जब मंगलवार के दिन अमावस्या आयें, तो उसे भौमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है, अमावस्या तिथि प्रत्येक धर्म कार्य के लिए अक्षय फल देने वाली व अत्यंत पवित्र होती है, साथ ही पितरों की शान्ति के लिये भी अमावस्या व्रत पूजन का विशेष महत्व है। मंगलवार को आने वाली अमावस्या पर पितरों के ऋण पूरे हो जाते हैं और पितर देवता प्रसन्न होकर आशीष देते हैं। उन्होंने बताया कि भौमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने से मंगल ग्रह से ग्रसित जातकों को भी लाभ मिलेगा।
मंगलवार को बजरंग बली हनुमान का भी दिवस है। सो, बजरंग बली भी प्रसन्न होंगे। यानी कि भौमवती अमावस्या पर पितृों के निमित पिंडदान और तर्पण को भी खास है। मंगल ग्रह से ग्रसित जातकों के लिए भी और बजरंग बली के भक्तों के लिए भी।
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1 टिप्पणी:
हार्दिक शुभकामनाएं।
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