वाशिंग पावडर निरमा,
अरे कहॉं चल दिये टिप्पणी करना किसके लिये छोड़ जा रहे है :)
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कामयाबी तुम्हारे कदम चूमे,
खुशियाँ तुम्हारे चारो और हो,
पर भगवान से इतनी प्रार्थना करने के लिए,
तुम मुझे कुछ तोह कमीशन दो...!!!
भाई दूज की आप सब को बधाईयाँ !!
कैसी भी हो एक बहन होनी चाहिये……….
बड़ी हो तो माँ- बाप से बचाने वाली.
छोटी हो तो हमारे पीठ पिछे छुपने वाली……….॥
बड़ी हो तो चुपचाप हमारे पाँकेट मे पैसे रखने वाली,
छोटी हो तो चुपचाप पैसे निकाल लेने वाली………॥
छोटी हो या बड़ी,
छोटी- छोटी बातों पे लड़ने वाली,
एक बहन होनी चाहिये…….॥
बड़ी हो तो, गलती पे हमारे कान खींचने वाली,
छोटी हो तो अपनी गलती पर,
साँरी भईया कहने वाली…
खुद से ज्यादा हमे प्यार करने वाली एक बहन होनी चाहिये…. ….॥
भाईदूज की हार्दिक शुभकामनाएं !!!
खुशनसीब होती है वो बहन,
जिसके सिर पर भाई का हाथ होता है;
हर परेशानी में उसके साथ होता है,
लड़ना-झगडना फिर प्यार से मनाना,
तभी तो इस रिश्ते में इतना प्यार होता है।
Happy Bhai Dooj 2017
खामोशियो में एक अदा इतनी प्यारी लगी,
दुनिया में आपकी मोहब्बत सबसे न्यारी लगी,
दुआ करतें हे ये न टूटे ये रिश्ता कभी,
क्योकि इस दुनिया में यही हमको हमारी लगी.
*** Wishes u a very very happy Bhai Dooj ***
भाई दूज का है आया है शुभ त्यौहार,
बहनों की दुआएं भाइयों के लिए हज़ार ,
भाई बहन का यह अनमोल रिश्ता है बहुत अटूट,
बना रहे यह बंधन हमेशा खूब।
भाई दूज की शुभ कामनायें !
हे ईश्वर बहुत प्यारा हैं मेरा भाई
मेरी माँ का दुलारा हैं मेरा भाई
न देना उसे कोई कष्ट भगवन
जहाँ भी हो ख़ुशी से बीते उसका जीवन..!!!
Happy भाईदूज to u....
I Feel So Blessed And Treasured to Have a Brother Like You In My Life.
You Like An Angel Are Always There When I Need You.
Thanks, Brother And Have a Happy Bhai Dooj .
My Brother is My Best Friend,
You Stand By Me When I Am Alone You Make Feel Happy When I Am Low,
Thanks For Being For Me Always Dear Brother.
Happy Bhai Dooj.
You Were Always My Best Friend,
Looking Out For Me, Making Sure
The Path I Traveled On Was Smooth.
Even If I Searched The World Over,
There Cannot Be a Better Sister Than You.
** Happy Bhai Dooj My Sweet Sister **
Brothers r Like Streetlights Along The Road,
They Don’t Make Distance Any Shorter But
They Light Up The Path & Make The Walk Worthwhile.
“Happy Bhai Dooj”
बहन लगाती तिलक, फिर मिठाई है खिलाती;
भाई देता पैसे और बहन है मुस्कुराती;
भाई-बहन का ये रिश्ता न पड़े कभी लूज
मेरे प्यारे भैया मुबारक हो आपको भाई दूज।
थाल सजा कर बैठी हूँ अँगना
तू आजा अब इंतजार नहीं करना
मत डर अब तू इस दुनियाँ से
लड़ने खड़ी हैं तेरी बहन सबसे
Happy Bhai Dooj !!!!!!!
प्रेम और विश्वास के बंधन को मनाओ;
जो दुआ माँगो उसे तुम हमेशा पाओ;
भाई दूज के त्यौहार है, भईया जल्दी आओ;
अपनी प्यारी बहना से आकर तिलक लगवाओ।
भाई दूज की शुभ कामनायें!
भाईदूज के इस पावन अवसर पर आपकी हर मनोकामना पूरी हो,
और वो हर चीज़ आपके पास रहे जो आप के लिए जरूरी हो.....
**** हैप्पी भाईदूज ****
धनतेरस मई आप धनवान हो,
रुप्चौदास मई आप रूपवान हो,
दिवाली मई आपका जीवन जगमग हो,
भाईदूज पर रिश्तो मई मिठास आए.
आपको और आपके पूरे परिवार को भाईदूज की शुभकामनायें
बहन चाहे भाई का प्यार,
नहीं चाहे महंगे उपहार,
रिश्ता अटूट रहे सदियों तक,
मिले मेरे भाई को खुशियाँ अपार.
Happy भाईदूज
फूलों का तारों का सबका कहना हैं,
एक हजारों मैं मेरी बहना हैं.
भाईदूज की ख़ूब शुभकामनायें
यह त्योहार है कुछ ख़ास,
बनी रहे हमारे प्यार की यही मिठास.
*** Happy Bhai Dooj ***
Praying For Your Long Life And Good Health
On This Bhai Dooj And Always
Have a Wonderful Bhai Dooj
प्रेम और विश्वास के बंधन को मनाओ जो दुआ मांगो,
उससे तुम पाओ भाईदूज का त्यौहार है,
भैया जल्दी आओ अपनी प्यारी बहना से तिलक लगवाऊ.
हैप्पी भाईदूज.
लाल गुलाबी रंग है जाम रहा संसार,
सूरज की किरणें खुशियों की हो बहार,
चाँद की चांदनी अपनों का हो प्यार.
मुबारक हो आपको भाई दूज का त्योहार.
You Ever Say No You Never Say
Thats Impossible And You Never
Say You Can Not.
That’s My Bro a Superman
Who Make Things Possible And
Who Make Paths Smoother.
I Love You Bro.
Happy Bhaiya Dooj...!!!!
Behen Chahe Bhai Ka Pyaar,
Nahi Chahe Mahange Uphar,
Rishta Atoot Rahey Sadiyon Tak,
Mile Mere Bhai Ko Khushiyan Apar.
Happy BHAI DOOJ.....!!!!
प्रेम और विश्वास के बंधन को मनाओ,
जो दुआ मांगो, उससे तुम पाओ,
भाईदूज का त्योहार है, भैयाजी जल्दी आओ,
अपनी प्यारी बहना से तिलक लार्वाओ.
*** हैप्पी भाईदूज ***
परीक्षा तक के लिये संन्यास लिया था किन्तु आज विशेष कारण के कारण इसे तोड़ना पड़ा करू भी क्या जरूरी कामों को लिये समय निकालना ही पड़ता है। :)
आज मेरे लिये बहुत ही शुभ अवसर है कि आज के ही दिन ईश्वर मेरे निर्माण के लिये माता-पिता को वैवाहिक बंधन मे बांधा था। प्रत्येक व्यक्ति निर्माण व्यर्थ मे नही हुआ है प्रकृति ने निश्चित रूप से हर व्यक्ति-जीव को अपना माध्यम बना कर भेजा है। मै आज के दिन अपने माता पिता को कुछ उपहार देना चाहता था पर सोचने को हुआ कि मै उन्हे क्या दे सकता हूँ ? जो खुद ही अभी उनके ग्रास का में अपने ग्रास को पा रहा हूँ। जो कुछ भी मै क्रय करके देता वह उनके द्वारा दिये माध्यम से दिया होता। तो यह कैसा उपहार होता ?
एक पुत्र अपने माता-पिता को क्या दे सकता है ? पुत्र अगर दुनिया की सबसे बड़ी खुशी भी दे दें तो वह अपने माता-पिता के प्रेम के आगे तुच्छ होगा। मै अपने माता -पिता को हर वो चीज देना चाहता हूँ जो वे मुझसे चाहते है। किन्तु एक पिता की यही अभिलाषा होती है, उसके पुत्र का नाम उनसे भी उपर जाये तभी पिता को सबसे बड़ी खुशी मिलती है। मै वो खुशी देना चाहता हूँ।
मै अपने माता पिता के संघर्षों को जानता हूँ। मेरे पिता प्रतापगढ़ के छोटे से गाँव बड़ारी मे एक कृषक परिवार मे जन्म लिया, फिर अपने कानपुर के गंदे मोहल्ले में ढकना पुरवा में बीता बचपन, और इसी जगह से अपने नये आयामों को छूते हुए अपने पढ़ाई के समय में ही गाँव मे पैसे भेजने की जिम्मेदारी के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त किया। विभिन्न राजनीतिक आंदोलनों मे भाग लेते हुए कई बार जेल गये ( मुझे याद है जब 1991-92 मे गिरफ्तारियां हो रही थी तब मै 6 वर्ष का रहा हूँगा तब सोचता था कि चोरी आदि करने पर जेल होती थी पर मेरे पापा ने तो ऐसा कुछ नही किया, और व्यथित रहता था और सोचता था कि चोरी करते हुये पकड़े गये होंगे और मुझे कोई बता नहीं रहा है। पर यह मेरा उस समय का बाल मन की बात थी) और अपने लक्ष्यों को नही भूले, और 1988 के आस पास इलाहाबाद उच्च न्यायालय मे वकालत की प्रैक्टिस करने आ गये, उस समय हाथ मे कुछ न था किन्तु अपने अथक साहस के बल पर उच्च न्यायालय में बिना किसी गॉड फादर के 15 वर्षो की वकालत में भारत सरकार के वरिष्ठ स्थायी अधिवक्ता का पद 2003 में प्राप्त किया, और आज उच्च न्यायालय मे सम्मानित अधिवक्ता है। मेरे पिताजी के शब्दकोश में असंभव नाम का कोई शब्द नहीं है और यही उनकी सफलता का राज है। अगर मै उनके चरणों की धूल भी बन सका तो यह मेरी उपलब्धी होगी।
मेरी माता जी का जन्म मुंबई में हुआ था, और उनका भी पैतृक निवास प्रतापगढ़ ही था। बचपन और पढ़ाई मुंबई में ही हुई। एक खास बात मेरी माता जी मुम्बई नगर पालिका में कई दर्जन स्कूल हुआ करते थे। उसमें मेरी माता जी सीनियर वर्ग मे मुम्बई चैम्पियन थी। एक गृहणी के रूप में उन्होंने अपने अपने सभी दायित्वों का पालन किया। पिताजी की अपनी व्यस्तता थी पर माता जी ने हमें कभी भी पिताजी की कमी महसूस नहीं होने दिया। मेरे जन्म से पहले और जन्म के 5 वर्ष के बाद की मै नही जानता जो जनता हूँ सुनी सुनाई है। किन्तु 1990 के बाद की बाते धुँधलेपन के साथ याद है। बात 1991-92 के दंगे के समय की है कानपुर वाले जानते है कि कानपुर मे उन दिनों कैसा माहौल था, पिताजी को भी रात में गिरफ्तार कर लिया गया था। अब मेरे घर मे मात्र चार लोग बचे मेरी माता जी, दो बड़े भाई (उम्र 13 व 9 वर्ष) और मै उम्र 5 वर्ष पूरे मोहल्ले मे दहशत का माहौल था, कि अब हमला हुआ कि तब, मेरी माता जी ने मुझे और मेरे बीच वाले भाई को एक कमरे बंद कर दिया और दरवाजे के बाहर बडे भाई को लेकर एक एक लाठी लेकर बैठ गई। हमारे परिवार को कानपुर से इलाहाबाद पूर्ण रूप से 1994 मे आया और 1988 से 1993 तक मेरी माता जी ने हम दोनो छोटे भाई का अच्छी तरह पालन पोषण किया, जो निश्चित रूप से किसी बड़े सघर्ष से कम न था। मेरे पिता जी के 2005 मे हुऐ एक्सीडेन्ट ( इसके बारे मे फिर कभी लिखूँगा) मे माता जी का धैर्य और साहस गजब का था निश्चित रूप से यह क्षण मेरे परिवार पर अब तक के सबसे भारी थे। मेरे बड़े भईया के कहने पर मेरी माता जी तीन दिनों तक पिताजी को अस्पताल में देखने नहीं गई, कई महिलाओं ने तो ऐसा भी कहा कि कैसी औरत हो कि तुम्हारा पति तीन दिनों से अस्पताल में है और तुम देखने तक नहीं गई, शायद उनका यह त्याग है जो पिताजी को मौत के मुँह से बाहर निकाल लाया। नहीं तो लोगों का कहना था कि बीएन सिंह अब अपने पैरों पर नहीं चल सकेंगे ( कुछ का कहना था कि बचेगें ही नहीं) किन्तु आज स्थिति सामने है कि पिताजी प्लास्टर खुलने के चार महीने के अन्दर ही कोर्ट जाने लगे(चलने लगें) और जो देखता था कि बीएन सिंह जी आप जैसी हिम्मत भगवान सभी को दे। इन सब मे पिता जी को योग था ही पर माता जी का अमूल्य योगदान था कि गंभीर विषयों पर भी उन्होंने अपना धैर्य नहीं खोया और हमारे परिवार की सफलता में हर क्षण एक एक मोती जोड़ने का काम करतीं रही।
मै मानता हूँ कि मेरे माता-पिता दुनिया के सबसे अच्छे माता-पिता है और मेरे भाई सबसे अच्छे भाई, हे ईश्वर इस पर कभी किसी की नजर न । ।
मेरी ओर से मेरे माता-पिता और मेरे भाइयों को इस शुभ दिन पर हार्दिक शुभकामनाएं।
फिर मिलेंगे 24 के बाद :)
सभी पाठकों को धन्यवाद