वकालत किसी वरिष्ठता की मोहताज नहीं होती



वकालत किसी वरिष्ठता की मोहताज नहीं होती है, जिसमे ज्ञान और बहस करने का दम ख़म होता है उसी के पास मुवक्किल आते है.. बाकि तो नामित वरिष्ठ अधिवक्ता कभी कभी एक एक इंगेजमेंट के लिए भटकते देखा गया है.. 
Advocate

हर बार की तरह हर बार कम से कम किसी आवेदन करने वाले के साथ नाइंसाफी नहीं हुई पर इतना जरूर है सरकारी वकालत के दम पर बहुत लोग बहती गंगा में हाथ धो लिए..मेरे पिताजी को करीब आज से 20 साल पहले सीनियर हो जाना चाहिए था. आज जिस उम्र के लोग सीनियर बन रहे है उससे ज्यादा उनकी वकालत का तजुर्बा है..

उनके साथी वकील मानते है कि आज की तारिख में उच्च न्यायालय की दोनों पीठों में उनके जैसा लेबर लॉ की पकड़ का वकील विरले ही मिलेगे, सर्विस और संवैधानिक मामलों में भी बेहतरीन पकड़ है और उनके इन तीनों क्षेत्र के मामलों में उनको कोई भी जज उनको कितने ही घंटे और कितनो ही दिन सुनना चाहे सुन सकते है.. इसके आलावा किसी भी प्रकृति के मामले में पकड कमजोर नहीं है..

उन्होंने पहली बार सीनियर एडवोकेट श्री वीकेएस चौधरी पूर्व महाधिवक्ता के आदेश निर्देश पर 2009 कुछ मतों से रह गए तथा 2013 में अपने सहयोगियों तथा जूनियरों के कहने पर आवेदन किया तब कई सीनियर जजों ने कहा मिस्टर सिंह आपको कौन नहीं जनता है और आपका कैसे नहीं हो सकता है फिर भी नहीं हुआ और उनके कई साल जूनियर्स जो खुद जो अपने सीनियर होने से पहले तक सीनियर इंगेज करते थे जब ऐसे लोग सीनियर हो गए तब से उन्होंने इस प्रकिया में प्रतिभाग नहीं किया..

अंतिम बार 2016 कुछ जूनियर के कहने पर मैंने उनको आवेदन के लिए फ़ोर्स किया पर उनके शब्दों को सुनने के बाद मैं निःशब्द था..

इस 2018 में बार के लिए उन्होंने कई वरिष्ठ जजों और सीनियर एडवोकेट के कहने के बाद भी प्रतिभाग नहीं किया, सीनियर का चोला पहन कर चोले का सम्मान होता है व्यक्ति का नहीं जबकि मैं उनके साथ रहा हूँ तो देखता हूँ अपने बहस के दौरान बेंच द्वारा और कोरिडोर में अपने अधिवक्ताओ द्वारा जो सम्मान मिलता है वह बड़े बड़े डेजिग्नेट सीनियर भी पाने को लालायित रहते है..


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Ramon Magsaysay Award and Indian Recipients



रेमन मैग्सेसे पुरस्कार
रेमन मैगसेसे पुरस्कार एशिया के व्यक्तियों एवं संस्थाओं को उनके अपने क्षेत्र में विशेष रूप से उल्लेखनीय कार्य करने के लिये प्रदान किया जाता है। इसे प्राय: एशिया का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है। यह रमन मैगसेसे पुरस्कार फाउन्डेशन द्वारा फ़िलीपीन्स के भूतपूर्व राष्ट्रपति रमन मैगसेसे की याद में दिया जाता है।
  • स्थापना - 1957
  • नामकरण - इसका नामकरण फिलीपींस के राष्ट्रपति रेमन मैग्सेसे के नाम परा हुआ, जिनकी 1957 में एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गयी थी।
  • पुरस्कार की श्रेणियाँ
    1. शासकीय सेवा।
    2. सार्वजनिक सेवा।
    3. सामुदायिक नेतृत्व।
    4. पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला।
    5. शांति तथा अंतर्राष्ट्रीय सद्भावना।
    6. उभरता नेतृत्व।

  • संकल्पना - प्रारम्भ से ही रेमन मैग्सेसे पुरस्कार की संकल्पना 'जनता की सेवा में भावनाओं की महानता प्रदर्शित करने के लिए' की गयी थी।
  • अन्य जानकारी - यह पुरस्कार प्रतिवर्ष मैग्सेसे जयंती पर 31 अगस्त को लोक सेवा, सामुदायिक सेवा, पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक कला और अंतर्राष्ट्रीय सूझबूझ के लिए प्रदान किया जाता है।
  • इसे एशिया का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है।
  • यह रमन मैगसेसे पुरस्कार फाउन्डेशन द्वारा फ़िलीपीन्स के भूतपूर्व राष्ट्रपति रमन मैगसेसे की याद में दिया जाता है।
भारतीय विजेताओ की सूची
  1. 2019     रविश कुमार     पत्रकारिता तथा 'बेज़ुबानों को आवाज़ देने वाली पत्रकारिता के लिए'
  2. 2018     भरत वाटवानी (मनोवैज्ञानिक)     समाज सेवा
  3. 2018     सोनम वांगचुक (अभियंता)     समाज सेवा
  4. 2016     बेज़वाडा विल्सन     जनसेवा
  5. 2016     टी. एम. कृष्णा     सामाजिक एकजुटता
  6. 2015     संजीव चतुर्वेदी     भ्रष्टाचार के विरुद्ध
  7. 2015     अंशु गुप्ता     सामाजिक कार्य
  8. 2012     कुलांदेई फ्रांसिस     सामाजिक कार्य
  9. 2011     नीलिमा मिश्रा     सामाजिक कार्य
  10. 2011     हरीश हांडे     –
  11. 2009     दीप जोशी     सामाजिक कार्यकर्ता
  12. 2008     मंदाकिनी आम्टे     आदिवासी कल्याण कार्य
  13. 2008     प्रकाश आम्टे     आदिवासी कल्याण कार्य
  14. 2007     पालागुम्मि साईनाथ     साहित्य, पत्रकारिता तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  15. 2006     अरविंद केजरीवाल     आपातकालीन नेतृत्व
  16. 2005     वी. शांता     जनसेवा
  17. 2004     लक्ष्मीनारायण रामदास     शांति और अंतर्राष्ट्रीय समझौता
  18. 2003     शांता सिन्हा     सामुदायिक नेतृत्व
  19. 2003     जेम्स माइकल लिंगदोह     शासकीय सेवा
  20. 2002     संदीप पांडेय     आपातकालीन नेतृत्व
  21. 2001     राजेन्द्र सिंह     सामुदायिक नेतृत्व
  22. 2000     जॉकिन अर्पुथम     शांति और अंतर्राष्ट्रीय समझौता
  23. 2000     अरुणा रॉय     सामुदायिक नेतृत्व
  24. 1997     महेश चन्द्र मेहता     जनसेवा
  25. 1997     महाश्वेता देवी     साहित्य, पत्रकारिता तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  26. 1996     टी. एन. शेषण     शासकीय सेवा
  27. 1996     पांडुरंग अठावले     सामुदायिक नेतृत्व
  28. 1994     किरण बेदी     शासकीय सेवा
  29. 1993     बानू कोयाजी     जनसेवा
  30. 1992     पंडित रविशंकर     पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  31. 1991     के. वी. सुबन्ना     पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  32. 1989     लक्ष्मीचंद जैन     जनसेवा
  33. 1985     मुरलीधर देवीदास आमटे     जनसेवा
  34. 1984     आर के लक्ष्मण     पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  35. 1982     चण्डी प्रसाद भट्ट     सामुदायिक नेतृत्व
  36. 1982     मनीभाई देसाई     जनसेवा
  37. 1982     अरुण शौरी     पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  38. 1981     गौर किशोर घोष     पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  39. 1981     प्रमोद करण सेठी     सामुदायिक नेतृत्व
  40. 1979     राजनकांत अरोल     सामुदायिक नेतृत्व
  41. 1979     माबेला अरोल     सामुदायिक नेतृत्व
  42. 1977     इला रमेश भट्ट     सामुदायिक नेतृत्व
  43. 1976     शम्भु मित्रा     पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  44. 1975     बी. जी. वर्गीज़     पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  45. 1974     एम एस सुब्बुलक्ष्मी     जनसेवा
  46. 1971     एम. एस. स्वामीनाथन     सामुदायिक नेतृत्व
  47. 1967     सत्यजीत रे     पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संप्रेषण कला
  48. 1966     कमला देवी चटोपाध्याय     सामुदायिक नेतृत्व
  49. 1965     जयप्रकाश नारायण     जनसेवा
  50. 1963     डी. एन. खुरोदे     सामुदायिक नेतृत्व
  51. 1963     त्रिभुवनदास कृषिभाई पटेल     सामुदायिक नेतृत्व
  52. 1963     वर्गीज कुरियन     सामुदायिक नेतृत्व
  53. 1962     मदर टेरेसा     अंतर्राष्ट्रीय सद्भाव
  54. 1961     अमिताभ चौधरी     पत्रकारिता, साहित्य तथा सृजनात्मक संवाद कला
  55. 1959     सी. डी. देशमुख     शासकीय सेवा
  56. 1958     विनोबा भावे     सामुदायिक नेतृत्व


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वोट कैसे दें भारतीय आम चुनाव, Lok Sabha Elections 2019



आप वोट तभी दे सकते हैं, जब आपका नाम मतदाता सूची (इसे निर्वाचन सूची भी कहा जाता है) में शामिल हो. मतदाता मतदान केंद्रों, चुनाव के उम्मीदवारों, चुनाव की तारीखों और समय, पहचान पत्रों, और ईवीएम के बारे में भी जानकारी पा सकते हैं

मतदान केंद्र पर वोट देने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले मतदान अधिकारी आपका नाम मतदाता सूची में देखेंगे और आपके आईडी प्रूफ़ की जाँच करेंगे
  • दूसरे मतदान अधिकारी आपकी उंगली पर स्याही लगाएंगे, आपको एक पर्ची देंगे, और एक रजिस्टर पर आपके हस्ताक्षर लेंगे (फ़ॉर्म 17 ए)
  • आपको पर्ची तीसरे मतदान अधिकारी के पास जमा करानी होगी और स्याही लगी अपनी उंगली दिखानी होगी. उसके बाद, मतदान केंद्र की ओर बढ़ना होगा
  • इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर अपनी पसंद के उम्मीदवार के चिह्न के सामने बटन दबाकर अपना वोट रिकॉर्ड करें; ऐसा करने पर आपको बीप की आवाज़ सुनाई देगी
  • वीवीपीएटी मशीन की पारदर्शी विंडो में दिखाई देने वाली पर्ची की जाँच करें. सीलबंद वीवीपीएटी बॉक्स में गिरने से पहले, उम्मीदवार के सीरियल नंबर, नाम, और चिह्न वाली पर्ची सात सेकंड तक दिखाई देगी
  • अगर आप किसी भी उम्मीदवार को पसंद नहीं करते हैं, तो आप नोटा, 'उपर दिए गए में से कोई नहीं' बटन दबा सकते हैं; यह EVM पर आखिरी बटन होता है
  • ज़्यादा जानकारी के लिए, http://ecisveep.nic.in/पर दी गई मतदाता गाइड देखें.
  • मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल फ़ोन, कैमरा या कोई अन्य गैजेट ले जाने की इजाज़त नहीं है
मतदाता सूची/निर्वाचन सूची में नाम
 आप वोट तभी दे सकते हैं, जब आपका नाम मतदाता सूची (इसे निर्वाचन सूची भी कहा जाता है) में शामिल हो. मतदाता सूची में इनमें से किसी एक के ज़रिए अपने नाम की पुष्टि करें:
  • electoralsearch.in में लॉग इन करें
  • वोटर हेल्पलाइन 1950 पर कॉल करें (कृपया डायल करने से पहले अपना एसटीडी कोड जोड़ें)
  • <ECI> स्पेस <EPIC No> टाइप करें और 1950 पर मैसेज (एसएमएस) भेजें (EPIC का मतलब इलेक्टर्स फ़ोटो आइडेंटिटी कार्ड है, जिसे आम तौर पर वोटर आईडी कार्ड भी कहते हैं). उदाहरण के लिए, अगर आपका EPIC नंबर 12345678 है, तो ECI 12345678 मैसेज (एसएमएस) 1950 पर भेजें
  • मतदाता हेल्पलाइन ऐप्लिकेशन डाउनलोड करें
उम्मीदवारों के नाम
जिन उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र भरे हैं, उनकी सूची देखने के लिए मतदाता, उम्मीदवार आर्काइव (यहां क्लिक करें) या मतदाता हेल्पलाइन एप (यहां क्लिक करें) पर जा सकते हैं. कृपया ध्यान दें कि उम्मीदवारों के नामांकन भरने के बाद इस जानकारी को अपडेट किया जाता है

मतदान केंद्र खोजें (वोट कहां दें)

  • अपना मतदान केंद्र खोजने के लिए, मतदाता electoralsearch.in पर जा सकते हैं
  • मतदाता वोटर हेल्पलाइन पर कॉल कर सकते हैं, जिसका नंबर 1950 है (कृपया डायल करने से पहले अपना एसटीडी कोड जोड़ें)
  • मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल फ़ोन, कैमरा या कोई अन्य गैजेट ले जाने की इजाज़त नहीं है
ईवीएम (वीवीपीएटी) का इस्तेमाल कैसे करें


पहचान कार्ड
मतदान करने के लिए मतदाता कोई भी मान्य आईडी कार्ड ले जा सकते हैं. फोटो मतदाता पर्ची को मतदान के लिए अकेले पहचान दस्तावेज के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा.
  • ईपीआईसी (वोटर आईडी कार्ड)
  • पासपोर्ट
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • फ़ोटो के साथ सेवा पहचान कार्ड (केंद्र या राज्य सरकार का जारी किया गया)
    बैंक या डाक घर की पासबुक
  • पैन कार्ड
  • एनपीआर के तहत, भारत के रजिस्ट्रार जनरल की ओर से जारी स्मार्ट कार्ड
  • मनरेगा जॉब कार्ड (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी)
  • श्रम मंत्रालय का स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
  • फ़ोटो के साथ पेंशन के दस्तावेज़
  • सांसदों / विधायकों / एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र
  • आधार कार्ड
चुनाव / मतदान की तारीख
लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल - 23 मई, 2019 से निर्धारित हैं| कृपया अपनी खुद की मतदान तिथि जानने के लिए electoralsearch.in पर जाएँ।
  1. चरण 1 - 11 अप्रैल
  2. चरण 2 - 18 अप्रैल
  3. चरण 3 - 23 अप्रैल
  4. चरण 4 - 29 अप्रैल
  5. चरण 5 - 6 मई
  6. चरण 6 - 12 मई
  7. चरण 7 - 19 मई
चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे। कृपया ध्यान दें कि आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, उड़ीसा और सिक्किम विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के समानांतर होंगे| कृपया अधिक जानकारी के लिए eci.gov.in देखें।


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Daily Current Affairs in Hindi March 2019



  1. 07 मार्च को देश भर में जनऔषधि दिवस मनाया गया।
  2. 18 वर्षीय दीक्षा डागर केपटाउन में दक्षिण अफ्रीकी महिला ओपन के बाद लेडीज यूरोपियन टूर में एक इवेंट जीतने वाली दूसरी भारतीय बन गई हैं।
  3. 2010 में ईरान को एशियाई खेलों में कांस्य पदक दिलाने वाले वेसलिन मैटिक को भारतीय पुरुष बास्केटबॉल टीम के नए मुख्य कोच के रूप में नियुक्त किया गया है।
  4. 23 मार्च को विश्व मौसम विज्ञान दिवस मनाया गया।
  5. 24 मार्च को विश्व टीवी दिवस मनाया गया।
  6. 5.भारत ने दक्षिण एशियाई फुटबॉल महासंघ SAFF महिला चैम्पियनशिप को पांचवीं बार जीता है।
  7. DRDO निर्मित एक एंटी-सैटेलाइट वेपन (ए-सैट) ने निम्न पृथ्वी की कक्षा में एक जीवित उपग्रह को सफलतापूर्वक लक्षित किया, इस मिशन का नाम 'मिशन शक्ति' था।
  8. ICICI बैंक के कार्यकारी निदेशक, विजय चंदोक को ICICI बैंक की सहायक कंपनी ICICI सिक्योरिटीज के एमडी और सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया है।
  9. अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस 22 मार्च को मीठे पानी के महत्व पर ध्यान केंद्रित करने और मीठे पानी के संसाधनों के स्थायी प्रबंधन की वकालत करने के साधन के रूप में आयोजित किया गया।
  10. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के लिए समय पर, नासा ने घोषणा की है कि वह पहली बार, ऑल-फीमेल स्पेसवॉक का आयोजन करेगा।
  11. अडानी पोर्ट्स 200 एमएमटी कार्गो आवाजाही दर्ज करने वाला पहला भारतीय बंदरगाह ऑपरेटर बना।
  12. आंध्र प्रदेश ग्रामीण सड़क परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) और भारत सरकार के बीच 455 मिलियन अमरीकी डालर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
  13. आईडीबीआई बैंक ने हेमंत भार्गव को गैर-कार्यकारी, गैर-पूर्णकालिक अध्यक्ष नियुक्त किया है।
  14. आठ वर्षों की लंबी प्रक्रिया के बाद, अपरदित हल्दी (तमिलनाडु का) को आखिरकार भौगोलिक संकेत पंजीकरण से भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग मिल गया।
  15. आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने एकीकृत बायोएथेनॉल परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 'प्रधान मंत्री जैव इंधन- वातावरण अनुकुल फसल अवशेष निवारण (JI-VAN) योजना’ को मंजूरी दी।
  16. इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा हवाई अड्डा विश्व का 12वां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा बना।
  17. एको जनरल इंश्योरेंस एक नए युग की डिजिटल बीमा कंपनी को उनके प्रासंगिक सूक्ष्म बीमा उत्पाद - "ओला राइड इंश्योरेंस" के लिए प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक इनोवेटिव प्रोडक्ट अवार्ड - 2019 से सम्मानित किया गया।
  18. एक्सिस बैंक ने राकेश मखीजा को 3 वर्ष की अवधि के लिए गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है।
  19. एचडीएफसी बैंक 6 ट्रिलियन के बाज़ार पूंजीकरण को पार करने वाली तीसरी भारतीय कंपनी बनी।
  20. एमेच्योर इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन (AIBA) के अध्यक्ष गफूर रहीमोव ने अपने इस्तीफे की घोषणा किया।
  21. ओमान ने संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना को अपने बंदरगाहों का उपयोग करने की अनुमति देते हुए समझौते पर हस्ताक्षर किये।
  22. कजाखस्तान ने निवर्तमान नेता नूरसुल्तान नज़रबायेव को सम्मानित करने के लिए अपनी राजधानी अस्ताना का नाम बदलकर नूरसुल्तान कर दिया है।
  23. कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी द्वारा बेंगलुरु में एक जल संरक्षण योजना 'जल अमृत' शुरू की गई।
  24. किडनी के महत्व पर जागरूकता पैदा करने और गुर्दे की बीमारी की आवृत्ति और प्रभाव को कम करने के लिए मार्च में दूसरे गुरुवार को विश्व किडनी दिवस (WKD) मनाया गया।
  25. केंट आरओ को सर्वश्रेष्ठ घरेलू जल शोधक 2019 के रूप में पुरस्कृत किया गया।
  26. केंद्र और एशियाई विकास बैंक (ADB) ने मुंबई मेट्रो रेल प्रणाली की दो लाइनों के संचालन के लिए 926 मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
  27. केंद्र ने एक नए 20 रुपये के सिक्के की घोषणा की है जो 12-धारित बहुभुज (डोडेकागन) के आकार में आएगा. सरकार 1 रूपये, 2 रुपये, 5 रुपये और 10 रुपये के भी नए सिक्के जारी करने की योजना बना रही है।
  28. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे पर 'सबसे लंबी एकल पंक्ति साइकिल परेड (गतिशील)' के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
  29. केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने राजस्थान के बगरू में छीपा समुदाय के हाथ ब्लॉक प्रिंटिंग को दिखाने वाले 'टाइटनवाला म्यूजियम' का उद्घाटन किया।
  30. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने नए स्नातकों को उद्योग शिक्षुता के अवसर प्रदान करने के लिए 'स्कीम फॉर हायर एजुकेशन यूथ इन अपरेंटिसशिप एंड स्किल्स ’(श्रेयस) लॉन्च की है।
  31. केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने नई दिल्ली में लाल किले के परिसर में देश के स्वतंत्रता संग्राम के अकीर्तित नायक को समर्पित 'अजादी के दीवाने’ संग्रहालय का उद्घाटन किया।
  32. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक नया पॉडकास्ट ऐप 'शिक्षा वाणी' लॉन्च किया है, यह छात्रों और अभिभावकों को समय पर महत्वपूर्ण सूचनाओं का प्रसार करेगा
  33. केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत द्वारा "दीनदयाल विकलांग पुनर्वास योजना (DDRS)" पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया गया है।
  34. केरल के इडुक्की जिले के पारंपरिक और हस्तनिर्मित उत्पाद ‘मरयूर गुड़’ को केंद्र सरकार से भौगोलिक चिह्न (जीआई) टैग प्राप्त हुआ।
  35. कोरिया एक्जिम बैंक ने विशाखापट्टनम (VIZAG) मेट्रो रेल परियोजना के लिए 4,100 करोड़ रुपये का ऋण देने का फैसला लिया।
  36. गार्डन रीच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) 100 युद्धपोत बनाने और वितरित करने वाला 'पहला भारतीय शिपयार्ड' बन गया है।
  37. गिन्नी के प्रधान मंत्री डॉ. इब्राहिमा कासोरी फोफाना भारत की दस दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे।
  38. गूगल ने "बोलो" नामक एक फ्री ऐप लॉन्च किया, जिससे माता-पिता प्राथमिक ग्रेड के अपने बच्चों को हिंदी और अंग्रेजी पढ़ने के कौशल में सुधार करने में सहायक कर सकते हैं।
  39. गोवा के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का 63 वर्ष की आयु में अग्नाशय के कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया है।
  40. चुनाव आयोग ने कहा कि लोकसभा 2019 के चुनाव 11 अप्रैल से सात चरणों में शुरू होंगे। लोकसभा चुनावों की अनुसूची- चरण एक - 11 अप्रैल 2019, चरण दो - 18 अप्रैल 2019, चरण तीन - 23 अप्रैल 2019, चरण चार - 29 अप्रैल 2019, चरण पांच - 06 मई 2019, चरण छह - 12 मई 2019, चरण सात - 19 मई 2019 और मतगणना की तारीख- 23 मई 2019
  41. चेन्नई सुपर किंग्स के सुरेश रैना इंडियन प्रीमियर लीग में 5,000 रन तक बनाने वाले पहले क्रिकेटर बन गए हैं।
  42. जलवायु नीति में 100 सबसे प्रभावशाली लोग की सूची में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और डॉ. हर्षवर्धन सहित सात भारतीय नाम शामिल हैं, जिन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए।
  43. जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल और पत्नी अनीता गोयल ने कैश-स्ट्रैप एयरलाइन बोर्ड से इस्तीफा दिया। इसके साथ ही नरेश गोयल अध्यक्ष पद से स्थगित हुए।
  44. टाटा स्टील ने 2019 विश्व की सबसे नैतिक कंपनियों में से एक के रूप में पुरस्कार प्राप्त किया है, यह पुरस्कार एथिस्फेयर इंस्टीट्यूट, यूएसए द्वारा दिया गया है।
  45. टीवीएस मोटर कंपनी ने हाल ही में लिस्बन, पुर्तगाल में इंटरनेशनल सस्टेनेबिलिटी अवार्ड- 'ग्रीन एरा फॉर सस्टेनेबिलिटी अवार्ड’ जीता है।
  46. डॉ. ए.के. मोहंती ने बार्क के निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला।
  47. थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट 'ट्रेंड्स इन इंटरनेशनल आर्म्स ट्रांसफ़र -2018’ के अनुसार, भारत दुनिया में हथियारों का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है।
  48. दक्षिण अफ्रीकी ऑलराउंडर जेपी डुमिनी ने घोषणा की है कि वह इंग्लैंड में आईसीसी विश्व कप के बाद वनडे से संन्यास ले लेंगे।
  49. दुबई इंडस्ट्रियल पार्क में दुनिया का सबसे बड़ा ई-वेस्ट रीसाइक्लिंग हब खोला गया।
  50. नई दिल्ली में वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा 'मन की बात- ए सोशल रेवोलुशन ऑन रेडियो' नामक पुस्तक का विमोचन किया गया. यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 'मन की बात ’कार्यक्रम के 50 संस्करणों को शामिल करते हुए एक संकलन है।
  51. नीति आयोग द्वारा जारी डेल्टा रैंकिंग रिपोर्ट के अनुसार, असम के हैलाकांडी को देश के 112 एस्पिरेशनल जिलों में शीर्ष आकांक्षात्मक जिला घोषित किया है।
  52. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने जर्मन ऑटो प्रमुख वोक्सवैगन पर भारत में अपनी डीजल कारों में "चीट डिवाइस" के उपयोग के माध्यम से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के लिए 500 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
  53. नेशनल बॉक्सिंग चैंपियन दीपक सिंह ने बॉक्सिंग में मकरन कप में स्वर्ण पदक जीता।
  54. नॉर्वे द्वारा दुनिया का पहला वायरलेस इलेक्ट्रिक कार चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया गया।
  55. नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्ता अमर्त्य सेन को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के बोडले पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  56. पीटर तबीची को 2019 के लिए वैश्विक शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  57. पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने 'एव्री वोट काउंट्स-द स्टोरी ऑफ इंडियाज इलेक्शन्स' शीर्षक से पुस्तक लॉन्च की। इस पुस्तक के लेखक पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला हैं।
  58. पूर्व वित्त सचिव अजय नारायण झा, 15 वें वित्त आयोग के सदस्य के रूप में शामिल हुए हैं, झा को शक्तिकांत दास के स्थान पर नियुक्त किया गया है जिन्होंने आरबीआई गवर्नर नियुक्त होने के बाद आयोग के सदस्य के रूप में इस्तीफा दे दिया था।
  59. पूर्व वित्त सचिव हसमुख अधिया को बैंक ऑफ बड़ौदा के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
  60. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वन नेशन वन कार्ड लांच किया इसकी सहायता से देश भर के सभी मेट्रो एवं टोल टैक्स इत्यादि परिवहन शुल्क का भुगतान किया जा सकेगा।
  61. प्रसिद्ध संगीतकार और पियानोवादक आंद्रे प्रेविन का 89 वर्ष की आयु में मैनहट्टन, न्यूयॉर्क, अमेरिका में निधन हो गया है।
  62. फिच ने वित्त वर्ष 2020 के लिए भारत के आर्थिक विकास के अनुमान को 7% से घटाकर 6.8% किया।
  63. फोर्ब्स पत्रिका द्वारा काइली जेनर को अब तक की सबसे कम आयु की अरबपति के रूप में नामित किया गया है।
  64. ब्राजील के भौतिक विज्ञानी और खगोलविद मार्सेलो ग्लीसर को उनके कार्य के लिए 2019 टेंपलटन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
  65. भगवान लाल साहनी को नवगठित राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (NCBC) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
  66. भारत ‘समावेशी इंटरनेट सूचकांक 2019’ में 47 वें स्थान पर है, जिसे इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (EIU) द्वारा फेसबुक के लिए तैयार किया गया है।
  67. भारत 2020 में अंडर -17 महिला फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी करेगा. इसकी घोषणा अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) ने किया है।
  68. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विवार्षिक, द्विपक्षीय अभ्यास AUSINDEX 19 का तीसरा संस्करण विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश में आयोजित किया जाएगा।
  69. भारत और ब्रुनेई ने नई दिल्ली में कर चोरी और कर परिहार पर अंकुश लगाने के लिए करों के संबंध में सूचना और आदान-प्रदान में सहायता के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
  70. भारत के 15 वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एन.के. सिंह ने “इंडियन फिस्कल फ़ेडरलिस्म” नामक पुस्तक का आनावरण किया है।
  71. भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष सतीश रेड्डी को अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ एरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स (AIAA) ने 2019 मिसाइल सिस्टम अवार्ड के सह-विजेता के रूप में चुना।
  72. भारत ने 7.5 लाख AK-203 राइफल बनाने के लिए एक रूसी फर्म के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
  73. भारत ने बर्लिन में अंतर्राष्ट्रीय 'गोल्डन सिटी गेट टूरिज्म अवार्ड्स 2019 में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया।
  74. भारत ने संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में आयोजित विशेष ओलंपिक विश्व ग्रीष्मकालीन खेलों में 368 पदक (85 स्वर्ण, 154 रजत और 129 कांस्य) पर कब्जा किया।
  75. भारत वैश्विक ऊर्जा संक्रमण सूचकांक में 76 वें स्थान पर रहा।
  76. भारत सरकार के भौगोलिक संकेतक के रजिस्ट्रार ने कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले के सिरसी, सिदपुर और येलापुर तालुकों में उगाए जाने वाली सुपारी,'सिरसी सुपारी’ को जीआई टैग दिया है।
  77. भारत सरकार ने वाइस एडमिरल करमबीर सिंह, जो वर्तमान में पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडर-इन-चीफ (FOC-in-C) हैं, जिन्हें 31 मई, 2019 से नौसेना स्टाफ का अगले प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया है। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा उसी दिन सेवानिवृत्त होंगे।
  78. भारत सरकार, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार और विश्व बैंक ने व्यय प्रबंधन में राज्य के सुधारों का समर्थन करने के लिए 25.2 मिलियन $ ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए।
  79. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) 1 अप्रैल को प्राथमिक पेलोड EMISAT सहित 29 उपग्रहों का प्रक्षेपण करेगा।
  80. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने स्कूली बच्चों के लिए एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका नाम है युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम या युवा विज्ञानक्याक्रम (YUVIKA) है।
  81. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 9 वीं कक्षा में पढ़ने वाले स्कूली बच्चों के लिए 'युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम' लॉन्च किया है।
  82. भारतीय जिमनास्ट दीपा करमाकर को बार्बी रोल मॉडल के रूप में चुना गया है और बार्बी कंपनी ने अपनी 60 वीं वर्षगांठ मनाते हुए उन्हें एक तरह की गुड़िया के रूप में प्रस्तुत की है।
  83. भारतीय तटरक्षक जहाज 'विजित’ सबांग, इंडोनेशिया की यात्रा करने वाला पहला तटरक्षक जहाज बन गया है।
  84. भारतीय रेलवे इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) ने अपने उत्पादन में 40% रिकॉर्ड वृद्धि के बाद शीर्ष चीनी निर्माताओं को पीछे छोड़ दिया है. इसके साथ, भारतीय रेलवे की सबसे पुरानी और प्रमुख कोच निर्माण इकाई दुनिया में सबसे बड़ी रेल कोच निर्माता बन गई है।
  85. भारतीय वायु सेना ने औपचारिक रूप से CH 47 F (I) - चिनूक हेवी-लिफ्ट हेलीकॉप्टरों को वायु सेना स्टेशन चंडीगढ़ में अपनी सूची में शामिल किया।
  86. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए 70 वर्ष से अधिक आयु के ग्राहकों और दिव्यांग ग्राहकों के लिए डोरस्टेप बैंकिंग सेवा शुरू की है।
  87. भारतीय-अमेरिकी टेलीविजन व्यक्तित्व और खाद्य विशेषज्ञ पद्मा लक्ष्मी को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने अपने नए सद्भावना राजदूत के रूप में नियुक्त किया है।
  88. भारतीय-श्रीलंका संयुक्त सैन्य अभ्यास MITRASHAKTI-VI की शुरूआत श्रीलंका के दियातालावा में हुआ।
  89. मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी सुभाष चन्द्र गर्ग की भारत के वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में नियुक्ति की।
  90. मध्य प्रदेश में, आदिवासी जिलों में प्राचीन जनजातीय भाषा गोंडी पढ़ायी जाएगी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गोंडी को राज्य के आदिवासी बहुल जिलों के प्राथमिक शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है।
  91. मध्य प्रदेश सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए वर्तमान आरक्षण कोटे को बढ़ाकर 14% से 27% कर दिया।
  92. मनु भाकर-सौरभ चौधरी ने एशियाई एयरगन चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
  93. मर्सिडीज के वाल्टेरी बोटास ने अपने विश्व चैंपियन साथी खिलाड़ी लुईस हैमिल्टन को हराकर सत्र के शुरुआती ऑस्ट्रेलियाई फॉर्मूला वन ग्रांड प्री का खिताब हासिल किया है।
  94. मशहूर मलयालम लेखिका और कवियत्री अशिता का कैंसर से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद त्रिशूर में 63 साल की उम्र में निधन हो गया है।
  95. मिजोरम के राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन अपने पद से इस्तीफा दे दिया हैं. असम के राज्यपाल प्रो जगदीश मुखी को आइजोल राजभवन का अस्थायी प्रभार दिया गया है।
  96. मूडीज के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था के कैलेंडर वर्ष 2019 और 2020 में 7.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
  97. युवा मुंबई नाविक उपमन्यु दत्ता ने सिंगापुर में होने वाली एशियाई लेज़र नौचालकों की चैम्पियनशिप में पुरुषों के लेज़र स्टैंडर्ड रेस में कांस्य पदक हासिल किया।
  98. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने राजस्थान के पोखरण रेंज से पिनाका गाइडेड WEAPON रॉकेट प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
  99. राज्य के स्वामित्व वाली गैस उपयोगिता गेल इंडिया लिमिटेड कंपनी ने सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विकास में सहयोग के लिए भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
  100. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को क्रोएशिया की राष्ट्रपति कोलिंडा ने क्रोएशिया के सर्वश्रेष्ठ ग्रैंड टोमसॉव के ग्रैंड ऑर्डर से सम्मानित किया गया है।
  101. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने देश के पहले लोकपाल के रूप में जस्टिस पिनाकी चंद्र घोष को पद की शपथ दिलाई।
  102. राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव 2019 पुरस्कार नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए। पहला स्थान- महाराष्ट्र से श्वेता उमरे। दूसरा स्थान- कर्नाटक से एम.एस अंजनाक्षी। तीसरा स्थान- बिहार से ममता कुमारी।
  103. राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी को पूरे भारत में मनाया जाता है. प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक सर चंद्रशेखर वेंकट रमन या सीवी रमन ने 1928 में इस दिन रमन प्रभाव की खोज की थी।
  104. रोजर फेडरर ने दुबई टेनिस चैंपियनशिप के फाइनल में 20 वर्षीय ग्रीक स्टेफानोस त्सिटिपास को हराकर अपने करियर के 100 वें एटीपी खिताब पर कब्जा किया।
  105. लोगों के लिए गरीबी उन्मूलन, पर्यावरणीय स्थिरता और खाद्य सुरक्षा में वनों के महत्व और महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 21 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस मनाया गया।
  106. वन्यजीवों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर वर्ष 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस मनाया जाता है।
  107. वर्तमान में सेशेल्स गणराज्य में भारत के उच्चायुक्त डॉ. औसाफ सईद को सऊदी अरब में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है।
  108. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, सोने के विश्व के सबसे बड़े उपभोक्ता. भारत के पास 11वां सबसे बड़ा सोने का भंडार है, जो वर्तमान में 607 टन है।
  109. वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में 156 देशों में से भारत को 140 वां स्थान दिया गया है।
  110. विजया बैंक और देना बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) में समामेलन प्रभावी हो गया है और पूर्व दोनों की सभी शाखाएं BoB की शाखाओं के रूप में कार्य करेंगी।
  111. विदेश मंत्रालय ने प्रणय कुमार वर्मा को वियतनाम के समाजवादी गणराज्य में भारत का राजदूत नियुक्त किया है।
  112. विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस हर वर्ष 15 मार्च को दुनिया भर के उपभोक्ता समूहों के लिए एक सदस्यता संगठन कंज्यूमर इंटरनेशनल द्वारा एक पहल के हिस्से के रूप में मनाया जाता है।
  113. विश्व स्वास्थ्य संगठन की उप महानिदेशक सौम्या स्वामीनाथन को डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक नामित किया गया है।
  114. वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 500 या उससे अधिक छक्के लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
  115. संतोष झा को उज़्बेकिस्तान गणराज्य में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया।
  116. संयुक्त राज्य अमेरिका ने आधिकारिक रूप से जेरूसलम में अपने वाणिज्य दूतावास को बंद कर दिया है।
  117. संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत में छह परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना के लिए समझौता किया।
  118. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से सदस्यों को आतंकी वित्तपोषण के खिलाफ कानूनों को लागू करने का आदेश देने वाला पहला प्रस्ताव पारित किया है।
  119. सरकार ने एमआर कुमार को जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का अध्यक्ष और विपिन आनंद और टीसी सुशील कुमार को प्रबंध निदेशक (एमडी) के रूप में नियुक्त किया है।
  120. सीमा सुरक्षा बल (BSF) और बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (BGB) ने भारत और बांग्लादेश के बीच त्रिपुरा के अगरतला में 3 दिवसीय 'मैनमति मैत्री अभ्यास 2019’ अयोजित हुआ।
  121. स्वच्छ सर्वेक्षण में लगातार तीसरे वर्ष के लिए इंदौर को सबसे स्वच्छ शहर का पुरस्कार प्रदान किया गया।
  122. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने नई दिल्ली में संगोष्ठी के एक भाग के रूप में अंतर्राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य संगोष्ठी और डिजिटल स्वास्थ्य पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
  123. स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर ने यूएसए के जॉन इस्नर को सीधे सेटों में हराकर मियामी ओपन में अपने करियर का 101 वां खिताब जीत लिया है।
  124. हॉटस्पॉट्स में सबसे ज्यादा प्रभावित प्रजातियों की संख्या के मामले में भारत 16 वें स्थान पर।


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गिलोय के फायदे, स्वास्थ्य लाभ और औषधीय गुण और नुकसान



आयुर्वेद की अमृताबूटी अमृता अर्थात गिलोय
प्राचीन काल से, आयुर्वेद में गिलोय का इस्तेमाल शरीर की तीनों ऊर्जा (वट्टा, पिटा और कफ) को शांत करने के लिए किया गया है।  यह टिनोस्पोरा कॉर्डिफ़ोलिया, जिसे सामान्यतः अमृता, गुदुची और गिलोय के रूप में जाना जाता है, भारत, म्यांमार और श्रीलंका के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में स्वदेशी, मेनिसपर्मासेई परिवार की एक बेल है। इसकी पत्तियाँ दिल के आकार की होती है। यह अद्भुत औषधीय उपयोग और स्वास्थ्य लाभ वाली एक अद्भुत जड़ी बूटी है। इसमें मधुमेह विरोधी, कैंसर विरोधी, एचआईवी विरोधी, उद्वेष्टरोधक, गठिया विरोधी, एंटी-इन्फ्लोमैटेंट, एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी विषाक्त, एंटी एलर्जी, एंटी पैरेथिक, एंटी मलेरिया, एंटी ट्यूमर और जिगर की सुरक्षात्मक गुण हैं।
आयुर्वेद की अमृता यानी गिलोय

गिलोय के फायदे, स्वास्थ्य लाभ और औषधीय गुण ( Giloy Ke Fayde)
गिलोय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। गिलोय की एक बहुवर्षिय लता होती है। इसके पत्ते पान के पत्ते की तरह होते हैं। आयुर्वेद साहित्य में इसे ज्वर की महान औषधि माना गया है एवं जीवन्तिका नाम दिया गया है। गिलोय की लता जंगलों, खेतों की मेड़ों, पहाड़ों की चट्टानों आदि स्थानों पर सामान्यतः कुण्डलाकार चढ़ती पाई जाती है। नीम और आम के पेड़ के आस-पास भी यह मिलती है। जिस वृक्ष को यह अपना आधार बनाती है, उसके गुण भी इसमें समाहित रहते हैं। इस दृष्टि से नीम पर चढ़ी गिलोय श्रेष्ठ औषधि मानी जाती है। इसका काण्ड छोटी अंगुली से लेकर अंगूठे जितना मोटा होता है। बहुत पुरानी गिलोय में यह बाहु जैसा मोटा भी हो सकता है। इसमें से स्थान-स्थान पर जड़ें निकलकर नीचे की ओर झूलती रहती हैं। चट्टानों अथवा खेतों की मेड़ों पर जड़ें जमीन में घुसकर अन्य लताओं को जन्म देती हैं।

डायबिटीज में रामबाण गिलोय

गिलोय की पत्तियों और तनों से सत्व निकालकर इस्तेमाल में लाया जाता है। गिलोय को आयुर्वेद में गर्म तासीर का माना जाता है। यह तैलीय होने के साथ साथ स्वाद में कडवा और हल्की झनझनाहट लाने वाला होता है। गिलोय का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में किया जाता है। इसके अलावा ये एक बेहतरीन पावर ड्रिंक भी है। ये इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है, जिसकी वजह से कई तरह की बीमारियों से सुरक्षा मिलती है। हो सकता है आपने गिलोय की बेल देखी हो लेकिन जानकारी अभाव में उसे पहचान नहीं पाए हों। गिलोय बेल के रूप में बढ़ती है और इसकी पत्त‍ियां पान के पत्ते की तरह होती हैं। गिलोय की पत्त‍ियों में कैल्शि‍यम, प्रोटीन, फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसके तनों में स्टार्च की भी अच्छी मात्रा होती है। गिलोय का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में किया जाता है। ये एक बेहतरीन पावर ड्रिंक भी है। ये इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है, जिसकी वजह से कई तरह की बीमारियों से सुरक्षा मिलती है।


गिलोय एक ऐसा चमत्कारी पौधा है, जो सभी तरह के मर्ज की दवा साबित होता है। गिलोय किस तरह से मानव जीवन को हर तरह के रोगों से छुटकारा दिलाकर रोगमुक्त करती है। गिलोय एक ऐसी औषधि है, जिसे अमृत तुल्य वनस्पति माना जाता है। आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से रोगों को दूर करने में सबसे उत्तम औषधि के रूप में गिनी जाती है। यह मनुष्य को किसी भी प्रकार के रोगों से लड़ने कि ताकत प्रदान करती है। गिलोय की एक सबसे अच्छी खासियत ये है कि यह जिस भी पेड़ पर चढ़ जाती है, उसके गुण को अपने भीतर चढ़ा लेती है। नीम पर चढ़ी हुई गिलोय सबसे उत्तम मानी जाती है। इसकी पत्तियों में कैल्शियम, प्रोटीन, फास्‍फोरस और तने में स्टार्च पाया जाता है। यह वात, कफ और पित्तनाशक होती है। गिलोय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। साथ ही इसमें एंटीबायोटिक और एंटीवायरल तत्‍व भी होते है।

गिलोय के पत्तों के ये फायदे

गिलोय के फायदे, स्वास्थ्य लाभ और औषधीय गुण
  • आंखों की रोशनी बढ़ाये - जिनकी आंखों की रोशनी कम हो रही हो, उन्हें गिलोय के रस को आंवले के रस के साथ देने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है और आंख से संबंधित रोग भी दूर होते हैं। गिलोय एक शामक औषधि है, जिसका ठीक तरह से प्रयोग शरीर में पैदा होने वाली वात, पित्त और कफ से होने वाली बीमारियों से छुटकारा दिला सकता है।इसके लिए गिलोय के रस में त्रिफला को मिलाकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े में पीपल का चूर्ण और शहद मिलकर सुबह-शाम सेवन करें।
  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं - गिलोय में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो खतरनाक रोगों से लड़कर शरीर को सेहतमंद रखते है। गिलोय किडनी और लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है और रक्त को साफ करती है। नियमित रूप से गिलोय का जूस पीने से रोगों से लड़ने की क्षमता में बढ़ोत्तरी होती है।
  • उल्टियां में फायदेमंद - गर्मियों में कई लोगों को उल्‍टी की समस्‍या होती हैं। ऐसे लोगों के लिए भी गिलोय बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए गिलोय के रस में मिश्री या शहद मिलाकर दिन में दो बार पीने से गर्मी के कारण से आ रही उल्टी रूक जाती है।
  • कान दर्द में लाभकारी - गिलोय के पत्तों के रस को गुनगुना करके कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है। साथ ही गिलोय को पानी में घिसकर और गुनगुना करके दोनों कानों में दिन में 2 बार डालने से कान का मैल निकल जाता है।
  • खुजली दूर भगाएं -  गिलोय के रस पीने से रक्त विकार दूर होकर खुजली से छुटकारा मिलता है। इसके लिए गिलोय के पत्तों को हल्दी के साथ पीसकर खुजली वाले स्थान पर लगाइए या सुबह-शाम गिलोय का रस शहद के साथ मिलाकर पीएं।
  • खून की कमी दूर करें - गिलोय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर में खून की कमी को दूर करता है। इसके लिए प्रतिदिन सुबह-शाम गिलोय का रस घी या शहद मिलाकर सेवन करने से शरीर में खून की कमी दूर होती है।
  • गठिया में राहत - अगर वातरोगी गठिया से पीड़ित हैं तो गिलोय का सेवन करना चाहिए। इसमें सूजन को कम करने के साथ-साथ गठिया विरोधी गुण भी होते हैं जो कि गठिया और जोड़ों में दर्द सहित इसके कई लक्षणों का इलाज करते हैं।
  • गैस दूर करे - गैस, जोड़ों का दर्द, शरीर का टूटना वात असंतुलित होने के लक्षण हैं। गिलोय का एक चम्मच चूर्ण घी के साथ लेने से वात संतुलित होता है।
  • चिकनगुनिया में फायदेमंद - यह शरीर को ठंडा रखता है जिससे बुखार कम करने में मदद मिलती है। साथ ही क्रोनिक फीवर जैसे डेंगू और चिकनगुनिया के लिए भी प्रभावी है। गिलोय का सेवन वाइट ब्‍लड सेल्‍स को रेगुलेट करने में मदद करते है। गिलोय में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेंटरी और अल्‍कालाइन गुण पाचन में मदद करते हैं। इसके अलावा यह अर्थराइटिस और अस्‍थमा के उपचार और टाइप -2 डायबिटीज के लिए ब्‍लड ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करता है।
  • शारीरिक जलन दूर करें - अगर आपके पैरों में जलन होती है और बहुत उपाय करने के बाद भी आपको कोई फायदा नहीं हो रहा है तो आप गिलोय का इस्‍तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए गिलोय के रस को नीम के पत्ते एवं आंवला के साथ मिलाकर काढ़ा बना लें। प्रतिदिन 2 से 3 बार इस काढ़े का सेवन करें इससे हाथ पैरों और शरीर की जलन दूर हो जाती है।
  • ज्वरनाशक है गिलोय - गिलोय को ज्वरनाशक भी कहा जाता है। अगर कोई व्यक्ति काफी दिनों से किसी भी तरह के बुखार से पीड़ित है और काफी दवाएं लेने के बाद भी बुखार में कोई आराम नहीं मिल रहा हो तो ऐसे व्यक्ति को रोजाना गिलोय का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही अगर किसी को डेंगू बुखार आ रहा हो तो उसके लिए मरीज को डेंगू की संशमनी वटी (गिलोय घनवटी) दवा का सेवन कराया जाए तो बुखार में आराम मिलता है। संशमनी वटी दवा डेंगू बुखार की आयुर्वेद में सबसे अच्छी दवा मानी जाती है।
  • डायबिटीज में फायदेमंद - जिन लोगों को डायबिटीज की बीमारी है, उन्हें गिलोय के रस का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। डायबिटीज के मरीजों के लिए यह वरदान है। ऐसे लोगों को हाथ की छोटी उंगली के बराबर (एक बलिस्त) गिलोय के तने का रस और बेल के एक पत्ते के साथ थोड़ी सी हल्दी मिलाकर एक चम्मच रस का रोजाना सेवन करना चाहिए। इससे डायबिटीज की समस्या नियंत्रित हो जाती है।
  • डेंगू में प्लेटलेट बढ़ाने के लिए गिलोय - गिलोय की बेल का सत्व मरीज को दिन में 2-3 बार दें, या गिलोय के 7-8 पत्‍तों को लेकर पीस लें उसमें 4-5 तुलसी की पत्तियां लेकर एक गिलास पानी में मिला कर उबालकर काढा बना लीजिए और इसमें पपीता के 3-4 पत्तों का रस मिला कर लेने दिन में तीन चार लेने से रोगी को प्लेटलेट की मात्रा में तेजी से इजाफा होता है। प्लेटलेट बढ़ाने का इस से बढ़िया कोई इलाज नहीं है। यदि गिलोय की बेल आपको ना मिले तो किसी आयुर्वेदिक स्‍टोर से आप गिलोय घनवटी लेकर एक एक गोली रोगी को दिन में 3 बार दे सकते हैं।
  • मोटापा दूर करे - मोटापा से पीड़ित व्यक्ति को रोजाना गिलोय का सेवन करना चाहिए। इसके एक चम्मच रस में एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से मोटापा दूर हो जाता है और  अगर पेट में कीड़े हो गए हों और कीड़े के कारण शरीर में खून की कमी हो रही हो तो पीड़ित व्यक्ति को कुछ दिनों तक नियमित रूप से गिलोय का सेवन कराना चाहिए।
  • पाचन बनाए बेहतर - गिलोय के रस का नियमित रूप से सेवन करने से पाचन तंत्र ठीक रहता है। हमारा पाचन तंत्र ठीक रहे, इसके लिए आधा ग्राम गिलोय पाउडर को आंवले के चूर्ण के साथ नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। गिलोय शरीर में खून के प्लेटलेट्स की गिनती को बढ़ाती है। गिलोय पाचन तंत्र की देखभाल कर सकता है। आधा ग्राम गिलोय पाउडर को आंवले के साथ नियमित रूप से लें। अच्छे परिणाम के लिए, गिलोय का रस छाछ के साथ भी लिया जा सकता है। यह उपाय बवासीर से पीड़ित रोगियों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • पीलिया में फायदेमंद - गिलोय का सेवन पीलिया रोग में भी बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए गिलोय का एक चम्मच चूर्ण, काली मिर्च अथवा त्रिफला का एक चम्मच चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से पीलिया रोग में लाभ होता है। या गिलोय के पत्तों को पीसकर उसका रस निकाल लें। एक चम्‍मच रस को एक गिलास मट्ठे में मिलाकर सुबह-सुबह पीने से पीलिया ठीक हो जाता है।
  • पेट के रोगों में लाभकारी - गिलोय के रस या गिलोय के रस में शहद मिलाकर सेवन करने से पेट से संबंधित सभी रोग ठीक हो जाते है। इसके साथ ही आप गिलोय और शतावरी को साथ पीस कर एक गिलास पानी में मिलाकर पकाएं। जब उबाल कर काढ़ा आधा रह जाये तो इस काढ़े को सुबह-शाम पीयें।
  • बुखार में फायदेमंद - गिलोय एक रसायन है जो रक्तशोधक, ओजवर्धक, हृदयरोग नाशक ,शोधनाशक और लीवर टोनिक भी है। गिलोय के रस में शहद मिलाकर लेने से बार-बार होने वाला बुखार ठीक हो जाता है। या गिलोय के रस में पीपल का चूर्ण और शहद को मिलाकर लेने से तेज बुखार तथा खांसी ठीक हो जाती है।
  • मस्तिष्क का टॉनिक - गिलोय को अडाप्टोजेनिक जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है जो मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है। एक उत्कृष्ट स्वास्थ्य टॉनिक बनाने के लिए, गिलोय अक्सर अन्य जड़ी बूटियों के साथ मिश्रित किया जाता है। यह स्मृति को बढ़ावा देने और काम पर ध्यान लगाने में मदद करता है। यह मस्तिष्क से सभी विषाक्त पदार्थों को भी साफ करता है।
  • मुंहासों में दे फायदा - मुंहासे , फोड़े-फुंसियां और झाइयों पर गिलोय के फलों को पीसकर लगाने से फायदा होता है।
  • मोटापा कम करे - गिलोय मोटापा कम करने में भी मदद करता है। मोटापा कम करने के लिए गिलोय और त्रिफला के चूर्ण को सुबह और शाम शहद के साथ खाएं। इसके नियमित सेवन से मोटापे में फायदा मिल सकता है।
  • सर्दी-खांसी दूर भगाए - किसी व्यक्ति को लगातार सर्दी-खांसी-जुकाम की समस्या हो रही हो तो उन्हें गिलोय के रस का सेवन कराएं। दो चम्मच गिलोय का रस हर रोज सुबह लेने से खांसी से काफी राहत मिलती है। यह उपाय तब तक आजमाएं, जब तक खांसी पूरी तरह ठीक न हो जाए।
 

गिलोय के नुकसान भी
गिलोय बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है, इसका वैज्ञानिक नाम टीनोस्पोरा कार्डीफोलिया है और यह एक बहुवर्षिय लता होती है। इसके पत्ते पान के पत्ते कि तरह होते हैं। यह बहुत ही गुणकारी औषधि मानी जाती है। गिलोय की लता जंगलों, खेतों की मेड़ों, पहाड़ों की चट्टानों आदि स्थानों पर आसानी से मिल जाती है। इसकी पत्तियां और रस दोनों ही गुणकारी होते हैं। सामान्‍य और खतरनाक बीमारी के उपचार में इसका प्रयोग किया जाता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं इतने गुण होने के बाद भी कुछ बीमारियों में इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस स्‍लाइडशो में हम आपको बता रहे हैं कब गिलोय का सेवन न करें। गिलोय 5 साल की उम्र या इससे ऊपर के बच्चों के लिए सुरक्षित है। हालांकि, गिलोय की खुराक दो सप्ताह से ज्यादा या बिना आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह के नहीं दी जानी चाहिए। अगर आप डायबीटीज की दवाई ले रहे हैं तो बिना डॉक्टर की सलाह के इस जड़ी बूटी का सेवन नहीं करना चाहिए। गिलोय कब्ज और कम रक्त शर्करा की समस्या भी पैदा कर सकता है। गर्भवती महिलाओं को इसके इस्तेमाल के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
  • ऑटोइम्‍यून बीमारी का खतरा - इम्‍यूनिटी का सुचारु होना बहुत जरूरी है, लेकिन अगर इम्‍यूनिटी बहुत अधिक सक्रिय हो जाये तो भी खतरनाक है। क्‍योंकि इस स्थिति में ऑटोइम्‍यून बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। यानी इसके अधिक प्रयोग से ल्‍यूपस, मल्‍टीपल स्‍क्‍लेरोसिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। अगर आपको ये बीमारियां हैं तो गिलोय का सेवन बिलकुल न करें।
  • गर्भावस्‍था के दौरान - गर्भवती महिलाओं और स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं को गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए। क्‍योंकि इसके कारण इस दौरान शरीर पर नकारात्‍मक असर पड़ता है। इसके अलावा अगर आप सर्जरी कराने जा रहे हैं या सर्जरी हुई है तो भी गिलोय का सेवन न करें, क्‍योंकि यह ब्‍लड शुगर को को प्रभावित करता है, और इसके कारण सर्जरी के घाव सूखने में समस्‍या हो सकती है।
  • पेट की समस्‍या होने पर - अगर आपको पेट की समस्‍या है तो गिलोय का प्रयोग बिलकुल न करें, क्‍योंकि इसके कारण अपच की शिकायत हो सकती है। अपच की समस्‍या होने पर इसका किसी भी तरह से (यानी की कैप्‍सूल या रस) प्रयोग न करें। इसके कारण पेट में दर्द और मरोड़ की शिकायत भी हो सकती है।
  • ब्‍लड शुगर का स्‍तर कम होने - गिलोय के सेवन से ब्‍लड शुगर कम होता है। इसलिए अगर आपका ब्‍लड शुगर पहले से ही कम है तो इसका सेवन बिलकुल न करें। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो ब्‍लड शुगर कम करते वक्‍त सावधानी बरतें। डायबिटीज में चिकित्‍सक की सलाह के बिना इसका सेवन न करें।


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अश्‍वगंधा के रामबाण औषधीय उपयोग



अश्वगंधा आयुर्वेदिक औषधि है और कई लाइलाज बीमारियों को ठीक करने की क्षमता रखती है। अश्वगंधा का प्रयोग कई बीमारियों में दवा के रूप में किया जाता है। अश्वगंधा दवा, चूर्ण, कैप्सूल और टेबलेट के रूप में बाजार में मिल जाती है। यह शरीर की बहुत सारी परेशानियों को दूर करने के लिए चमत्कारी औषधि के रुप में काम करती है और यह दिमाग और मन को भी स्वस्थ रखती है। पुरुषत्व बढ़ाने में भी अश्वगंधा का काफी महत्व है। अश्वगंधा कई तरह की बीमारियों को ठीक करने में भी बहुत कारगर है। इसका उपयोग एक सीमा तक करने पर ही यह फायदेमंद है किन्‍तु एक सीमा से ज्यादा इसका इस्तेमाल किया जाए तो यह नुकसानदायक भी हो सकती है।
अश्वगंधा का सेवन दे शरीर को ताकत और बनाए जवानAshwagandha Benefits in Hindi

अश्वगंधा एक बलवर्धक रसायन मानी गयी है। इसे पुरातन काल से ही आयुर्वेदाचायों ने वीर्यवर्धक, शरीर में ओज और कांति लाने वाला, परम पौष्टिक व सर्वांग शक्ति देने वाली, क्षय रोगनाशक, रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ने वाली एवं वृद्धावस्था को लम्बे समय तक दूर रखने वाली सर्वोत्तम औषधि माना है। यह वायु एवं कफ के विकारों को नाश करने वाली अर्थात खांसी, श्वास, खुजली, व्रण, आमवात आदि नाशक है।
अश्वगंधा पौधे के पत्ते और इसकी जड़ो को उबाल कर चाय बनाई जाती है जो की स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। अश्वगंधा पौधे के पत्ते त्वचा पर होने वाले रोगों से बचाता है। अश्वगंधा के पत्ते शरीर के पर हुए सुजन को कम करता है। अश्वगंधा के पत्ते शरीर पर हुए घाव व किसी प्रकार के जख्म को जल्दी भर कर ठीक कर देते है। अश्वगंधा के चूर्ण को किसी भी तेल में मिला कर शरीर के पर लगाने से चर्म रोग नहीं होता है।
अश्वगंधा सिरदर्द और माइग्रेन जैसी बीमारीयां भी नहीं होने देता है, अश्वगंधा के पाउडर को तेल में मिला कर शरीर पर लगाने से त्वचा में निखार आता है और इससे रुकी हुई ग्रोथ भी बढ़ जाती है और इसके सेवन से हड्डिया भी मजबूत होती है। यह लंबाई बढ़ाने में भी मदद करता है, इसके सेवन कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है यह मन को शांत रखता है। अश्वगंधा को पाए जाने वाले मिनरल्स और विटामिन से हमें तनाव से मुक्त होने में मदद मिलती है। इससे हॉर्मोंस निकलते है जिससे हमें तनाव से मुक्ति मिलती है। अश्वगंधा खाने पर 69% नींद न आने की समस्या और तनाव पर रहने की समस्या दूर हो जाती है।
अश्वगंधा के चमत्कारिक फायदे- Ashwagandha Benefits in Hindi
  • अनिद्रा दूर भगाता है : जो लोग नींद न आने की बीमारी से ग्रसित है उन्हें अश्वगंधा के चूर्ण को खीर में डालकर खाना चाहिए। ये नींद की दवा की तरह काम करती है।
  • आंखों की रोशनी : अश्वगंधा का इस्तेमाल आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ाने का काम करता है। रोज दूध के साथ लेने से आंखों के अलावा स्ट्रेस से भी बचा जा सकता है और अश्वगंधा, मुलहठी और आंवले को मिलाकर खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
  • इम्युन सिस्टम : अश्वगंधा में मौजूद ऑक्सीडेंट आपके इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है। जो आपको सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से लडने की शक्ति प्रदान करता है। अश्वगंधा वाइट ब्लड सेल्स और रेड ब्लड सेल्स दोनों को बढ़ाने का काम करता है। जो कई गंभीर शारीरिक समस्याओं में लाभदायक है।
  • कैंसर : कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी में बहुत असरकारी है अश्वगंधा का इस्तेमाल। कई रिसर्च में यह बताया गया है कि अश्वगंधा कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है और कैंसर के नए सेल्स नहीं बनने देता। यह शरीर में रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पीशीज का निर्माण करता है। जो कैंसर सेल्स को खत्म करने और कीमोथेरपी से होने वाले साइड इफेक्ट्स से भी बचाने का काम करता है।
  • खांसी और दमा में कारगर : अश्वगंधा का चूर्ण गर्म दूध के साथ लेने पर खांसी और दमे की बीमारी में बहुत आराम मिलता है।
  • मधुमेह घटाता है : अश्वगंधा का सेवन शरीर में ब्लड शुगर का स्तर कम कर मधुमेह को नियंत्रण में रखता है। ये कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी कम करता है।
  • तनाव दूर करता है : आजकल ज्यादातर लोग डिप्रेशन और तनाव के शिकार होते हैं ऐसे में अश्वगंधा मानसिक तनाव जैसी गंभीर समस्या को ठीक करने में लाभदायक है। अश्वगंधा शारीरिक और मानसिक दोनों तनावों को दूर करता है। इसका चूर्ण भोजन के साथ खाने से मन शांत होता है और तनाव दूर होता है। एक रिर्पोट के अनुसार तनाव को 70 फिसदी तक अश्वगंधा के इस्तेमाल से कम किया जा सकता है।
  • पुरुषत्व बढ़ाता है : अश्वगंधा पुरुषों में नपुंसकता को दूर करने में बहुत फायदेमंद है। यह पुरुषत्व को बढ़ाने में रामबाण की तरह काम करता है। दूध या पानी के साथ इसका चूर्ण लेने से पुरुषों की यौन क्षमता बढ़ती है। साथ ही शरीर को एक अलग एनर्जी भी देता है।
  • पेट की समस्याओं को करे दूर : अश्वगंधा पेट की समस्याओं को दूर करता है। मिश्री और हल्के गर्म पानी के साथ इस चूर्ण का सेवन करने से गैस की बीमारी से छुटकारा मिलता है।
  • सफेद पानी (लिकोरिया) : महिलाओं में सफेद पानी की वजह से उनका शरीर कमजोर होने लगता है। जिसका असर उनके गर्भाशय में भी पडता है। लेकिन अश्वगंधा के सेवन से महिलाओं को इस रोग से निजात मिल सकती है।
  • हाई ब्लड प्रेशर में राहत : अश्वगंधा का नियमित सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर में कमी होती है। रक्तचाप नॉर्मल रहता है। अश्वगंधा के चूर्ण को दूध घोल करके पीने रक्तचाप नियंत्रण में रहता है।
  • याददाश्त वर्धक : अश्वगंधा को सुबह शाम लेने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और याददाश्त भी बहुत ही तेज हो जाती है।
  • यौन शक्ति वर्धक : अश्वगंधा का सेवन करने से प्रजनन में इजाफा होता है। इससे स्पर्म काउंट बढ़ता है और वीर्य भी अच्छी मात्रा में बनता है, अश्वगंधा, शरीर को जोश देता है जिससे पूरे शरीर में आलस्य नहीं रहता है और सेक्स करते समय थकान भी नहीं आती है। जिन लोगों को सेक्स के दौरान थकान होने लगती है, उन्हें अश्वगंधा के सेवन से काफी लाभ मिलता है। अश्वगंधा में जवानी को बरकरार रखने की काफी शक्ति होती है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है।
 Ashwagandha Side Effects in Hindi
अश्वगंधा से होने वाले नुकसान- Ashwagandha Side Effects in Hindi
  • अश्वगंधा का अधिक इस्तेमाल पेट के लिए हानिकारक हो सकता है। इसको लेने से डायरिया की समस्या हो सकती है। इसलिए इसके इस्तेमाल से पहले आप डॉक्टर की सलाह लें उसके बाद ही इसका सेवन करें।
  • अश्वगंधा का इस्तेमाल नींद के लिए अच्छा है। लेकिन इसका बहुत दिनों तक इस्तेमाल आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है।
  • अश्वगंधा का ज्यादा प्रयोग आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। अश्वगंधा के ज्यादा इस्तेमाल से आपको बुखार, थकान, दर्द की शिकायत भी हो सकती है।
  • अश्वगंधा का सही डोज़ न लेने से आपको उलटी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • बल्ड प्रेशर से ग्रस्त लोगों को अश्वगंधा डॉक्टर के परामर्श से ही लेना चाहिए। जिनका बीपी लो होता है उन्हें अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए।





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सरकारी कर्मचारी का किसी पार्टी को सर्मथन से जा सकती है नौकरी



चुनाव आचार संहिता लगी हो अथवा नहीं, किसी सरकारी कर्मचारी का चाहे वह राज्य केंद्र सरकार के अन्‍तर्गत हो या राज्‍य सरकार के, उसका किसी भी दल विशेष के प्रति शोसल मिडिया या कहीं अन्‍यत्र जहां साक्ष्‍यों मे दर्ज होना सुनिश्चित हो, आकर्षण रखना उसके नियुक्ति नियमों के विपरीत है।

हम किसी दल के समर्थक है तो हम बिना सुबूत छोडे भी काम कर सकते है किन्‍तु साक्ष्‍यों के साथ समर्थन सेवा बर्खास्‍तगी का आधार हो सकता है। आपकी यह दलील की यह पोस्‍ट मैने नही की अथवा मेरे अनुपस्थिति मे किसी ने किया है तो यह दलील आपको राहत नही देगी। साक्ष्‍यों के प्रकटीकरण के बाद यह जांच और ट्रायल का विषय है, कि अपराध किसने किया है।

चूकि आपके नाम, नम्‍बर, मोबाइल और कम्पूटर से घटित घटना के लिये प्रथम दृष्टया आप ही दोषी माने जायेगे और आपको कोई रिलीफ नही मिलेगी। मोदी या किसी अन्‍य का समर्थन जरूर करें किन्‍तु बिना साक्ष्‍य छोड़े बिना अन्‍यथा आपका कोई धुर विरोधी आप आपकी सेवा को खतरे मे डाल सकता है। अपने और अपने परिवार के भविष्य को खतरें में न डालें।


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भारत के संविधान का भाग 2 के अंतर्गत अनुच्‍छेद 5, 6, 7, 8, 9, 10 और 11



Article 5, 6, 7, 8, 9, 10 and 11 under Part 2 of the Constitution of India

  • भारत के संविधान का अनुच्‍छेद 5संविधान के प्रारंभ पर नागरिकता--इस संविधान के प्रारंभ पर प्रत्येक व्यक्ति जिसका भारत के राज्यक्षेत्र में अधिवास है और—
    • (क) जो भारत के राज्यक्षेत्र में जन्मा था, या
    • (ख) जिसके माता या पिता में से कोई भारत के राज्यक्षेत्र में जन्मा था, या
    • (ग) जो ऐसे प्रारंभ से ठीक पहले कम से कम पाँच वर्ष तक भारत के राज्यक्षेत्र में मामूली तौर से निवासी रहा है, भारत का नागरिक होगा।
  • भारत के संविधान का अनुच्‍छेद 6
    पाकिस्तान से भारत को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्यक्तियों के नागरिकता के अधिकार--अनुच्छेद 5 में किसी बात के होते हए भी, कोई व्यक्ति जिसने ऐसे राज्यक्षेत्र से जो इस समय पाकिस्तान के अंतर्गत है, भारत के राज्यक्षेत्र को प्रव्रजन किया है, इस संविधान के प्रारंभ पर भारत का नागरिक समझा जाएगा--
    • (क) यदि वह अथवा उसके माता या पिता में से कोई अथवा उसके पितामह या पितामही या मातामह या मातामही में से कोई (मूल रूप में यथा अधिनियमित) भारत शासन अधिनियम, 1935 में परिभाषित भारत में जन्मा था; और
    • (ख) (i) जबकि वह व्यक्ति ऐसा है जिसने 19 जुलाई, 1948 से पहले इस प्रकार प्रव्रजन किया है तब यदि वह अपने प्रव्रजन की तारीख से भारत के राज्यक्षेत्र में मामूली तौर से निवासी रहा है; या
      (ii) जबकि वह व्यक्ति ऐसा है जिसने 19 जुलाई, 1948 को या उसके पश्चात्‌ इस प्रकार प्रव्रजन किया है तब यदि वह नागरिकता प्राप्ति के लिए भारत डोमिनियन की सरकार द्वारा विहित प्ररूप में और रीति से उसके द्वारा इस संविधान के प्रारंभ से पहले ऐसे अधिकारी को, जिसे उस सरकार ने इस प्रयोजन के लिए नियुक्त किया है, आवेदन किए जाने पर उस अधिकारी द्वारा भारत का नागरिक रजिस्ट्रीकृत कर लिया गया है :
      परंतु यदि कोई व्यक्ति अपने आवेदन की तारीख से ठीक पहले कम से कम छह मास भारत के राज्यक्षेत्र में निवासी नहीं रहा है तो वह इस प्रकार रजिस्ट्रीकृत नहीं किया जाएगा।
  • भारत के संविधान का अनुच्‍छेद 7पाकिस्तान को प्रव्रजन करने वाले कुछ व्यक्तियों के नागरिकता के अधिकार--अनुच्छेद 5 और अनुच्छेद 6 में किसी बात के होते हुए भी, कोई व्यक्ति जिसने 1 मार्च, 1947 के पश्चात्‌ भारत के राज्यक्षेत्र से ऐसे राज्यक्षेत्र को, जो इस समय पाकिस्तान के अंतर्गत है, प्रव्रजन किया है, भारत का नागरिक नहीं समझा जाएगा :
    परंतु इस अनुच्छेद की कोई बात ऐसे व्यक्ति को लागू नहीं होगी जो ऐसे राज्यक्षेत्र को, जो इस समय पाकिस्तान के अंतर्गत है, प्रव्रजन करने के पश्चात्‌ भारत के राज्यक्षेत्र को ऐसी अनुज्ञा के अधीन लौट आया है जो पुनर्वास के लिए या स्थायी रूप से लौटने के लिए किसी विधि के प्राधिकार द्वारा या उसके अधीन दी गई है और प्रत्येक ऐसे व्यक्ति के बारे में अनुच्छेद 6 के खंड (ख) के प्रयोजनों के लिए यह समझा जाएगा कि उसने भारत के राज्यक्षेत्र को 19 जुलाई, 1948 के पश्चात्‌ प्रव्रजन किया है।
  • भारत के संविधान का अनुच्‍छेद 8
    भारत के बाहर रहने वाले भारतीय उद्‌भव के कुछ व्यक्तियों के नागरिकता के अधिकार--अनुच्छेद 5 में किसी बात के होते हुए भी, कोई व्यक्ति जो या जिसके माता या पिता में से कोई अथवा पितामह या पितामही या मातामह या मातामही में से कोई (मूल रूप में यथा अधिनियमित) भारत शासन अधिनियम, 1935 में परिभाषित भारत में जन्मा था और जो इस प्रकार परिभाषित भारत के बाहर किसी देश में मामूली तौर से निवास कर रहा है, भारत का नागरिक समझा जाएगा, यदि वह नागरिकता प्राप्ति के लिए भारत डोमिनियन की सरकार द्वारा या भारत सरकार द्वारा विहित प्ररूप में और रीति से अपने द्वारा उस देश में, जहाँ वह तत्समय निवास कर रहा है, भारत के राजनयिक या कौंसलीय प्रतिनिधि को इस संविधान के प्रारंभ से पहले या उसके पश्चात्‌ आवेदन किए जाने पर ऐसे राजनयिक या कौंसलीय प्रतिनिधि द्वारा भारत का नागरिक रजिस्ट्रीकृत कर लिया गया है।
  • भारत के संविधान का अनुच्‍छेद 9
    विदेशी राज्य की नागरिकता स्वेच्छा से अर्जित करने वाले व्यक्तियों का नागरिक न होना--यदि किसी व्यक्ति ने किसी विदेशी राज्य की नागरिकता स्वेच्छा से अर्जित कर ली है तो वह अनुच्छेद 5 के आधार पर भारत का नागरिक नहीं होगा अथवा अनुच्छेद 6 या अनुच्छेद 8 के आधार पर भारत का नागरिक नहीं समझा जाएगा।
  • भारत के संविधान का अनुच्‍छेद 10
    नागरिकता के अधिकारों का बना रहना--प्रत्येक व्यक्ति, जो इस भाग के पूर्वगामी उपबंधों में से किसी के अधीन भारत का नागरिक है या समझा जाता है, ऐसी विधि के उपबंधों के अधीन रहते हुए,  जो संसद द्वारा बनाई जाए, भारत का नागरिक बना रहेगा।
  • भारत के संविधान का अनुच्‍छेद 11
    संसद द्वारा नागरिकता के अधिकार का विधि द्वारा विनियमन किया जाना--इस भाग के पूर्वगामी उपबंधों की कोई बात नागरिकता के अर्जन और समाप्ति के तथा नागरिकता से संबंधित अन्य सभी विषयों के संबंध में उपबंध करने की संसद की शक्ति का अल्पीकरण नहीं करेगी।


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भारत के संविधान का भाग 1 के अंतर्गत अनुच्‍छेद 1, 2, 3 और 4




Article 1, 2, 3 and 4 under Part 1 of the Constitution of India

1. संघ का नाम और राज्यक्षेत्र--(1) भारत, अर्थात्‌ इंडिया, राज्यों का संघ होगा।
~[ (2) राज्य और उनके राज्यक्षेत्र वे होंगे जो पहली अनुसूची में विनिर्दिष्ट हैं।
(3) भारत के राज्यक्षेत्र में,
(क) राज्यों के राज्यक्षेत्र,
@[(ख) पहली अनुसूची में विनिर्दिष्ट संघ राज्यक्षेत्र, और
(ग) ऐसे अन्य राज्यक्षेत्र जो अर्जित किए जाएँ, समाविष्ट होंगे।

2. नए राज्यों का प्रवेश या स्थापना--संसद, विधि द्वारा, ऐसे निबंधनों और शर्तों पर, जो वह ठीक समझे, संघ में नए राज्यों का प्रवेश या उनकी स्थापना कर सकेगी।
#2क. [सिक्किम का संघ के साथ सहयुक्त किया जाना। --संविधान (छत्तीसवाँ संशोधन) अधिनियम, 1975 की धारा 5 द्वारा (26-4-1975 से) निरसित।

3. नए राज्यों का निर्माण और वर्तमान राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन--संसद, विधि द्वारा--
(क) किसी राज्य में से उसका राज्यक्षेत्र अलग करके अथवा दो या अधिक राज्यों को या राज्यों के भागों को मिलाकर अथवा किसी राज्यक्षेत्र को किसी राज्य के भाग के साथ मिलाकर नए राज्य का निर्माण कर सकेगी;
(ख) किसी राज्य का क्षेत्र बढ़ा सकेगी;
(ग) किसी राज्य का क्षेत्र घटा सकेगी;
(घ) किसी राज्य की सीमाओं में परिवर्तन कर सकेगी;
(ङ) किसी राज्य के नाम में परिवर्तन कर सकेगी:

$[परंतु इस प्रयोजन के लिए कोई विधेयक राष्ट्रपति की सिफारिश के बिना और जहाँ विधेयक में अंतर्विष्ट प्रस्थापना का प्रभाव %राज्यों में से किसी के क्षेत्र, सीमाओं या नाम पर पड़ता है वहाँ जब तक उस राज्य के विधान-मंडल द्वारा उस पर अपने विचार, ऐसी अवधि के भीतर जो निर्देश में विनिर्दिष्ट की जाए या ऐसी ‍अतिरिक्त अवधि के भीतर जो राष्ट्रपति द्वारा अनुज्ञात की जाए, प्रकट किए जाने के लिए वह विधेयक राष्ट्रपति द्वारा उसे निर्देशित नहीं कर दिया गया है और इस प्रकार विनिर्दिष्ट या अनुज्ञात अवधि समाप्त नहीं हो गई है, संसद के किसी सदन में पुरःस्थापित नहीं किया जाएगा।

^[स्पष्टीकरण 1 – इस अनुच्छेद के खंड (क) से खंड (ङ) में, ''राज्य'' के अंतर्गत संघ राज्यक्षेत्र है, किंतु परंतुक में ''राज्य’’ अंतर्गत संघ राज्यक्षेत्र नहीं है।

स्पष्टीकरण 2
--खंड (क) द्वारा संसद को प्रदत्त शक्ति के अंतर्गत किसी राज्य या संघ राज्यक्षेत्र के किसी भाग को किसी अन्य राज्य या संघ राज्यक्षेत्र के साथ मिलाकर नए राज्य या संघ राज्यक्षेत्र का निर्माण करना है।

4. पहली अनुसूची और चौथी अनुसूची के संशोधन तथा अनुपूरक, आनुषंगिक और पारिणामिक विषयों का उपबंध करने के लिए अनुच्छेद 2 और अनुच्छेद 3 के अधीन बनाई गई विधियाँ --(1) अनुच्छेद 2 या अनुच्छेद 3 में निर्दिष्ट किसी विधि में पहली अनुसूची और चौथी अनुसूची के संशोधन के लिए ऐसे उपबंध अंतर्विष्ट होंगे जो उस विधि के उपबंधों को प्रभावी करने के लिए आवश्यक हों तथा ऐसे अनुपूरक, आनुषंगिक और पारिणामिक उपबंध भी (जिनके अंतर्गत ऐसी विधि से प्रभावित राज्य या राज्यों के संसद में और विधान-मंडल या विधान-मंडलों में प्रतिनिधित्व के बारे में उपबंध हैं) अंतर्विष्ट हो सकेंगे जिन्हें संसद आवश्यक समझे।

(2) पूर्वोक्त प्रकार की कोई विधि अनुच्छेद 368 के प्रयोजनों के लिए इस संविधान का संशोधन नहीं समझी जाएगी।

  • ~ संविधान (सातवाँ संशोधन) अधिनियम, 1956 की धारा 2 द्वारा खंड (2) के स्थान पर प्रतिस्थापित। 
  • @ संविधान (सातवाँ संशोधन) अधिनियम, 1956 की धारा 2 द्वारा उपखंड (ख) के स्थान पर प्रतिस्थापित। 
  • #  संविधान (पैंतीसवाँ संशोधन) अधिनियम, 1974 की धारा 2 द्वारा (1-3-1975 से) अंतःस्थापित। 
  • $ संविधान (पाँचवाँ संशोधन) अधिनियम, 1955 की धारा 2 द्वारा परंतुक के स्थान पर प्रतिस्थापित। 
  • % संविधान (सातवाँ संशोधन) अधिनियम, 1956 की धारा 29 और अनुसूची द्वारा ''पहली अनुसूची के भाग क या भाग ख में विनिर्दिष्ट'' शब्दों और अक्षरों का लोप किया गया। 
  • ^ संविधान (अठारहवाँ संशोधन) अधिनियम, 1966 की धारा 2 द्वारा अंतःस्थापित।


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