- अगर आप किसी काम के बारे में बहुत सोचते हो, तो आप वो काम नहीं कर पाओगे। – ब्रूस ली
- अगर सफलता का कोई रहस्य है, तो वो इस योग्यता में निहित है कि दूसरे व्यक्ति की बात को समझना और चीजों को उसके और अपने नजरिए से देख पाना। – हेनरी फोर्ड
- अगर हम हल का हिस्सा नहीं है, तो हम समस्या है। – शिव खेड़ा
- अधिक अनुभव, अधिक सहनशीलता और अधिक अध्ययन यही विद्वत्ता के तीन महास्तंभ हैं।- अज्ञात
- अधिक हर्ष और अधिक उन्नति के बाद ही अधिक दुख और पतन की बारी आती है।-जयशंकर प्रसाद
- अध्यापक राष्ट्र की संस्कृति के चतुर माली होते हैं। वे संस्कारों की जड़ों में खाद देते हैं और अपने श्रम से उन्हें सींच-सींच कर महाप्राण शक्तियाँ बनाते हैं।- महर्षि अरविंद
- अनुभव, ज्ञान उन्मेष और वयस् मनुष्य के विचारों को बदलते हैं।- हरिऔध
- अनुराग, यौवन, रूप या धन से उत्पन्न नहीं होता। अनुराग, अनुराग से उत्पन्न होता है।- प्रेमचंद
- अपना जीवन जीने के दो तरीके है, एक मायने के कुछ भी चमत्कार नहीं है, दूसरे मायने के सब कुछ चमत्कार है। – अब्राहम लिंकन
- अपने ज्ञान के प्रति जरूरत से अधिक यकीन करना मूर्खता है। ये याद रखें कि सबसे मजबूत कमजोर हो सकता है और सबसे बुद्धिमान गलती कर सकता है। – महात्मा गांधी
- अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित निष्ठावान होना पड़ेगा। – अब्दुल कलाम
- अपने विषय में कुछ कहना प्राय: बहुत कठिन हो जाता है क्योंकि अपने दोष देखना आपको अप्रिय लगता है और उनको अनदेखा करना औरों को।- महादेवी वर्मा
- अपने ह्रदय में उस दिव्य चिंगारी, जिसे अंतरात्मा कहते है, को जिंदा रखने के लिए मेहनत करो। – जॉर्ज वाशिंगटन
- अहसास के साथ आप जो कुछ भी यकीन करते हैं वही आपकी हकीक़त बन जाती है।
- आप अपने चरित्र व साहस का निर्माण किसी अन्य के अवसर व स्वतंत्रता को छीनकर नहीं कर सकते। – अब्राहम लिंकन
- आभार,आत्मा से उत्पन्न होने वाली सबसे खूबसूरत कली है। – हेनरी वार्ड बीचर
- इस दुनिया में सभी भेद-भाव किसी स्तर के है, ना कि प्रकार के, क्योंकि एकता ही सभी चीजों का रहस्य है। – स्वामी विवेकानंद
- उत्कृष्टता एक सतत प्रक्रिया है कोई दुर्घटना नहीं। – अब्दुल कलाम
- उन लोगों के अटल साहस से ज्यादा प्रभावशाली कुछ भी नहीं है, जो अपनी आजादी और सम्मान के लिए दुःख सहने और त्याग करने के लिए तैयार है। – मार्टिन लूथर किंग जेआर
- एक मूर्ख खुद को बुद्धिमान समझता है, लेकिन बुद्धिमान व्यक्ति खुद को मूर्ख समझता है। – विलियम शेक्सपियर
- एक संतुलित मन के बराबर कोई तपस्या नहीं है. संतोष के बराबर कोई ख़ुशी नही है, लोभ के जैसी कोई बीमारी नहीं है दया के जैसा कोई सदाचार नहीं है। – चाणक्य
- एक सफल आदमी बनने की कोशिश करने के बजाए आप एक ऐसा व्यक्ति बनने की कोशिश करें जो अपनी बात का पक्का हो। – अल्बर्ट आइंस्टीन
- कभी भी घृणा को घृणा से खत्म नहीं किया जा सकता घृणा प्यार से कम होती है. यह एक अटल नियम है। – बुद्ध
- कभी-कभी सफलता सही निर्णय लेने के बारे में नहीं होती, ये बस कोई निर्णय लेने के बारे में होती है। – रोबिन शर्मा
- करुणा में शीतल अग्नि होती है जो क्रूर से क्रूर व्यक्ति का हृदय भी आर्द्र कर देती है।- सुदर्शन
- कवि और चित्रकार में भेद है। कवि अपने स्वर में और चित्रकार अपनी रेखा में जीवन के तत्व और सौंदर्य का रंग भरता है।- डॉ. रामकुमार वर्मा
- कविता का बाना पहन कर सत्य और भी चमक उठता है।- अज्ञात
- कुछ भी आपको शारीरिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप से कमजोर बनाता हो उसे झर समझ के उसका बहिष्कार करे। – स्वामी विवेकानंद
- कुछ भी इतना कठिन नहीं है अगर आप उसे छोटे-छोटे कार्यो में विभाजित कर ले। – हेनरी फोर्ड
- कुटिल लोगों के प्रति सरल व्यवहार अच्छी नीति नहीं।- श्री हर्ष
- कोई ख़ुशी से जो भी करता है, स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। – महात्मा गांधी
- कोई भी उस व्यक्ति से प्रेम नहीं करता, जिससे वो डरता है। – अरस्तु
- खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है। – स्वामी विवेकानंद
- ख़ुशी तब होती है जब आप जो सोचते है जो कहते है और जो करते है, सब में संतुलन होता है। – विलियम शेक्सपियर
- गर्व लक्ष्य को पाने के लिए किए गए प्रयत्न में निहित है, ना की उसे पाने में। – महात्मा गांधी
- चरित्र को हम अपनी बात मनवाने का सबसे प्रभावी माध्यम कह सकते है। – अस्तु
- जंज़ीरें, जंज़ीरें ही हैं, चाहे वे लोहे की हो या सोने की, वे समान रूप से तुम्हें गुलाम बनाती हैं।- स्वामी रामतीर्थ
- जहाँ प्रकाश रहता है वहाँ अंधकार कभी नहीं रह सकता।- माघ
- जिंदगी एक साइकिल की तरह है, अगर आपको बैलेंस बनाकर रखना है तो आपको पैडल मारते रहना होगा। – अल्बर्ट आइंस्टीन
- जिस प्रकार बिना जल के धान नहीं उगता उसी प्रकार बिना विनय के प्राप्त की गयी विधा फलदायी नहीं होती। – भगवान महावीर
- जीवन में सफल होने का सबसे बढ़िया तरीका है, उस नसीहत पर काम करना जो दुसरो को देते है। – मदर टेरेसा
- जैसे अंधे के लिए जगत अंधकारमय है और आँखों वाले के लिए प्रकाशमय है वैसे ही अज्ञानी के लिए जगत दुखदायक है और ज्ञानी के लिए आनंदमय।- संपूर्णानंद
- जैसे जल द्वारा अग्नि को शांत किया जाता है वैसे ही ज्ञान के द्वारा मन को शांत रखना चाहिए।- वेदव्यास
- जो अपने ऊपर विजय प्राप्त करता है वही सबसे बड़ा विजयी हैं।- गौतम बुद्ध
- जो अपने दिल से काम नहीं कर सकते वे हासिल करते है, लेकिन बस खोखली चीजे अधूरे मन से मिली सफलता अपने आस-पास कड़वाहट पैदा करती है। – अब्दुल कलाम
- जो दीपक को अपने पीछे रखते हैं वे अपने मार्ग में अपनी ही छाया डालते हैं।- रवींद्र
- जो दूसरों में बुराई ढूंढते है, उन्हें निश्चित तोर पर बुराई मिल भी जाती है। – अब्राहम लिंकन
- जो बहाने बनाने में अच्छा है, वो शायद ही किसी और काम में अच्छा हो। – बेजामिन फ्रकलिन
- ज्ञान, दवा और हिम्मत तीन ऐसे नैतिक गुण है, जो पूरे विश्व में मान्य है। – कवयुशिय्स
- तलवार ही सब कुछ है, उसके बिना न मनुष्य अपनी रक्षा कर सकता है और न निर्बल की।- गुरु गोविंद सिंह
- त्योहार साल की गति के पड़ाव हैं, जहाँ भिन्न-भिन्न मनोरंजन हैं, भिन्न-भिन्न आनंद हैं, भिन्न-भिन्न क्रीड़ास्थल हैं - बरुआ
- दुखियारों को हमदर्दी के आँसू भी कम प्यारे नहीं होते- प्रेमचंद
- दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है अपने स्वभाव में अपने आप के प्रति सच्चे रहना, अपने आप पर विश्वास रखो हमेशा। – स्वामी विवेकानंद
- दुनिया की सबसे खुबसूरत चीजे न ही देखी जा सकती है और ना छुई, उन्हें बस दिल से महसूस किया जा सकता है। – हेलेन केलर
- दुनिया मजाक करे या तिरस्कार, उसकी परवाह किए बिना मनुष्य को अपना कर्तव्य करते रहना चाहिए। – स्वामी विवेकानंद
- नजरिया एक छोटी सी चीज है जिससे बहुत फर्क पड़ता है। – विस्टन चचिर्ल
- नजरिया एक छोटी सी चीज है,जिससे बहुत फर्क पड़ता है। – विंस्टन च्रिचर्ल
- नम्रता और मीठे वचन ही मनुष्य के आभूषण होते हैं। शेष सब नाममात्र के भूषण हैं।- संत तिरुवल्लुवर
- नेकी से विमुख हो जाना और बदी करना नि:संदेह बुरा है, मगर सामने हँस कर बोलना और पीछे चुगलखोरी करना उससे भी बुरा है।- संत तिरुवल्लुवर
- प्रत्येक बालक यह संदेश लेकर आता है कि ईश्वर अभी मनुष्यों से निराश नहीं हुआ है।- रवींद्रनाथ ठाकुर
- बदलाव प्रारम्भ में सबसे कठिन, मध्य में सबसे बेकार और अंत में सबसे अच्छा होता है। – रॉबिन शर्मा
- बाधाएं वो डरावनी चीजे है, जो आप तब देखते है जब आप लक्ष्य से अपनी आँखे हटा लेते है। – हेनरी फोर्ड
- बिना सेहत के जीवन, जीवन नहीं है, बस पीड़ा की एक स्थति है, मोंत की छवि है। – गोतम बुद्ध
- बीते हुए कल से सीखें, आज के लिए जिए और आने वाले कल के लिए उम्मीद रखे। – अल्बर्ट आइंस्टीन
- बुराई को देखना और सुनना ही बुराई की शुरुआत है। – कन्फ्यूशियस
- भय ही पतन और पाप का मुख्य कारण है। – स्वामी विवेकानंद
- भाग्य के विपरीत होने पर अच्छा कर्म भी दुःखदायी हो जाता है। – चाणक्य
- मनुष्य अपने सबसे अच्छे रूप में सभी जीवों में सबसे उदार होता है, लेकिन यदि कानून और न्याय न हो तो वो सबसे खराब बन जाता है। – अरस्तु
- मनुष्य का जीवन एक महानदी की भाँति है जो अपने बहाव द्वारा नवीन दिशाओं में राह बना लेती है।- रवींद्रनाथ ठाकुर
- मनुष्य क्रोध को प्रेम से, पाप को सदाचार से लोभ को दान से और झूठ को सत्य से जीत सकता है।- गौतम बुद्ध
- मन्त्रणा के समय कर्तव्य पालन में कभी ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए। – चाणक्य
- महान सौंदर्य, अत्यधिक ताकत, बहुत धन का वास्तव में कुछ खास उपयोग नहीं है. एक सच्चा हृदय सबसे ऊपर है।– बेजामिन फ्रकलिन
- महान सौंदर्य, अत्यधिक ताकत, बहुत धन का वास्तव में कुछ खास उपयोग नहीं है। एक सच्चा हृदय सबसे ऊपर है। – बेंजामिन फ्रैंकलिन
- मित्रों का उपहास करना उनके पावन प्रेम को खंडित करना है।- राम प्रताप त्रिपाठी
- मुठ्ठी भर संकल्पवान लोग जिनकी अपने लक्ष्य में दृढ़ आस्था है, इतिहास की धारा को बदल सकते हैं। -महात्मा गांधी
- यदि आप सभी गलतियों के लिए दरवाजे बंद कर देंगे तो सच बाहर रह जाएगा। – रवीन्द्रनाथ टैगोर
- यदि हमारे मन में शांति नहीं है तो इसकी वजह है कि हम यह भूल चुके है कि हम एक दुसरे के है। – मदर टेरेसा
- ये मायने नहीं रखता की आप कहाँ से आ रहे है, बस ये मायने रखते है कि आप कहाँ जा रहे है। – ब्रायन ट्रेसी
- लोग क्या सोचेंगे, इस बात की चिंता करने की बजाए क्यों न कुछ ऐसा करने में समय लगाए जिसे प्राप्त करने पर लोग आप की प्रशंसा करें। – डेल कानेर्गी
- लोग हमारी परवाह नहीं करते है कि आप कितना जानते है, वो ये जानना चाहते है कि आप कितना ख्याल रखते है। – शिव खेड़ा
- वही उन्नति करता है जो स्वयं अपने को उपदेश देता है।- स्वामी रामतीर्थ
- विद्रोह को क्रांति नहीं कहा जा सकता, यह हो सकता है कि विद्रोह का अंतिम परिणाम क्रांति हो। – भगत सिंह
- विश्व के सभी धर्म, भले ही और चीजों में अंतर रखते हो, लेकिन सभी इस बात पर एकमत है कि दुनिया में कुछ नहीं बस सत्य जीवित रहता है। – महात्मा गांधी
- विश्वास वो शक्ति है जिससे उजड़ी हुई दुनिया में प्रकाश किया जा सकता है। – हेलेन केलर
- शरीर को स्वस्थ रखना हमारा कर्तव्य है, वरना हम अपने दिमाग को स्वच्छ और मजबूत नहीं रख पाएंगे – बुद्ध
- शिक्षित मन की यह पहचान है कि वो किसी भी विचार को स्वीकार किये बिना उसके साथ सहज रहे। – अरस्तु
- सच्चे साहित्य का निर्माण एकांत चिंतन और एकांत साधना में होता है।- अनंत गोपाल शेवडे
- समझदार आदमी को सारस की तरह होश से काम लेना चाहिए. जगह, वक्त और अपनी योग्यता को समझते हुए कार्य को सिद्ध करना चाहिए। – चाणक्य
- समझदार होने की असली निशानी ज्ञान नहीं है बल्कि कल्पना करने की आपकी सकती है। – अल्बर्ट आइंस्टीन
- स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है!- लोकमान्य तिलक
- स्वस्थ नागरिक किसी देश के लिए सबसे बड़ी सम्पति होते है। – विस्टन
- हजार योद्धाओं पर विजय पाना आसान है, लेकिन जो अपने ऊपर विजय पाता है वही सच्चा विजयी है। – गौतम बुद्ध
- हताश न होना सफलता का मूल है और यही परम सुख है। उत्साह मनुष्य को कर्मों में प्रेरित करता है और उत्साह ही कर्म को सफल बनाता है।- वाल्मीकि
- हताश न होना ही सफलता का मूल है और यही परम सुख है।- वाल्मीकि
- हम जितना अध्ययन करते है, उतना ही हमें अपने अज्ञान का आभास होता जाता है। – स्वामी विवेकानंद
- हम सब यहाँ किसी खास वजह से है अपने अतीत के कैदी बनना छोड़िए. अपने भविष्य के निर्माता बनिए। – रोबिन शर्मा
- हम सभी एक दुसरे की मदद करना चाहते है, मनुष्य ऐसे ही होते है, हम एक दूसरे के सुख के लिए जीना चाहते है दुःख के लिए नहीं। – चार्ली चैपलिन
- हमें नई परिस्थितियों में नई सोच के साथ काम करना चाहिए। – अब्राहम लिंकन
- हमें भूत के बारे में पछतावा नहीं करना चाहिए, ना ही भविष्य के बारे में चिंतित होना चाहिए, विवेकवान व्यक्ति हमेशा वर्तमान में जीते है। – चाणक्य
- हमेशा याद रखो कि आपका अपना सफल होने का संकल्प ही किसी भी चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण है। – अब्राहम लिंकन
- हमेशा सही करे, ये कुछ लोगो को संतुष्ट करेगा और बाकियों को अचंभित। – मार्क
- हार से डरो मत..कोशिश अच्छी हो तो हारना भी यशस्वी होता है। – ब्रूस ली
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