दुनिया के 10 सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम कौन से हैं?






  1. सरदार पटेल स्टेडियम या मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम, गुजरात - नया मोटेरा स्टेडियम 63 एकड़ में फैला होगा. इस स्टेडियम में 50 से अधिक कमरों के साथ एक क्लब हाउस, 76 कॉर्पोरेट बॉक्स,4 ड्रेसिंग रूम और क्रिकेटरों के लिए 3 अभ्यास मैदान, एक इनडोर क्रिकेट प्रशिक्षण अकादमी, एक ओलंपिक आकार का स्विमिंग पूल, एक पार्किंग क्षेत्र है जो लगभग 3,000 चार पहिया वाहनों, 10,000 दोपहिया वाहनों को पार्किंग दे सकता है.
    स्थित: अहमदाबाद, गुजरात
    निर्मित: 1982, 2020 में मरम्मत की गई
    दर्शक क्षमता: 1.10 लाख
    निर्माण लागत: रु. 700 करोड़
  2. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड - ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में स्थित मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड अपने 1,00,024 दर्शक क्षमता के साथ दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, जिसमें बैठ कर क्रिकेट देखने का एक अलग ही रोमांच है. क्रिकेट के इतिहास का पहला टेस्ट मैच (15-19 मार्च 1877) इसी स्टेडियम में खेला गया था.
    स्थित: मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया
    निर्माण वर्ष: 1853
    दर्शक क्षमता: 1,00,024


  3. इडेन गार्डन - ईडन गार्डन को भारतीय क्रिकेट का मक्का भी कहा जाता है और यह भारत का सबसे लोकप्रिय तथा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है. इस स्टेडियम में पहला क्रिकेट मैच भारत और इंग्लैंड के बीच 5-8 जनवरी, 1934 को टेस्ट मैच के रूप में आयोजित किया गया था.
    स्थित: कोलकाता, भारत
    निर्माण वर्ष: 1864
    दर्शक क्षमता: 66,349

  4. शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम - भारत के भूतपर्व क्रिकेट कप्तान सुनील गावस्कर ने इस स्टेडियम को विश्व के बेहतरीन स्टेडियमों में से एक बताया है. इस स्टेडियम में पहला क्रिकेट मैच 2010 में कनाडा की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम और छत्तीसगढ़ रणजी टीम के बीच अभ्यास मैच के रूप में आयोजित किया गया था. इस स्टेडियम में अब तक किसी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आयोजन नहीं किया गया है.
    स्थित: रायपुर, छत्तीसगढ़
    निर्माण वर्ष: 2008
    दर्शक क्षमता: 65,000
    Shaheed Veer Narayan Singh International Cricket Stadium

  5. राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम - हैदराबाद में स्थित इस स्टेडियम में पहला क्रिकेट मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच 12-16 नवम्बर, 2010 को टेस्ट मैच के रूप में आयोजित किया गया था. यह स्टेडियम आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद का होम ग्राउंड है.
    स्थित: हैदराबाद, भारत
    निर्माण वर्ष: 2003
    दर्शक क्षमता: 60,000
    Rajiv Gandhi International Cricket Stadium: Hyderabad

  6. ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम - केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित इस स्टेडियम में क्रिकेट के अलावा फुटबॉल मैचों का भी आयोजन किया जाता है. इस स्टेडियम में पहला क्रिकेट मैच भारत और न्यूजीलैंड के बीच 7 नवम्बर, 2017 को टी20 मैच के रूप में आयोजित किया गया था.
    स्थित: तिरुवनंतपुरम, भारत
    निर्माण वर्ष: 2014
    दर्शक क्षमता: 55,000
  7. जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम -केरल के कोच्चि में स्थित इस स्टेडियम का प्रयोग किकेट के साथ-साथ फुटबॉल मैचों के आयोजन के लिए भी किया जाता है. इस स्टेडियम में पहला क्रिकेट मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 1 अप्रैल, 1998 को वनडे मैच के रूप में आयोजित किया गया था.
    स्थित: कोच्चि, भारत
    निर्माण वर्ष: 1996
    दर्शक क्षमता: 55,000
  8. डी. वाई. पाटिल स्पोर्ट्स स्टेडियम - नवी मुंबई में स्थित इस स्टेडियम का प्रयोग भी किकेट के साथ-साथ फुटबॉल मैचों के आयोजन के लिए किया जाता है. इस स्टेडियम में अब तक एक भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आयोजन नहीं हुआ है. इस स्टेडियम में 2008 और 2010 के आईपीएल का फाइनल मैच आयोजित किया गया था.
    स्थित: नवी मुंबई, भारत
    निर्माण वर्ष: 2008
    दर्शक क्षमता: 55,000
  9. एडिलेड ओवल - अपने ओवल अर्थात अंडाकार आकार के कारण इस स्टेडियम को ओवल कहा जाता है. इस स्टेडियम में पहला क्रिकेट मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच 12-16 दिसम्बर, 1884 को टेस्ट मैच के रूप में आयोजित किया गया था.
    स्थित: एडिलेड, ऑस्ट्रेलिया
    निर्माण वर्ष: 1871
    दर्शक क्षमता: 53,583
  10. एकना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम - भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी एकाना क्रिकेट स्टेडियम (पूर्व में एकाना) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम ) एल में एक अंतरराष्ट्रीय मानक क्रिकेट स्टेडियम है. लखनऊ में स्थित इस स्टेडियम में अब तक किसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आयोजन नहीं किया है. इस स्टेडियम में पहला क्रिकेट मैच 2017-18 के दिलीप ट्राफी के लीग मैच के रूप में आयोजित किया गया था.
    स्थित: लखनऊ, भारत
    निर्माण वर्ष: 2017
    दर्शक क्षमता: 50,000
    Lucknows New Cricket Stadium Atal Bihari Vajpayee International





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20 वीं सदी की अति महत्वपूर्ण कालजयी रचनाएँ





सन् 1903 ई०
  • भयानक खून (उपन्यास) - हरेकृष्ण जौहर
सन् 1904 ई०
  • आदर्श दम्पति (उपन्यास)- लज्जाराम मेहता
सन् 1905 ई०
  • तिलस्मी शीशमहल (उपन्यास)- किशोरी लाल गोस्वामी
सन् 1906 ई०
  • इन्दुमती (उपन्यास)- किशोरी लाल गोस्वामी
सन् 1907 ई०
  • अधखिला फूल — अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
सन् 1908 ई०
  • पुतली महल (उपन्यास)- रामलाल वर्मा
सन् 1909 ई०
  • चित्राधार, प्रेमराज्य, उर्वशी (काव्य) - जयशंकर प्रसाद
  • वेणुसंहार (नाटक)- बालकृष्ण भट्ट
सन् 1910 ई०
  • शोकोच्छवास, अयोध्या का उद्धार (काव्य) - जयशंकर प्रसाद
  • इन्द्रजालिक जादु (उपन्यास)- गोपालराम गहमरी
  • सज्जन (नाटक) - जयशंकर प्रसाद
सन् 1911 ई०
  • वभ्रुवाहन (काव्य) - जयशंकर प्रसाद
  • भोजपुरी की ठगी (उपन्यास)- गोपालराम गहमरी
सन् 1912 ई०
  • भारत भारती(काव्य) - मैथिलीशरण गुप्त
  • जार्ज वंदना (काव्य) -श्रीधर पाठक
  • कल्याणी (नाटक)- जयशंकर प्रसाद
सन् 1913 ई०
  • कानन कुसुम, प्रेमपथिक (काव्य) - जयशंकर प्रसाद
  • करुणालय, प्रायश्चित (नाटक)- जयशंकर प्रसाद
सन् 1914 ई०

  • प्रिय प्रवास(काव्य) - अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
  • जासूस की ऐयारी(उपन्यास)- गोपाल राम गहमरी
सन् 1915 ई०
  • देहरादून(काव्य) - श्रीधर पाठक
  • राज्यश्री(नाटक)- जयशंकर प्रसाद
सन् 1916 ई०
  • जूही की कली (काव्य) - सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' की प्रथम कविता
  • चंपा (उपन्यास) - कृष्ण लाल वर्मा
सन् 1917 ई०
  • मिलन (काव्य) - रामनरेश त्रिपाठी
  • रामलाल (उपन्यास) - मनन द्विवेदी
सन् 1918 ई०
  • झरना (काव्य) - जयशंकर प्रसाद
  • अंगूठी का नगीना (उपन्यास) - किशोरी लाल गोस्वामी
  • सेवासदन ( उपन्यास) - प्रेमचंद
  • कृष्णार्जुन युद्ध(नाटक)- माखनलाल चतुर्वेदी
सन् 1919 ई०
  • विश्वप्रेम (नाटक)- सेठ गोविन्द दास
सन् 1920 ई०

  • उच्छवास, ग्रंथि (काव्य) - सुमित्रानंदन पंत
  • पथिक ( काव्य) - रामनेश त्रिपाठी
  • कल्याणी (उपन्यास) - मन्नन द्विवेदी
सन् 1921 ई०
  • प्रेमाश्रम (उपन्यास) - प्रेमचंद
  • विशाख (नाटक) - जयशंकर प्रसाद
सन् 1922 ई०
  • सूर्यास्त (उपन्यास) - गोविन्द वल्लभ पंत
सन् 1923 ई०
  • अनामिका (काव्य) - सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • शकुंतला ( काव्य) - मैथिलीशरण गुप्त
  • अंजना (नाटक) - सुदर्शन
  • कंजूस की खोपड़ी ( नाटक) - गोविन्द वल्लभ पंत
सन् 1924 ई०
  • पूर्वादल (काव्य) - सियारामशरण गुप्त
  • चंद हसीनों के खतूत (उपन्यास) - पांडे बेचन शर्मा उग्र
सन् 1925 ई०
  • आँसू (काव्य) - जयशंकर प्रसाद
  • पंचवटी ( काव्य) - मैथिलीशरण गुप्त
  • रंगभूमि (उपन्यास) - प्रेमचंद
  • देहाती दुनिया ( उपन्यास) - शिवपूजन सहाय
सन् 1926 ई०
  • कायाकल्प (उपन्यास) - प्रेमचंद
  • जनमजेय का नागयज्ञ (नाटक) - जयशंकर प्रसाद
सन् 1927 ई०
  • मानसी (काव्य) - रामनरेश त्रिपाठी
  • गंगावतरण ( काव्य) - जगन्नाथ दास रत्नाकर
  • वीणा ( काव्य) - सुमित्रानंदन पंत
  • आद्रा ( काव्य) - सियाराम शरण गुप्त
  • हिन्दू ( काव्य) - मैथिलीशरण गुप्त
  • निर्मला (उपन्यास) - प्रेमचंद
  • चोकलेट, दिल्ली का दलाल ( उपन्यास) - उग्र
  • कामना (नाटक) - जयशंकर प्रसाद
सन् 1928 ई०
  • पल्लव (काव्य) - सुमित्रानदंन पंत
  • बुधुआ की बेटी (उपन्यास) - पांडेय बेचन शर्मा उग्र
  • अनाथ पत्नी ( उपन्यास) - भगवती प्रसाद वाजपेयी
  • स्कंदगुप्त (नाटक) - जयशंकर प्रसाद
  • कर्बला (नाटक) - प्रेमचंद
सन् 1929 ई०
  • विकट भट्ट (काव्य)- मैथिली शरण गुप्त
  • स्वप्न (काव्य) - रामनरेश त्रिपाठी
  • उद्धव शतक ( काव्य) - जगन्नाथ दास रत्नाकर
  • कंकाल (उपन्यास)- जयशंकर प्रसाद
  • परख ( उपन्यास) - जैनेंद्र कुमार
  • माँ, भिखारिणी (उपन्यास) - विश्वम्भरनाथ शर्मा कौशिक
सन् 1930 ई०
  • परिमल (काव्य)- सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • निहार ( काव्य) - महादेवी वर्मा
  • गढ़ कुंढार (उपन्यास)- वृन्दावन लाल शर्मा
  • एक घूंट (नाटक)- जयशंकर प्रसाद
  • स्वर्ण विहान ( नाटक) - हरिकृष्ण प्रेमी
सन् 1931 ई०
  • साकेत (काव्य)- मैथिलीशरण गुप्त
  • आत्मोत्सर्ग (काव्य) - सियारामशरण गुप्त
  • गबन (उपन्यास)- प्रेमचंद
  • अप्सरा ( उपन्यास) - सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • हृदय की प्यास ( उपन्यास) आ० चतुरसेन शास्त्री
  • चन्द्रगुप्त (नाटक)- जयशंकर प्रसाद
  • चन्द्रगुप्त मौर्य (नाटक) - उदयशंकर भट्ट
सन् 1932 ई०
  • रश्मि (काव्य)- महादेवी वर्मा
  • गुंजन ( काव्य) - सुमित्रानंदन पंत
  • यशोधरा (काव्य) - मैथिलीशरण गुप्त
  • कर्मभूमि (उपन्यास)- प्रेमचंद
  • राक्षस का मंदिर (नाटक)- लक्ष्मीनारायण मिश्र
सन् 1933 ई०
  • लहर (काव्य)- जयशंकर प्रसाद
  • यशोधरा ( काव्य)- अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
  • भग्नदूत ( काव्य) - सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • अलका (उपन्यास)- सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • ध्रुवस्वामिनी (नाटक)- जयशंकर प्रसाद
सन् 1934 ई०
  • सुनीता (उपन्यास)- जैनेंद्र कुमार
  • चित्रलेखा (उपन्यास) - भगवतीचरण वर्मा
  • रक्षाबंधन (नाटक)- हरिकृष्ण प्रेमी
  • सिंदूर की होली (नाटक) - लक्ष्मीनारायण मिश्र
सन् 1935 ई०
  • कामायनी (काव्य)- जयशंकर प्रसाद
  • मधुशाला (काव्य)- हरिवंशराय बच्चन
  • रेणुका (काव्य) - रामधारी सिंह "दिनकर"
  • नीरजा (काव्य) - महादेवी वर्मा
  • सरोज-स्मृति (शोकगीत) - सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • फूल- पत्ते (कविता)- अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
  • तीन वर्ष (उपन्यास)- भगवती चरण वर्मा
  • लक्ष्मी का स्वागत (नाटक)- उपेन्द्रनाथ अश्क
सन् 1936 ई०
  • यूगांत - सुमित्रानन्दन पंत
  • द्वापर — मैथिलीशरण गुप्त
  • सांध्यगीत - महादेवी वर्मा
  • मधुबाला - हरिवंशराय बच्चन
  • कुमकुम - बालकृष्ण शर्मा नवीन
  • मृण्मयी - सियारामशरण गुप्त
  • विसर्जन - उदयशंकर भट्ट
  • गोदान - प्रेमचंद
  • पतिता की साधना - भगवतीप्रसाद वाजपेयी
सन् 1937 ई०
  • मधुकलश (काव्य)- हरिवंशराय बच्चन
  • पारिजात, कल्पलता (काव्य) - अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
  • त्यागपत्र (उपन्यास)- जैनेंद्र कुमार
  • भाग्यचक्र (नाटक)- सुदर्शन
  • अंगूर की बेटी ( नाटक) - गोविन्द वल्लभ पंत
सन् 1938 ई०
  • निशा निमंत्रण (काव्य) - हरिवंशराय बच्चन
  • हुँकार (काव्य) - रामधारी सिंह "दिनकर"
  • ग्रामगीत (काव्य)- अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
  • तुलसीदास (काव्य) - सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • चुम्बन (नाटक)- पांडेय बेचन शर्मा उग्र
सन् 1940 ई०
  • वैदेही वनवास(काव्य) - अयोध्यासिंह उपाध्याय 'हरिऔध'
  • यामा (काव्य) - महादेवी वर्मा
  • रसवंती, द्वंद्वगीत (काव्य)- रामधारी सिंह "दिनकर"
  • ग्राम्या (काव्य)- सुमित्रानंदन पंत
  • शेखर: एक जीवनी (उपन्यास)- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • छठा बेटा (नाटक)- उपेंद्रनाथ अश्क
सन् 1941 ई०
  • विषपान (काव्य)- सोहनलाल द्विवेदी
  • दादा कामरेड (उपन्यास)- यशपाल
  • छाया (नाटक)- हरिकृष्ण प्रेमी
सन् 1942 ई०
  • कुणालगीत (काव्य)- मैथिलीशरण गुप्त
  • करील (काव्य) - रामेश्वर शुक्ल अंचल
  • दीपशिखा (काव्य) - महादेवी वर्मा
  • पर्दे की रानी (उपन्यास)- इलाचन्द्र जोशी
सन् 1943 ई०
  • अणिमा (काव्य)- सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • हिमकिरीटिनी (काव्य)- माखनलाल चतुर्वेदी
  • आकुल अंतर (काव्य) - हरिवंशराय बच्चन
  • देशद्रोही (उपन्यास)- यशपाल
सन् 1944 ई०
  • अजेय खंडहर (काव्य)- रांगेय राघव
  • लाल चूनर (काव्य) - रामेश्वर शुक्ल अंचल
  • प्रेत और छाया (उपन्यास)- इलाचन्द्र जोशी
सन् 1945 ई०
  • सतरंगिणी (काव्य)- हरिवंशराय बच्चन
  • धरती (काव्य) - त्रिलोचन
  • दिव्या (उपन्यास)- यशपाल
सन् 1946 ई०
  • यशोधरा, कुरुक्षेत्र,सामधेनी(काव्य)- रामधारी सिंह "दिनकर"
  • इत्यलम् (काव्य) - सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • हलाहल, बंगाल का अकाल(काव्य)- हरिवंशराय बच्चन
  • पार्टी कामरेड (उपन्यास)- यशपाल
  • निर्वासिता (उपन्यास)- इलाचन्द्र जोशी
  • टेढ़े मेढ़े रास्ते (उपन्यास)- भगवतीचरण वर्मा
  • ताम्बे के कीड़े (नाटक)- भुवनेश्वर प्रसाद मिश्र
सन् 1947 ई०
  • स्वर्णकिरण, स्वर्णधूलि(काव्य)- सुमित्रानंदन पंत
  • नींद के बादल, युग की गंगा(काव्य)- केदारनाथ अग्रवाल
  • कचनार (उपन्यास)- वृन्दावन लाल वर्मा
सन् 1948 ई०
  • युगांतर, युगपथ (काव्य)- सुमित्रानंदन पंत
  • कुक्कुरमुत्ता (काव्य)- सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • खादी के फूल, सूत की माला(काव्य)- हरिवंशराय बच्चन
  • मुक्तिपथ (उपन्यास)- इलाचन्द्र जोशी
  • झांसी की रानी(नाटक)- वृंदावन लाल वर्मा
सन् 1949 ई०
  • हरि घास पर क्षणभर (काव्य)- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • हिमतरंगिणी (काव्य)- माखनलाल चतुर्वेदी
  • गुनाहों का देवता (उपन्यास)- धर्मवीर भारती
सन् 1950 ई०
  • मिलन यामिनी (काव्य)- सच्चन
  • प्रदक्षिणा (काव्य)- मैथिलीशरण गुप्त
  • मृगनयनी (उपन्यास)- वृन्दावन लाल वर्मा
  • सन् 1951 ई०
  • रजत शिखर (काव्य)- सुमित्रानंदन पंत
  • धूप और धूँआ (काव्य)- रामधारी सिंह "दिनकर"
  • माता, समर्पण (काव्य)- माखनलाल चतुर्वेदी
  • चीवर (उपन्यास)- रांगेय राघव
  • कोणार्क (नाटक)- जगदीश चंद्र माथुर
सन् 1952 ई०
  • रश्मिरथी (काव्य)- रामधारी सिंह "दिनकर"
  • जयभारत (काव्य)- मैथिलीशरण गुप्त
  • ठंडा लोहा(काव्य)- धर्मवीर भारती
  • क्वासी (काव्य)- बालकृष्ण शर्मा नवीन
  • वितीस्ता की लहरें(नाटक)- लक्ष्मी नारायण मिश्र
सन् 1952 ई०
  • सूरज का सातवाँ घोड़ा - धर्मवीर भारती
  • सुखदा, विवर्त - जैनेंद्र कुमार
  • जिप्सी - इलाचन्द्र जोशी
  • गंगा मैया - भैरव प्रसाद गुप्त
  • बलचलमा - नागार्जुन
  • अपराजिता - चतुरसेन शास्त्री
सन् 1953 ई०
  • .युगधारा (काव्य)- नागार्जुन
  • आराधना (काव्य)- सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • नई पौध (उपन्यास)- नागार्जुन
  • नागफनी का देश (उपन्यास) - अमृतराय
  • व्यतीत (उपन्यास) - जैनेंद्र कुमार
  • अंधेरे के जुगनू (उपन्यास)- रांगेय राघव
सन् 1954 ई०
  • बावरा अहेरी (काव्य)- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • वर्षान्त के बादल (काव्य)- रामेश्वर शुक्ल अंचल
  • नील कुसुम (काव्य)- रामधारी सिंह "दिनकर"
  • गीतकुंज(काव्य)- सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  • आलमगीर (उपन्यास)- आ० चतुरसेन शास्त्री
  • अलग अलग रास्ते(नाटक)- उपेंद्र नाथ अश्क
सन् 1955 ई०
  • अतिमा (काव्य)- सुमित्रानंदन पंत
  • प्रणय-पत्रिका (काव्य)- हरिवंशराय बच्चन
  • जहाज का पंछी (उपन्यास)- इलाचन्द्र जोशी
  • सोमनाथ (उपन्यास)- आ०चतुरसेन शास्त्री
  • अंजो दीदी(नाटक)- उपेंद्र नाथ अश्क
  • अंधा कुआं (नाटक)- लक्ष्मीनारायण लाल
सन् 1956 ई०
  • युगचरण (काव्य)- माखनलाल चतुर्वेदी
  • अमीता (उपन्यास)- यशपाल
सन् 1957 ई०
  • इन्द्रधनुष रौंदे हुए ये (काव्य)- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • विष्णुप्रिया (काव्य)- मैथिलीशरण गुप्त
  • वाप्पी (काव्य)- सुमित्रानंदन पंत
  • कब तक पुकारुँ (उपन्यास)- रांगेय राघव 
  • महाप्रभु वल्लभाचार्य(नाटक)- सेठ गोविंद दास
सन् 1958 ई०
  • झूठा - सच (उपन्यास)- यशपाल
  • दूधगाछ (उपन्यास)- देवेंद्र सत्यार्थी
  • राई और पर्वत (उपन्यास)- रांगेय राघव
  • आषाढ़ का एक दिन(नाटक)- मोहन राकेश
  • डॉक्टर (नाटक)- विष्णु प्रभाकर
सन् 1959 ई०
  • कला और बुढ़ा चान्द, चिदम्बरा (काव्य)- सुमित्रानंदन पंत
  • सत्तरंगें पंखों वाली (काव्य)- नागार्जुन
  • अरी! ओ करुणा प्रभामयी (काव्य)- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • कुछ कविताएँ (काव्य)- शमसेर बहादूरसिंह
  • मादा कैक्टस (नाटक)- लक्ष्मीनारायण लाल
  • शारदिया ( नाटक )- जगदीश चंद्र माथुर
सन् 1959 ई०
  • सती मैया का छोरा - भैरवप्रसाद गुप्त
  • भूले बिसरे चित्र - भगवती चरण वर्मा
  • सेमल का फूल - मार्कण्डेय
  • कबूतरखाना - शैलेष मटियानी
सन् 1960 ई०
  1. वेणु लौ गूंजे धरा (काव्य)- माखनलाल चतुर्वेदी
  2. सप्तपर्णा (काव्य) - महादेवी वर्मा
  3. अभी बिलकुल अभी (काव्य)- केदारनाथ सिंह
  4. फागुन के दिन चार (उपन्यास)- पांडेय बेचन शर्मा उग्र
  5. तीन आंखों वाली मछली(नाटक)- लक्ष्मीनारायण लाल
सन् 1961 ई०
  • कुछ और कविताएँ (काव्य)- शमशेर बहादूर सिंह
  • आँगन के पार द्वार (काव्य)- सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • उर्वशी (काव्य)- रामधारी सिंह "दिनकर"
  • त्रिभंगिमा (काव्य)- हरिवंशराय बच्चन
  • भंवर(नाटक)- उपेंद्र नाथ अश्क
सन् 1961 ई०
  • अपने - अपने अजनबी — सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
  • बड़ी चम्पा छोटी चम्पा— लक्ष्मीनारायण लाल
  • लौटे हुए मुसाफिर— कमलेश्वर
  • पचपन खम्भे लाल दीवार — उषा प्रियवन्दा
सन् 1962 ई०
  • प्यासी पथराई आँखें (काव्य)- नागार्जुन
  • चार खेमें चौंसठ खूंटे (काव्य)- हरिवंशराय बच्चन
  • संशय की एक रात (काव्य)- नरेश मेहता
  • मित्रों मरजानी (उपन्यास)- कृष्णा सोबती
  • नेफा की एक शाम(नाटक)- ज्ञान अग्निहोत्री
  • सतरानी , दर्पण (नाटक) - लक्ष्मीनारायण लाल
सन् 1963 ई०
  • परशुराम की प्रतीक्षा(काव्य)- रामधारी सिंह "दिनकर"
  • आवाजों के घेरे (काव्य)- दुष्यंत कुमार
  • चारु चन्द्रलेख (उपन्यास)- हजारीप्रसाद द्विवेदी
  • उग्रतारा (उपन्यास) — नागार्जुन
  • लहरों के राजहंस(नाटक)- मोहन राकेश
  • सीमांत के बादल (नाटक)- लक्ष्मीकांत वर्मा
सन् 1964 ई०
  • लोकायतन (काव्य)- सुमित्रानंदन पंत
  • बिजुली काजल आँच रही (काव्य)- माखनलाल चतुर्वेदी
  • चान्द का मुँह टेढ़ा है (काव्य)- मुक्तिबोध
  • जो (उपन्यास)- प्रभाकर माचवे
  • अपना अपना जूता(नाटक)- लक्ष्मीकांत वर्मा
सन् 1965 ई०
  • कोहबर की शर्त (उपन्यास)- केशव प्रसाद मिश्र
  • मुक्तिबोध (उपन्यास) — जैनेंद्र कुमार
  • अप्सरा का शाप (उपन्यास) — यशपाल
  • शिवाजी (नाटक)- रामकुमार वर्मा
1966 ई०
  • आधा गांव— राही मासूम रज़ा
  • कितने चौराहे — फणीश्वरनाथ रेणु
  • अमृत और विष — अमृतलाल नागर
  • मछली मरी हुई — राजकमल चौधरी
  • वतन की आबरू (नाटक)- ज्ञान अग्निहोत्री
सन् 1967 ई०
  • अलग - अलग वैतरणी (उपन्यास)- शिवप्रसाद सिंह
  • एक पति के नोटस (उपन्यास) — महेंद्र भल्ला
  • रुकोगी नहीं राधिका (उपन्यास) — उषा प्रियवंदा
  • बड़े खिलाड़ी (नाटक)- उपेन्द्रनाथ अश्क
सन् 1968 ई०
  • इमरतिया— नागार्जुन
  • जमनिया के बाबा — नागार्जुन
  • रागदरबारी — श्रीलाल शुक्ल
  • अनन्तर — जैनेंद्र कुमार
  • न आने वाला कल — मोहन राकेश
  • शतुरमुर्ग (नाटक)- ज्ञान अग्निहोत्री
सन् 1969 ई०
  • टोपी शुक्ला (उपन्यास)- राही मासूम रज़ा
  • चिड़ियाघर (उपन्यास) — गिरिराज किशोर
  • आधे अधुरे (नाटक)- मोहन राकेश
  • अँधेरे का बेटा (नाटक) - रेवंतीरमण वर्मा
  • पहला राजा (नाटक) - जगदीश चंद्र माथूर
  • युगे युगे क्रांति (नाटक) - विष्णु प्रभाकर
सन् 1970 ई०
  • कड़ियाँ (उपन्यास)- भीष्म साहनी
  • अग्निशिखा (नाटक)- डॉ० रामकुमार वर्मा
सन् 1971 ई०
  • कदा नैमिषारण्य — अमृतलाल नागर
  • एक चूहे की मौत— बद्दीउजमा
  • बेघर— ममता कालिया
  • आपका बंटी— मन्नु भंडारी
  • मिस्टर अभिमन्यु (नाटक)- लक्ष्मीनारायण लाल
सन् 1972 ई०
  • मानस का हंस (उपन्यास)- अमृतलाल नागर
  • अंतराल (उपन्यास) — मोहन राकेश
  • द्रौपदी , सेतुबंध (नाटक)- सुरेन्द्र वर्मा 
  • कर्फ्यू (नाटक)- लक्ष्मीनारायण लाल
  • लौटता हुआ दिन (नाटक) - उपेन्द्रनाथ अश्क
  • देवयानी का कहना है (नाटक) - रमेश बक्शी
सन् 1973 ई०
  • तमस (उपन्यास)- भीष्म साहनी
  • अब्दुल्ला दीवाना (नाटक)- लक्ष्मीनारायण लाल 
  • शताब्दी, हम लोग (नाटक) - अमृत राय
सन् 1974 ई०
  • अनाम स्वामी (उपन्यास)- जैनेंद्र कुमार
  • तीस चालीस पचास (उपन्यास) — प्रभाकर माचवे
  • यॉर्स फेथफुली , मरजीवा (नाटक)- मुद्राराक्षस
  • सिंहासन खाली है (नाटक) - सुशील कुमार सिंह
  • टूटते परिवेश (नाटक) - विष्णु प्रभाकर
  • रोशनी एक नदी है (नाटक) - लक्ष्मीकांत वर्मा
सन् 1975 ई०
  • नरक दर नरक (उपन्यास)- ममता कालिया
  • तीसरा हाथी (नाटक)- रमेश बक्शी
सन् 1976 ई०
  • तीसरा आदमी (उपन्यास)- जैनेंद्र कुमार
  • आगामी अतीत (उपन्यास) - जैनेंद्र कुमार
  • शह ये मात (नाटक)- बृजमोहन शाह
सन् 1977 ई०
  • पागल कुत्तों का मसीहा(उपन्यास)- नरेश मेहता
  • एक और द्रोणाचार्य (नाटक)- शंकर शेष
  • आठवाँ सर्ग (नाटक) - सुरेन्द्र वर्मा
  • कथा एक कंस की (नाटक) - दया प्रकाश सिन्हा
  • हानुष (नाटक) - भीष्म साहनी
  • सगुन पंछी (नाटक)- लक्ष्मीनारायण लाल
सन् 1978 ई०
  • गोबर गणेश (उपन्यास)- रमेशचंद्र शाह
  • घरोंदा (नाटक)- विष्णु प्रभाकर
  • बुलबुल सराय, दुलारी बाई (नाटक) - मणि मधुकर
  • तेन्दुआ (नाटक) - मुद्राराक्षस
सन् 1979 ई०
  • एक चिथड़ा सुख (उपन्यास)- निर्मल वर्मा
  • चितकोबरा (उपन्यास)- मृदुला गर्ग
  • राम की लड़ाई (नाटक)- लक्ष्मीनारायण लाल
  • कसे हुए तार (नाटक)- रमेश बक्शी
  • उत्तर उर्वशी (नाटक) - हम्मीदुला
  • पांचवाँ सवार (नाटक) - बलराज पंडित
  • बादशाह गुलाम बेगम (नाटक) - गिरिराज किशोर
सन् 1980 ई०
  • कुरु कुरु स्वाह (उपन्यास)-मनोहर श्याम जोशी
  • बसंती (उपन्यास) — भीष्म साहनी
  • इकतारे की आँख (नाटक)- मणि मधुकर
  • ठहरी हुई जिन्दगी (नाटक) - लक्ष्मीकांत वर्मा
  • कजरी वन (नाटक) - लक्ष्मीनारायण लाल
सन् 1981 ई०
  • बीच की दीवार — अमरकांत
  • किशनगढ़ का अहेरी- संजीव
  • खंजननयन— अमृतलाल नागर
सन् 1982 ई०
  • सुबह दोपहर शाम (उपन्यास)- कमलेश्वर
  • छोटे सैयद बड़े सैयद (नाटक)- सुरेन्द्र वर्मा
सन् 1983 ई०
  • दशार्क (उपन्यास)- जैनेंद्र कुमार
  • बलराम की तीर्थ यात्रा (नाटक)- लक्ष्मीनारायण लाल
सन् 1984 ई०
  • मैं और मैं (उपन्यास)- मृदुला गर्ग
  • बिना दरवाजे का मकान (उपन्यास) — रामदरश मिश्र
  • माधवी (नाटक)- भीष्म साहनी
  • दंगा (नाटक) - ज्ञान अग्निहोत्री
सन् 1985 ई०
  • करवट (उपन्यास)- अमृतलाल नागर
  • काजर की कोठरी (नाटक)- मृणाल पांडेय
सन् 1986 ई०
  • दूसरा घर - रामदरश मिश्र
  • सावधान! नीचे आग है- संजीव
सन् 1987 ई०
  • शाल्मली (उपन्यास)- नासीरा शर्मा
  • कहै कबीर सूनो भाई साधो (नाटक) नरेंद्र मोहन
सन् 1988 ई०
  • यादास की माड़ी — भीष्म साहनी
  • नीला चान्द — शिवप्रसाद सिंह
  • बंधन — नरेंद्र कोहली
सन् 1989 ई०
  • रात का रिपोर्टर — निर्मल वर्मा
  • ठीकरे की मंगनी — नासीरा शर्मा
सन् 1990 ई०
  • आओ पे पे घर चलें (उपन्यास)- प्रभा खेतान
  • शकुंतला की अँगुठी (नाटक)- सुरेन्द्र वर्मा
सन् 1991 ई०
  • ढ़ाई घर (उपन्यास)- गिरिराज किशोर
सन् 1992 ई०
  • मीनारें (उपन्यास)- शशिप्रभा शास्त्री
सन् 1993 ई०
  • जिन्दा मुहावरे -(उपन्यास)— नासिरा शर्मा
सन् 1994ई०
  • अपने - अपने चेहरे (उपन्यास)- प्रभा खेतान
सन् 1995 ई०
  • अपने - अपने कोणार्क (उपन्यास)- चन्द्रकांता
सन् 1996 ई०
  • हमजाद (उपन्यास)- मनोहर श्याम जोशी
सन् 1997 ई०
  • यातनाघर (उपन्यास)- गिरिराज किशोर
  • एक पत्नी के नोटस (उपन्यास) — ममता कालिया
सन् 1998 ई०
  • कलिकथा -बायां बाईपास(उपन्यास)-अल्का सरावगी
सन् 1999 ई०
  • सुनो भाई साधो (उपन्यास)- शत्रुघ्न प्रसाद
  • पहला गिरमिटिया (उपन्यास) — गिरिराज किशोर
सन् 2000 ई०
  • नीलू नीलिमा निलोफर — भीष्म साहनी
  • अंतिम अरण्य — निर्मल वर्मा
  • कितने पाकिस्तान— कमलेश्वर
  • समय सरगम - कृष्णा सोबती
  • खुले गगन के लाल सितारे- मधु कांकरिया


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भारत के राज्यों के राज्यपालों की सूची




राज्यगवर्नर
आंध्रप्रदेशबिस्वभूषण हरिचंदन
अरुणाचल प्रदेशब्रिगेड बीडी मिश्रा
असमप्रो.जगदीश मुखी
बिहारफागू चौहान
छत्तीसगढ़अनसुइया उइके
गोवामृदुला सिन्हा
गुजरातआचार्य देवव्रत
हरियाणासत्यदेव नारायण आर्य
हिमाचल प्रदेशकलराज मिश्र
जम्मू-कश्मीरसत्य पाल मलिक
झारखंडद्रौपदी मुर्मू
कर्नाटकवजुभाई रुडाभाई वाला
केरलन्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) पी. सथशिवम
मध्य प्रदेशलाल जी टंडन
महाराष्ट्रसी विद्यासागर राव
मणिपुरडॉ नज्मा हेप्तुल्ला
मेघालयतथागत रॉय
मिजोरमकुम्मनम राजशेखरन
नागालैंडआर एन रवि
ओडिशागणेशी लाल
पंजाबवी पी सिंह बदन्नोर
राजस्थानकल्याण सिंह
सिक्किमगंगा प्रसाद
तमिलनाडुबनवारीलाल पुरोहित
तेलंगानाईएसएल नरसिम्हन
त्रिपुरारमेश बैस
उत्तर प्रदेशआनंदीबेन पटेल
उत्तराखंडबेबी रानी मौर्या
पश्चिम बंगालजगदीप धनखड़




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उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय के विभिन्न अनुभाग और उनके कार्य




मुख्य मंत्री कार्यालय अनुभाग-1 में व्यवहृत होने वाले विषय

  1.  राष्ट्रपति/उप राष्ट्रपति/प्रधानमंत्री/अध्यक्ष/उपाध्यक्ष, लोक सभा तथा राज्य सभा, केन्द्रीय मंत्रीगण से प्राप्त पत्रों का निस्तारण एवं अनुश्रवण।
  2. राज्यपाल, विधान मण्डल के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, राज्यपाल, उ0प्र0 के सचिव, विधान सभा व विधान परिषद के सचिव, अन्य प्रदेश के मुख्य मंत्रिगण एवं मंत्रीगण से प्राप्त पत्रों का निस्तारण एवं अनुश्रवण।
  3. विदेशी दूतावासों, सर्वोच्च तथा उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों तथा कुलपतियों से प्राप्त पत्रों का निस्तारण एवं अनुश्रवण।
  4. राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तरीय निगमों/परिषदों/प्रतिष्ठित संगठनों के अध्यक्षों/प्रबंध निदेशकों/निदेशकों के पत्रों का निस्तारण एवं अनुश्रवण।
  5. व्यापार मण्डलों, किसान संघों एवं विशिष्ट सेवा संघों से प्राप्त पत्रों/ज्ञापनों की प्राप्ति स्वीकार करना, उन्हें सक्षम प्राधिकारी के आदेश सहित संबंधित विभाग/कार्यालय को प्रेषित करना तथा उसका अनुश्रवण कार्य।
  6. विभिन्न विभागीय विकास परियोजनाओं/कार्यक्रमों/योजनाओं (जिसमें 20 सूत्रीय कार्यक्रम जैसे कार्यक्रम भी सम्मिलित हैं) के विषय में प्राप्त प्रत्यावेदनों, प्रगति आख्याओं एवं अन्य विवरणों का रख-रखाव।
  7. मा0 मुख्य मंत्री जी की ओर से भेजे जाने वाले विशिष्ट पत्रों को इलेक्ट्रॉनिक टाइपराइटर से टंकण।
  8. राज्य के मंत्रिगण से प्राप्त पत्रों का व्यवहरण।
  9.  विभिन्न जिलों के लिये नामित मा0 मंत्रियों/राज्य मंत्रियों से प्राप्त होने वाली आख्याओं/सूचनाओं के रखरखाव।
मुख्य मंत्री कार्यालय अनुभाग-2 में व्यवहृत होने वाले विषय
  1.  मा0 मुख्य मंत्री जी को सम्बोधित समस्त पोस्टल डाक, रजिस्टर्ड पत्र, तार आदि।
  2. राजनीतिक दलों के प्रदेश स्तरीय अध्यक्षों/उपाध्यक्षों/महामंत्रियों को छोड़कर समस्त राजनीतिक दलों के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों (जिनमें राजनीतिक दलों के विभिन्न कोष्ठकों के पदाधिकारी भी सम्मिलित है), पूर्व विधायक गण, प्रमुख समाचार पत्रों के सम्पादकों, ब्यूरो चीफ इत्यादि।
  3. विशिष्ट व्यक्तियों तथा प्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के पत्र।
  4. मा0 सर्वोच्च/उच्च न्यायालय तथा विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रारों से प्राप्त पत्रों की प्राप्ति स्वीकार करना, उन पर, सक्षम अधिकारी के आदेश प्राप्त कर संबंधित विभाग/कार्यालय को प्रेषित करना तथा उनका अनुश्रवण करना।
  5. मा0 मुख्य मंत्री जी के दौरे का कार्यक्रम वितरित करना।
  6. मा0 मुख्यमंत्री जी की ओर से भेजे जाने वाले समस्त संदेशों, बधाई पत्रों, सुझाव पत्रोत्तरी, तार आदि का प्रेषण।
  7. मा0 मुख्यमंत्री जी के निजी सचिव की ओर से भेजे जाने वाले पत्रों का प्रेषण।
  8. राज्य के भूतपूर्व मंत्री ने से प्राप्त पत्रों की प्राप्ति स्वीकार करना, उन्हें सक्षम प्राधिकारी के आदेश सहित संबंधित विभाग/कार्यालय को प्रेषित करना तथा उनका अनुश्रवण।
  9. मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारीगण द्वारा लिये जाने वाले पत्रों का प्रेक्षण।
मुख्य मंत्री कार्यालय अनुभाग-3 में व्यवहृत होने वाले विषय
  1. मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा समय-समय पर की गयी घोषणाओं का क्रियान्वयन हेतु अनुश्रवण।
  2. मुख्य मंत्री सचिव शाखा (नागरिक उड्डयन, प्रोटोकॉल को सम्मिलित करते हुए) का अधिष्ठान कार्य।
  3. मुख्य मंत्री सचिव शाखा का लेखा संबंधी कार्य।
  4. मुख्य मंत्री कार्यालय की केन्द्रीय डाक व्यवस्था।
मुख्य मंत्री कार्यालय अनुभाग-4 और अनुभाग-5 में व्यवहृत होने वाले विषय
  1.  मा0 मुख्य मंत्री जी के विवेकाधीन कोष/पीड़ित सहायता कोष/कारगिल सहायता कोष के लेखा जोखा संबंधी तथा इनके कोषों से सहायता स्वीकृति/भुगतान संबंधी समस्त कार्य।
लोक शिकायतों के प्रभावी निराकरण हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाही/व्यवस्था का संक्षिप्त विवरण
लोक शिकायत निदेशालय : लोक शिकायत अनुभाग- 3 व 4 द्वारा निदेशालय में सुनवाई से संबंधित कार्य व्यवहार किया जाता है। मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रमुख सचिव/ सचिव निदेशालय के पदेन निदेशक होते है तथा विशेष सचिव पदेन अपर निदेशक होते है। प्रदेश स्तर पर प्राप्त होने वाली लोक शिकायतों के निस्तारण के लिये मुख्यमंत्री सचिवालय के अधीन एक उच्चाधिकार प्राप्त लोक शिकायत निदेशालय गठित है। इस निदेशालय द्वारा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त होने वाली गंभीर प्रकृति की शिकायतों जिसमें अन्याय/एवं शोषण निहित है, का सूक्ष्म रूप से परीक्षण कराकर लोक शिकायत निदेशालय में दर्ज करके शिकायत का पूर्ण समाधान होने तक अनुश्रवण किया जाता है। आवश्यकतानुसार उत्तरदायी अधिकारी को साक्ष्य के लिये निदेशालय में बुलाकर शिकायत का निराकरण सुनिश्चित किया जाता है। निदेशालय के मुख्य कार्य निम्नवत है :-
  • निदेशालय शिकायतकर्ता की प्रमाणिकताओं के बारें में यथा संभव संतुष्ट होने और शिकायत की विषय सामग्री के महत्व को ध्यान में रखने के पश्चात ही इस प्रयोजन के लिये निर्धारित मानदंडों के अनुसार शिकायतों पर विचार करेगा।
  • जांच करने एवं निर्णय लेने हेतु निदेशालय द्वारा सम्बन्धित विभागों, परिक्षेत्रीय कार्यालयों आदि से सम्बन्धित पत्रावलियां आवश्यकता पड़ने पर सीधे ही मांगी जाया करेंगी। यथा आवश्यकता आख्यायें भी प्राप्त की जाया करेंगी। निदेशालय जब भी सीधे विभागाध्यक्षों आदि को सम्बोधित करेंगे तो विभागीय सचिव को भी अवगत रखेंगे। निदेशालय के उपरोक्त सम्बोधित निर्देशों का पालन हर हालत में सुनिश्चित किया जाना आवश्यक समझा जाय।
  • (2) (ए) प्राप्त शिकायतों की जांच के समय निदेशालय द्वारा यह देखा जायेगा कि मामले विशेष को निपटाने में ईमानदारी तथा निष्पक्षता से काम लिया गया है और क्या निर्णय न्यायपूर्ण ढंग से किया गया है। यह भी देखा जाएगा कि क्या शिकायतकर्ता को सम्बन्धित निर्णय के सम्बन्ध में कारणों सहित अवगत करा दिया गया है।
  • किसी भी शिकायत के सम्बन्ध में परीक्षणोंपरान्त संतुष्टि होने पर निदेशालय में महत्वपूर्ण मामलों में उच्चतम स्तर पर निर्णय लिया जायेगा। यह निर्णय मुख्यमंत्री जी के स्तर पर लिये जाने का प्रावधान है। इस दृष्टि से यह नितांत आवश्यक है कि निदेशालय द्वारा लिये गये निर्णय की सूचना मिलने पर निर्णय के अनुरूप कार्यवाही तत्परतापूर्वक कर ली जाय। निर्णीत मामलों को मुख्य मंत्री जी को पुनर्विचार हेतु संदर्भित करना साधारणतया आवश्यक नहीं होना चाहिए।
  • (3) (ए) यदि निदेशालय में प्राप्त शिकायत ऐसी प्रकृति की है कि उसकी जांच आदि हेतु एक से अधिक विभाग से संपर्क करना आवश्यक है तो ऐसी स्थिति में निदेशालय द्वारा सम्बन्धित विभागीय सचिवों अथवा विभागाध्यक्षों की एक कमेटी गठित की जाएगी और निदेशालय द्वारा ऐसे मामलों में उक्त कमेटी द्वारा की गयी संस्तुति के आधार पर निर्णय लिये जाया करेंगे। ऐसे मामलों से भी संबंधित विभागों को निदेशालय द्वारा लिये गये अंतिम निर्णय से अवगत करा दिया जायेगा और उन्ही निर्णयों के अनुरूप तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जानी होगी।
  • लोक शिकायत विभाग से तथा सीधे प्राप्त सभी शिकायतों का निदेशालय द्वारा गहन परीक्षण किया जाएगा और आवश्यकतानुसार मौके पर जाकर जांच की जा सकती है। मौके की जांच साधारणतया विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में ही की जाया करेंगी और इस संबंध में निदेशालय से उचित निर्देश जारी किये जाया करेंगे।
  • यदि सार्वजनिक शिकायतों के निराकरण में विलंब या निष्क्रियता परिलक्षित होती है और किसी विशिष्ट मामले में किसी अधिकारी का गंभीर दोष पाया जाता है तो इस सम्बन्ध में भी निदेशालय समुचित सिफारिश करेगा।
लोक शिकायत अनुभाग-1 में व्यवहृत होने वाले विषय
  1. उत्तर प्रदेश के समस्त मण्डलों से, डाक से प्राप्त होने वाले पत्रों, जो मा0 मुख्यमंत्री जी/महामहिम श्री राज्यपाल को संबोधित होते हैं, के अनुश्रवण व निस्तारण का कार्य।
  2. लोक शिकायत विभाग/निदेशालय के मासिक/त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट व अन्य तत्सम्बन्धी सूचना को तैयार किये जाने से संबंधित कार्य।
  3. मा0 प्रधानमंत्री जी के कार्यालय से प्राप्त होने वाले समस्त पत्रों का अनुश्रवण व निस्तारण कार्य।
लोक शिकायत अनुभाग-2 में व्यवहृत होने वाले विषय
  1. मा0 मुख्य मंत्री जी के जनता दर्शन एवं मा0 मुख्य मंत्री जी के दौरे के समय प्राप्त पत्रों का अनुश्रवण व निस्तारण का कार्य।
लोक शिकायत अनुभाग-3 में व्यवहृत होने वाले विषय
  1.  ग्राम्य विकास/क्षेत्रीय विकास/पंचायती राज/कृषि/सहकारिता/पशुपालन/दुग्ध विकास/मत्स्य उत्पादन/कृषि उत्पादन आयुक्त/ग्रामीण अभियंत्रण सेवा/लघु सिंचाई/उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण/युवा कल्याण/चिकित्सा एवं स्वास्थ्य/चिकित्सा शिक्षा/परिवहन/आवास/नगर विकास/न्याय एवं संसदीय कार्य/राजस्व एवं पुर्नवास/सचिवालय प्रशासन/विकलांग कल्याण/महिला एवं बाल विकास/विधवा पेंशन/कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार से प्राप्त पत्रों का निस्तारण/भाषा/आबकारी/मुस्लिम वक्फ/समाज कल्याण/अल्प संख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग से संबंधित मामले व अन्य विविध कार्य ।
  2. राष्ट्रपति सचिवालय/ उप राष्ट्रपति सचिवालय/ प्रशासनिक सुधार, लोक शिकायत निदेशालय के विभिन्न मंत्रालयों से प्राप्त होने वाले सभी प्रकृति के संदर्भों को निस्तारित किये जाने से संबंधित कार्य ।
लोक शिकायत अनुभाग-4 में व्यवहृत होने वाले विषय
  1.  चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास/खाद्य एवं रसद/प्राविधिक शिक्षा/श्रम/वित्त/संस्थागत वित्त/लोक निर्माण विभाग/राज्य सम्पत्ति/ऊर्जा/नागरिक उड्डयन विभाग/गृह विभाग/गोपन/कारागार, वीजा, पासपोर्ट, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा एवं राजनैतिक पेंशन/सर्तकता/उच्च शिक्षा/माध्यमिक शिक्षा/खेलकूद/नियोजन/सांस्कृतिक कार्य/सूचना/उत्तरांचल समन्वय/राष्ट्रीय एकीकरण/धर्मार्थ कार्य/सैनिक कल्याण/निर्वाचन/सिंचाई/लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन/औद्योगिक विकास/खादी एवं ग्रामोद्योग विकास से संबंधित मामले व अन्य विविध कार्य।
  2. गृह मंत्रालय/ कैबिनेट सचिवालय/ पेंशन मंत्रालय एवं भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों से प्राप्त होने वाले सभी प्रकृति के संदर्भों को निस्तारित किये जाने से संबंधित कार्य ।
सांसद/विधायक कोष्ठक में व्यवहृत होने वाले विषय
  1.  सांसदगण (जिसमें अन्य प्रदेशों के सांसद भी सम्मिलित हैं) से प्राप्त पत्रों की प्राप्ति स्वीकार करना, उनको सक्षम प्राधिकारी के आदेश प्राप्त कर संबंधित विभाग/कार्यालय को प्रेषित करना तथा उनका अनुश्रवण करना।
  2. सांसदगण को शासकीय कार्य के निष्पादन हेतु आवश्यक अनुमन्य सुविधाओं की व्यवस्था करना।\समस्त राजनैतिक दलों के राष्ट्र स्तरीय पदाधिकारियों से प्राप्त पत्रों की प्राप्ति स्वीकार करना, उन्हें सक्षम प्राधिकारी के आदेश प्राप्त करने के उपरांत संबंधित विभाग/कार्यालय को प्रेषित करना तथा उनका अनुश्रवण करना।
  3.  प्रमुख सचिव/सचिव/विशेष सचिव द्वारा सांसद कक्ष के प्रभारी को निर्दिष्ट कार्य।
  4. देश के भूतपूर्व मा0 प्रधानमंत्री गण तथा प्रदेश के भूतपूर्व मा0 मुख्यमंत्री गण के पत्रों पर सांसद कक्ष द्वारा उसी प्रकार पत्रोत्तर भेजा जायेगा जिस प्रकार सांसदगण के पत्रों पर पत्रोत्तर भेजा जाता है।
  5. मा0 विधायक गण (जिसमें अन्य प्रदेशों के विधायक भी सम्मिलित है) से प्राप्त पत्रों की प्राप्ति स्वीकार करना, उन्हें सक्षम प्राधिकारी के आदेश सहित संबंधित विभाग/कार्यालय को प्रेषित करना तथा उनका अनुश्रवण करना।
  6. मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारीगण द्वारा मा0 विधायकों के पत्रों के संदर्भ में भेजे जाने वाले पत्रों का प्रेषण।
  7. समस्त राजनीतिक दलों के प्रदेश स्तरीय अध्यक्ष/उपाध्यक्ष/महामंत्रिगण से प्राप्त पत्रों की प्राप्ति स्वीकार करना, उन्हें सक्षम प्राधिकारी के आदेश सहित संबंधित विभाग/कार्यालय को प्रेषित करना तथा उनका अनुश्रवण करना।
संसदीय कार्य में व्यवहृत होने वाले विषय
  1. विधान मण्डल की कार्यवाही से संबंधित कार्य।
  2. लोक सभा/राज्य सभा प्रश्नों के समस्त कार्य।
  3. विभिन्न अवसरों पर मा0 मुख्यमंत्री जी की ओर से भेजे जाने वाले बधाई/संवेदना संदेश तैयार करना तथा उनका प्रेषण सुनिश्चित करना।
  4. बजट, मा0 राज्यपाल महोदय के अभिभाषण जैसे विशिष्ट अवसरों पर विभिन्न विभागों से सूचना संकलन।
जन सूचना सेल में व्यवहृत होने वाले विषय
  1.  मा0 मुख्यमंत्री जी/ जन सूचना अधिकारी, मुख्यमंत्री कार्यालय को सम्बोधित समस्त प्राप्त होने वाले पत्रों को इस कार्यालय में दर्ज कर मुख्य मंत्री कार्यालय / लोक शिकायत अनुभाग को विषयानुसार अग्रेत्तर कार्यवाही हेतु आवंटित किया जाता है। उक्त पत्रों पर अग्रेत्तर कार्यवाही एवं अनुश्रवण करते हुए उनका निस्तारण सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जाता है।
कम्प्यूटर सेल में व्यवहृत होने वाले विषय
  1. मा0 मुख्य मंत्री सचिव शाखा के विभिन्न अनुभागों/कोष्ठकों का कम्प्यूटर से संबंधित समस्त कार्य।
मुख्यमंत्री कार्यालय लेखा अनुभाग 1 में व्यवहृत होने वाले विषय :
  1. मुख्यमंत्री सचिव शाखा में कार्यरत कर्मचारी एवं अधिकारीगण के लेखा संबंधी कार्य यथा:- वेतन, अग्रिम, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, आकस्मिक व्यय, यात्रा देयक, आडिट एवं सेवानिवृत्तिक लाभों का भुगतान व राजकोष प्राप्तियों आदि का कार्य व्यवहार किया जाता है ।
मुख्यमंत्री कार्यालय लेखा अनुभाग 2 में व्यवहृत होने वाले विषय :
  1. मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति व परिवार के चिकित्सा उपचार आदि हेतु अनुदान/भुगतान, उपयोगिता एवं आडिट से संबंधित कार्य व्यवहृत किया जाता है ।
  2. मुख्यमंत्री पीडित सहायता एवं कारगिल शहीद सहायता कोष में प्रदेश व भारत के आम जनता से दान/चन्दा प्राप्त होता है जिसका प्रयोग दैवीय आपदा से प्रभावित पीड़ित व्यक्ति व परिवार को आर्थिक सहायता आदि हेतु अनुदान/भुगतान आदि से संबंधित कार्य व्यवहृत किया जाता है ।


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