रामचरितमानस के 10 चमत्कारी दोहे जो करे मनोकामना पूरी



रामचरितमानस के 10 चमत्कारी दोहे, जो हर तरह की मनोकामना पूरी करते हैं. इच्छा के अनुसार कोई मंत्र लेकर एक माला जपें तथा एक माला का हवन करें। जाप करने के पहले श्री हनुमान चालीसा का पाठ कर लेना शुभ रहेगा। जब तक कार्य पूरा न हो, तब तक एक माला (तुलसी की) नित्य जपें। यदि सम्पुट में इनका प्रयोग करें तो शीघ्र तथा निश्चित कार्यसिद्धि होगी। साथ में एक दिन सुंदरकांड अवश्य करें।

रामचरितमानस के 10 चमत्कारी दोहे जो करे मनोकामना पूरी
  • अनजान स्थान पर भय के लिए मंत्र पढ़कर रक्षा रेखा खींचे- '
    मामभिरक्षय रघुकुल नायक। धृतवर चाप रुचिर कर सायक।।'
  • आजीविका प्राप्ति या वृद्धि हेतु-
    'बिस्व भरन पोषन कर जोई। ताकर नाम भरत अस होई।।'
  • भगवान राम की शरण प्राप्ति हेतु-
    'सुनि प्रभु वचन हरष हनुमाना। सरनागत बच्छल भगवाना।।'
  • भय व संशय निवृ‍‍त्ति के लिए-
    'रामकथा सुन्दर कर तारी। संशय बिहग उड़व निहारी।।'
  • मनोकामना पूर्ति एवं सर्व बाधा निवारण हेतु-
    'कवन सो काज कठिन जग माही। जो नहीं होइ तात तुम पाहीं।।'
  • रोग तथा उपद्रवों की शांति हेतु-
    'दैहिक दैविक भौतिक तापा। राम राज नहिं काहुहिं ब्यापा।।'
  • विद्या प्राप्ति के लिए-
    'गुरु गृह गए पढ़न रघुराई। अल्पकाल विद्या सब आई।।'
  • विपत्ति नाश के लिए-
    'राजीव नयन धरें धनु सायक। भगत बिपति भंजन सुखदायक।।'
  • शत्रु नाश के लिए-
    'बयरू न कर काहू सन कोई। रामप्रताप विषमता खोई।।'
  • संपत्ति प्राप्ति के लिए-
    'जे सकाम नर सुनहिं जे गावहिं। सुख संपत्ति नानाविधि पावहिं।।'


Share:

कोई टिप्पणी नहीं: