Flipkart को लीगल नोटिस



सेवा में, 
श्री कल्याण कृष्‍णमूर्ति, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, फिल्‍पकार्ट 

नमस्कार,
मेरे ईमेल पत्र (दिनांक 21 Aug 2018, विषयक Infinix HOT 6 Pro, आर्डर नम्बर OD113024765145867000 के अर्न्‍तगत आपके द्वारा की जा रही धोखाधड़ी के सम्बन्ध में) में मुझे मेरी की गयी आपत्तियों पर आपकी ओर से कोई लिखित उत्तर अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। जिसके लिये मैंने आपको ईमेल प्राप्ति के 24 घंटे के अन्दर उत्तर देने की अपेक्षा की थी। इस सम्बन्ध में दिनांक 23 अगस्त 2018 को शाम 8 बजकर 50 मिनट पर मोबाइल नम्बर 8067987970 कॉल प्राप्त हुई, जिस पर आपके ऐजेंट काफी गलत तरीके से बात कर रहे थे। इस अभद्र वार्तालाप के बाद मुझे यह लीगल नोटिस आपको भेजने के लिये बाध्य होना पड़ रहा है और इस प्रकरण में मेरा निम्न कथन है-
  1. यह कि मैंने आपके ऐजेंट की पूरी बात सुनी और अपनी बात कही और यह भी बताया कि जो भी इंजीनियर विजिट हुआ। उस इंजीनियर ने स्वीकार किया है कि फोन में विज्ञापन के एप एक्टिव है और उसके द्वारा हटाये जाने पर भी हट नहीं रहे है। इस पर उसने अपने सीनियर किसी प्रेम सर से भी बात की और मेरी भी बात करवाई। इस पर आपके सर्विस केन्द्र के सीनियर ने मुझे कहा कि यदि फोन अपडेट करने पर विज्ञापन आ रहा है तो फोन आप अपडेट क्यों कर रहे है जैसे तर्क दिये है। अगर ऐसी सलाह देने वाले सर्विस इंजीनियर आपके पास है तो यह समझा जा सकता है कि सर्विस के लिये किस स्‍तर के लोगों को हायर किया है।
  2. यह कि मेरी इस बात पर आपके ऐजेंट का कथन किया कि फोन में जो भी विज्ञापन आ रहे है वह मेरे ईमेल आईडी की सेंटिग के कारण है और यह कोई मैन्‍यूफैक्‍चरिंग डिफेक्‍ट नही है।
  3. यह कि उनकी इस बात पर मैने उनको पुन: बताया कि मेरी ईमेल सेटिंग मे कोई दिक्कत नही है। फिल्‍पकार्ट पर रजिस्‍टर्ड ईमेल ही मेरा एक मात्र अधिकृत ईमेल है। यह मै अपने अन्‍य फोन कम्‍पनी 10 ऑर और इ‍नफिनिक्‍स के मोवाईल पर एक साथ उपयोग कर रहा हूं। अगर मेरे ईमेल की सेंटिग मे कोई दिक्कत है तो जो आपके पास से खरीदे इनफिनिक्‍स फोन पर आ रही है वह मेरे 10 ऑर कम्‍पनी के फोन पर भी आनी चाहिये।
  4. यह कि मैने आपके ऐजेंट को यह भी बताया कि मैने आपके सर्विस ऐजेंट के सामने अपने दोनो फोन पर एक्सिस बैंक सर्च कर दिखाया तो मेरे 10ऑर के फोन पर एक्सिस बैंक की अधिकृत साईट का रिजल्‍ट पहले आया जबकि आपके इन्‍फिनिक्‍स मोबाइल मे 5-6 विज्ञापनों के बाद एक्सिस बैंक की अधिकृत साईट दिखाई दी। जिससे यह स्‍पष्‍ट है कि आपके द्वारा बेचा जा रहा फोन एडवेयर इंबिल्‍ट डिफेटिव फोन है और यह प्राईवेसी और सुरक्षा के लिहास से बिल्‍कुल सुरक्षित फोन नही है।
  5. यह कि आपके फोन एजेंट ने फोन मे आ रहे विज्ञापन के लिये मुझे और मेरे ईमेल एकाउंट की सेंटिग के लिये दोषी ठहरा रहे थे। इस पर मेरे द्वारा उनसे अनुरोध किया गया कि न मै फोन मामलों का बहुत बड़ा विशेषज्ञ हूँ और न ही आप ही इसलिये इलाहाबाद मे आपकी कम्‍पनी और सर्विस सेंटर का सबसे बड़ा और जानकार अधिकारी हो उससे मेरी मुलाकात फिक्‍स करवा दीजिये और यदि मेरे वह मेरे ईमेल एकाउंट की सेंटिस मे परिवर्तन कर मोबाइल मे आ रहे अन्‍वछित विज्ञापनों को बंद कर दे। फिर मुझे इस फोन को स्‍वीकार करने मे कोई दिक्‍कत नही है किन्‍तु आपके ऐजेंट द्वारा इधर उधर की बातें की गई और अंत मे मेरा बहुमूल्‍य समय लेने के बाद बडे़ ही गंदे तरीके से फोन को काट दिया और मै हैलो हैलो ही करता रह गया।
  6. यह कि मेरे द्वारा फोन लेने के बाद से अब तक बेहद ही शालीन व्‍यवहार किया गया, जो भी दिशा निर्देश आपकी ओर से दिये गये उसका पालन किया गया। आपके कहने पर पहली रिटर्न/रिफंट रिक्‍वेस्‍ट को कैसिंल करवा कर आपके बताये तरीके से विज्ञापन बंद करने की कोशिश भी किन्‍तु सफलता न मिलने पर पुन: शाम को रिटर्न/रिफंट मेरे ईमेल पर आपके द्वारा ही जेनेरेट किया गया और इंजीनियर विजिट 18 अगस्‍त को फिक्‍स की गई।
  7. यह कि आपकी ओर से मुझे दिनांक 18, 19 और 20 अगस्‍त को इंजीनियर विजिट का टाईम दिया गया किन्‍तु आपकी ओर से कोई इंजीनियर घर पर नही आया तब मैने आपके द्वारा दिये गये इंजीनियर मनोहर को मैने फोन कर इंजीनियर विजिट की जानकारी पुख्‍ता की और घर आने का सही टाईम पूछा।
  8. यह कि मेरे द्वारा आपके प्रति भरसक सहयोग करने के बाद भी आपने मेरे साथ हर कदम पर छल-कपट किया और धोखा देकर फोन पहनाने की कोशिश करते रहे और अभी भी कर रहे है।
  9. यह कि इस फोन की सबसे बड़ी कमी यह है कि इनफिनिक्‍स यह तथ्य फिल्‍पकार्ट और जनता दोनों से छिपा रहा है कि इस फोन का लौंचर विज्ञापन इंबिल्‍ट है अथवा आपको भी इस बात का संज्ञान है और इफिनिक्‍स के अधिकृत विक्रेता होने के नाते अच्‍छा लाभांश प्राप्त कर रहे है।
  10. यह कि फोन जैसा कि नवीन अवस्था में बिक रहा है और इसे बेचे जाने के बाद भी वह उसी अवस्था मे होना चाहिये जैसा कि बेचे जाते समय था किन्‍तु फोन अपडेट करने पर विज्ञापन और एडवेयर एप्‍प इंस्‍टाल करने को कहने लग रहा है और मोबाइल मे जितने भी फोल्‍डर है सबमे यह एडवेयर आ रहे है और सर्च करने पर भी विज्ञापन आ रहा है।
  11. यह कि मेरी आपत्तियों के बाद आपका नैतिक दायित्व बनता था कि आप निर्माता कम्‍पनी से इस बारे मे बात करते कि ऐसा क्‍यो हो रहा है और ग्राहक ऐसे विज्ञापनों और एडवेयर एप्‍प इंटाल करने का विरोध कर रहा है किन्‍तु आपके द्वारा कम्‍पनी से ऐसा कुछ नहीं कहा गया बल्कि लगातार विज्ञापन और एडवेयर एप्‍प युक्त मोबाइल बेंच कर करोड़ो अरबों का व्यापार कर लाभ कमाया जा रहा है।
  12. य‍ह कि भारत सरकार ने किसी भी प्रकार की डाटा चोरी और अं‍वछित गतिविधियों पर लिप्‍त रहने की स्थिति में 15 करोड़ के जुर्माने और आपराधिक वाद दायर करने पर स्वीकृति प्रदान की है।
  13. यह कि मेरे द्वारा अनवरत प्रयास के बावजूद आपने न ही फोन बदला और न ही फोन वापस लेकर पैसे वापस किये अपितु सर्विस सेंटर के साथ मिल कर मुझे ही झूठा साबित करने की कोशिश की। मेरी सजगता रही कि मेरे पास सर्विस ऐजेंट का विडियों है जिसमें उसने समस्या का होना और उसें दूर न किया जाना तथा रिपोर्ट मे यह कहना स्वीकार किया है कि फोन में सॉफ्टवेयर इ्यूशू है और यह उससे दूर नही हो रही है। आपको इस विडियों का यूट्यूब लिंक पूर्व में भेज चुका हूँ।
  14. यह कि आपसे ₹7,599 मे यह फोन खरीदना और आपकी कम्‍पनी फिल्‍पकार्ट पर विश्वास करना मेरे जीवन की सबसे बड़ी भूल रही है। आपकी कम्‍पनी ने कहावत को चरितार्थ किया कि पैसे देकर आफत मोल लेना।
  15. यह कि पेशे से अधिवक्‍ता हूँ और मेरा काफी व्यस्तता रहती है। आपसे फोन खरीदने के बाद से मेरा काफी समय, पैसे और ऊर्जा आपसे सम्‍वाद करने में खर्च हुये है और मुझे मानसिक और आर्थिक क्षति उठानी पड़ रही है।
  16. यह कि पूर्व शिकायतों के बाद भी आपने अपनी ओर से कोई सार्थक कदम नही उठाया और सर्विस इंजीनियर की रिपोर्ट को बदल कर मुझे लगातार धोखा दे रहे है। जिससे यह प्रतीत होता है कि आपकी नीयत में खोट है और आप ग्राहक के हितों और उसकी निजता के प्रति जरा भी जागरूक नही है।
  17. यह कि इफिनिक्‍स के भारत में अधिकृत और एक विक्रेता आप है अतः एक विक्रेता के रूप में आपकी लाईबिलिटी सबसे अधिक है कि बिना जांच पड़ताल किये आप ऐसे तुटि पूर्ण सामान की बिक्री कर रहे है जो ग्राहकों के निजी और अन्य हितों के लिये हानिकारक है।
  18. यह कि उपरोक्त बिन्दुओं के आधार पर आपके विरूद्ध सेवा की कमी, ग्राहक के साथ धोखाघड़ी का प्रथम दृष्टा मामला बनता है और प्रार्थी की अनकें शिकायतों के बाद भी आपने उस पर कोई कार्यवाही नहीं की। इस प्रकार प्रार्थी से फोन वापस ले  मूल ₹7,599/- तथा सेवा की कमी और मानसिक और आर्थिक प्रताड़ना के रूप में रुपये 15 लाख की मांग करता है। जो 7 कार्य‍ दिवस में प्रार्थी को उपलब्ध करवा दें अथवा समुचित जवाब दे।
अत: आपसे अनुरोध है कि इस पत्र की प्राप्ति के 7 कार्य दिवस के अंदर प्रस्‍तर 18 के अन्‍तर्गत की गई मांग पूरी नहीं करते है तो आपके विरूद्ध सिविल और आपराधिक वाद लाने के लिये विवश होना पड़ेगा। हाल मे ही भारत सरकार द्वारा डाटा चोरी के सम्बन्ध में की गई अनुशंसा के आधार पर जुर्माना के रूप में 1 करोड़ से 15 करोड़ के दावे का भी अधिकारी होगा। जिसके सम्पूर्ण हर्जे और खर्चे की जिम्मेदारी आपकी होगी।

धन्‍यवाद सहित


प्रार्थी

प्रमेन्द्र प्रताप सिंह


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