल में मिलाकर कुछ मिनटों तक उबालें। उसके बाद गुनगुना गर्म अवस्था में सिर पर लगाएं। इस उपचार को हफ्ते में तीन-चार बार करें।
  • नारियल एक ऐसा प्राकृतिक पदार्थ है जो बालों को कंडीशनर करने और बालों के विकास में मदद करता है। नारियल के दूध में प्रोटीन, मिनरल और फैट होता है जो बालों के टूटने के प्रक्रिया को कम करने में मदद करता हैं। उसी तरह नारियल तेल भी बालों को जड़ से सिरे तक मजबूत करने में मदद करता है। नियमित रूप से नारियल के तेल से सिर पर मालिश करने से बालों का झड़ना कम हो जाता है।

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