भारत की गरीब जनता आए दिन बैंक कर्मचारियों के अड़ियल रवैया और अनियमितताओं से रूबरू होती रहती है। ऐसे ही आज दिनांक 18 अप्रैल 2020 को लूकरगंज स्थित केनरा बैंक की शाखा में एक महिला जो अत्यंत जरूरत मंद, अनपढ़ और असहाय थी उसे उसके जनधन खाते से ₹700 निकालने के लिए पिछले 3 दिनों से 3 किलोमीटर से अधिक दूरी, दौड़ाया जा रहा था और इधर-उधर के नियम बता कर पैसे निकालने नहीं दिए जा रहे थे।
आज वह अपनी समस्या राष्ट्र रक्षक समूह के सचिव देवांशु मेहता के पास लेकर आई और कहा की भैया पैसा की बहुत जरूरत है बैंक वाले पिछले 3 दिन से दौड़ा रहे हैं और पैसा नहीं दे रहे हैं। उस असहाय महिला की स्थिति को देख देवांशु जी ने समूह के संरक्षक श्री देवेंद्र प्रताप सिंह जी और समूह के अन्य सदस्यों सर्वश्री बाबा हिंदुस्तानी, शिवांशु मेहता और मैं स्वयं जो बैंक के आसपास मौजूद थे उनको अवगत कराया।
हम सभी लोग बैंक पहुंचे और तत्काल 112 नंबर पर फोन कर पुलिस सहायता मांगी, बैंक में उपस्थित शाखा प्रबंधक को पिछले 3 दिन से महिला की हो रही दिक्कतों से अवगत कराया गया और महिला को हुई दिक्कत के लिए बैंक में स्थित कंप्लेंट रजिस्टर की मांग की गई।
कुछ लोगों की उपस्थिति और विधिक न्यायोचित बातों के आगे बैंक प्रबंधक अपने कर्मचारियों के दुर्व्यवहार के लिए क्षमा मांगने लगा और तत्काल महिला को मांगी जाने वाली राशि उपलब्ध करा दिया। हमारे द्वारा विरोध किया गया कि आप लोगों द्वारा इस महामारी की स्थिति में जबकि सरकार ने लोगों को घर में रहने का निर्देश दिया है एक महिला को अनावश्यक बार-बार दौड़ा रहे हैं और पता नहीं अब तक कितने लोगों को इसी प्रकार परेशान किया गया होगा।
निश्चित रूप से आज जो भी लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं वह साधुवाद के पात्र हैं किंतु इस प्रकार किसी को परेशान किए जाने वाली घटनाएं बिल्कुल बर्दाश्त करने योग्य नहीं है और मोदी सरकार के निर्देशों का उल्लंघन है। बैंक मैनेजर ने आगे से किसी प्रकार की ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना होने का वायदा करते हुए क्षमा मांगी और किसी प्रकार की कार्यवाही ना करने की बात कही।
आज वह अपनी समस्या राष्ट्र रक्षक समूह के सचिव देवांशु मेहता के पास लेकर आई और कहा की भैया पैसा की बहुत जरूरत है बैंक वाले पिछले 3 दिन से दौड़ा रहे हैं और पैसा नहीं दे रहे हैं। उस असहाय महिला की स्थिति को देख देवांशु जी ने समूह के संरक्षक श्री देवेंद्र प्रताप सिंह जी और समूह के अन्य सदस्यों सर्वश्री बाबा हिंदुस्तानी, शिवांशु मेहता और मैं स्वयं जो बैंक के आसपास मौजूद थे उनको अवगत कराया।
हम सभी लोग बैंक पहुंचे और तत्काल 112 नंबर पर फोन कर पुलिस सहायता मांगी, बैंक में उपस्थित शाखा प्रबंधक को पिछले 3 दिन से महिला की हो रही दिक्कतों से अवगत कराया गया और महिला को हुई दिक्कत के लिए बैंक में स्थित कंप्लेंट रजिस्टर की मांग की गई।
कुछ लोगों की उपस्थिति और विधिक न्यायोचित बातों के आगे बैंक प्रबंधक अपने कर्मचारियों के दुर्व्यवहार के लिए क्षमा मांगने लगा और तत्काल महिला को मांगी जाने वाली राशि उपलब्ध करा दिया। हमारे द्वारा विरोध किया गया कि आप लोगों द्वारा इस महामारी की स्थिति में जबकि सरकार ने लोगों को घर में रहने का निर्देश दिया है एक महिला को अनावश्यक बार-बार दौड़ा रहे हैं और पता नहीं अब तक कितने लोगों को इसी प्रकार परेशान किया गया होगा।
निश्चित रूप से आज जो भी लोग अपनी सेवाएं दे रहे हैं वह साधुवाद के पात्र हैं किंतु इस प्रकार किसी को परेशान किए जाने वाली घटनाएं बिल्कुल बर्दाश्त करने योग्य नहीं है और मोदी सरकार के निर्देशों का उल्लंघन है। बैंक मैनेजर ने आगे से किसी प्रकार की ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना होने का वायदा करते हुए क्षमा मांगी और किसी प्रकार की कार्यवाही ना करने की बात कही।
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